भिलाई 27 मई 2023। श्री राम कथा का आयोजन आज से शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हनुमान मंदिर के बाजू मैदान में व्यास पीठ पर राष्ट्रीय कथावाचक प्रेमभूषण महाराज को, आयोजक आई पी मिश्रा के द्वारा बिठाकर किया गया।
व्यासपीठ से महाराज ने कहा कि सत्संग का परमार्थ बनता है तभी आयोजन होता है। आप चाहे कई वर्षों से कथा कराने सोचते रहो। कलयुग में भगवान सब जनमानस कृपा बनाए रखें तथा मनुष्य निरंतर कथा का श्रवण करते रहे।इस युग में नाना प्रकार के कथा करने वाले हैं इस लोक की चिंता ना कर रहे हैं, न परलोक की। मेरे सरकार कहते हैं परलोक का मंगल चाहते हो इस लोक की मंगल चाहते हो तो एक सुलभ उपाय बताई गई है, मेरी भक्ति करो और उसे सुनो पकड़ के रखो। भक्ति के मार्ग में चलने वाला व्यक्ति कर्मयोगी हो जाता है।
आध्यात्मिक के मार्ग में चलने वाला अध्यात्म हो जाता है। ज्ञान की राह में चलने वाला ज्ञानवान हो जाता है। इसी तरह भक्ति के चार मार्ग बताए हैं जो जिस मार्ग में चलना चाहता है वह उस मार्ग में प्रवेश कर जाता है। यही राम चरित्र मानस बताती है। रामचरित्र मानस का मतलब होता है शक्ति, और शक्ति के बिना सब अधूरा है। सभी देवों शक्ति के संग ही चलते हैं, शक्ति से ही सारा सृष्टि का क्रम है। भारतीय लोग है तो शक्ति के उपासक लेकिन पुरुष प्रधान का ध्यान करते हैं। कथावाचक प्रेमभूषण महाराज ने कहा कि जिसका गृहस्थ ठीक है वह मजबूत होता है। मनुष्य जिसका चिंतन करता है जो सोचता है वह उसी को जीता है और उसी में गुनता रहता है। महाराज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग बहुत मधुर हैं यहां की जमीन की खुशबू में माधुर्यपन है, मिट्टी से ही व्यक्तित्व की पहचान हो जाती है। श्री राम कथा को सुनने के लिए आसपास सहीत रायपुर के लोग भी पधारे थे।