भिलाई 14 अप्रैल 2025। डॉ बाबा साहेब आंबेडकर जयंती के अवसर पर दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल विभिन्न कार्यक्रमो में शामिल हुए। भिलाई के हृदय स्थल डॉ आंबेडकर चौक में बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । डॉ अम्बेडकर प्रतीमा प्रबंध राज्य स्तरीय जयंती मेला समिति अध्यक्ष सुनील रामटेके ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि विजय बघेल सांसद, विशिष्ट अतिथि रिंकेश सेन, देवेन्द्र यादव विधायक ,असीम बेग वर्षों वागडे ज्ञान वागडे , रहे तथागत समाज कल्याण समिति अध्यक्ष अनिल साखरे धनंजय मेश्राम ,सिद्धांत उपस्थित थे। इस अवसर पर भंडारे में सांसद विजय बघेल ने अपने हाथों से भोजन परोसा । सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा भिलाई के हृदय स्थल अम्बेडकर चौक में एक मंच पर सभी को आमंत्रित किया। केवल बौद्ध समाज ही नहीं दुसरे समाज को भी आमंत्रित, ऐसे ही सद्धभावना बनी रहें । इतिहास गवाह है उस समय की बड़ी जिम्मेदारी डाॅ राजेंद्र प्रसाद जी ने दी डा बाबासाहेब को संविधान लिखने कि जिम्मेदारी दी। बल्कि प्रेम बिहारी नारायण रायजाद है जो डॉ अम्बेडकर को संविधान सभा की ड्राफ्टिंग सभा का अध्यक्ष होने के नाते संविधान निर्माता होने का श्रेय दिया जाता है। प्रेम बिहारी वे शख्स है जिन्होंने अपने हाथो से अंग्रेजी में संविधान की मूल कापी यानी पांडुलिपि लिखीं थीं। पुरे देश में आज ही के दिन 14 अप्रैल को उनकी जयंती मनाई जाती है। 1891 को मध्य प्रदेश के महू में दलित परिवार में उनका जन्म हुआ था। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा वे एक गरीब परिवार से थे बचपन में उन्हें जातिवाद और भेद भाव का गहरा अनुभव हुआ। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कठीन संघर्षो के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनकी शुरुआती शिक्षा मुंबई में पुरी की और आगे की पढ़ाई के लिए स्कॅलर शिप लेकर यूनाइटेड स्टेट्स और फिर लंदन चले गए। भारत लौट और पिछड़े वर्गों के लिए जीवन कार्यरत रहे । वे महान विचारक थे वे रामजी मालोजी सकपाल और भीमा बाई की 14 वी अंतिम संतान थे । बाबा अम्बेडकर का सम्पूर्ण जीवन भारतीय समाज सुधार के लिए समाजित था।
बाबा साहब अंबेडकर जीवन में कभी हार नहीं माने ,,,, जयंती शोभायात्रा में शामिल हुए सांसद विजय बघेल

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