दिल का तात्पर्य केवल प्यार और रोमांस ही नहीं है, अपने दिल से सिर्फ किसी और को ही प्यार न करें बल्कि अपने दिल को भी प्यार करें। यह जीवनभर, लगातार, निरंतर धड़कते हुए आपका साथ निभाता है। 29 सितंबर को ‘विश्व हृदय दिवसÓ के रूप में जाना जाता है।
दिल जीवनभर में लगभग 16 करोड़ लीटर खून पंप करता है, जो कि एक नल के 45 साल तक खुले रहने के बराबर है।
यदि दिल को शरीर से अलग कर दिया जाए, तब भी यह तब तक धड़कता रहता है, जब तक इसे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहे, क्योंकि इसका खुद का विद्युत आवेग होता है।
जैसा गाना आप सुनते हैं, आपके दिल की धड़कन उसी के अनुसार बदल जाती है।
हर दिन आपका दिल इतनी एनर्जी पैदा करता है कि एक ट्रक को 32 किमी. तक चलाया जा सके।
पैदा हुए बच्चे के दिल की धड़कन सबसे तेज होती है (70-160 बीट/मिनट) और बुढ़ापे में दिल की धड़कन सबसे स्लो होती है (30-40 बीट/मिनट)।
हमारे दिल का वजन 250 से 350 ग्राम होता है, यह 12 सेमी. लंबा, 8सेमी. चौड़ा और 6सेमी. मोटा यानी कि आपके दोनों हाथों की मु_ी के आकार का होता है।
हमारा दिल एक मिनट में 72 बार और पूरे दिन में लगभग 1 लाख बार और पूरे जीवन में लगभग 2.5 अरब बार धड़कता है।
पुरुष और महिला दोनों में हार्टअटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं।
ऑक्टोपस के तीन दिल होते हैं।
GOOD MORNING : दिल का कहना है कि सबसे प्यार करो-सिर्फ प्यार करो…..
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