रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के ब्याज दर में कटौती करने पर भी कई बार आपकी किस्त (EMI) में कमी नहीं आती। ग्राहकों की इस परेशानी को दूर करने के लिए कई सरकारी बैंक रेपो रेट लिंक्ड प्रॉडक्ट्स ऑफर कर रहे हैं, जिसके तहत आरबीआई जितना ब्याज दरों में कटौती करेगा, उतनी ही कमी आपकी EMI में होगी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के होम लोन को रेपो रेट से लिंक्ड करने के बाद अब कई बैंको ने भी यह कदम उठाया है।
बैंक ब्याज दर कम करने में करतीं हैं देर
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ये हैं वे बैंक
RO No. 12276/54सिंडिकेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक भी अब रेपो रेट लिंक्ड प्रॉडक्ट लाएंगे। इसका फायदा रेपो रेट से जुड़े प्रॉडक्ट पर लोन लेने वालों को मिलेगा। क्योंकि एमसीएलआर से जुड़े लोन में बैंक दरें तुरंत नहीं घटातीं।
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SBI ने जून में ही लोन को रेपो रेट से किया था लिंक
जून में SBI ने लंबी अवधि के होम लोन को रेपो रेट से लिंक किया था। बैंक अपने पुराने ग्राहकों को बिना किसी चार्ज के रेपो रेट में शिफ्ट होने का ऑफर दे रहा है। आरबीआई इस सालअब तक 1.10 प्रतिशत दरें घटा चुका है।
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रेपो रेट लिंक्ड होने से फायदे और नुकसान दोनों
रेपो रेट लिंक्ड प्रॉडक्ट से ग्राहकों को फायदे के साथ नुकसान भी हो सकता है। क्योंकि रेपो रेट बढ़ने से ईएमआई भी बढ़ जाएगी। इसीलिए ऐसी नहीं है कि इससे आपको हर बार फायदा ही हो।