भिलाई 18 जनवरी 2024।कान्यकुब्ज सामाजिक चेतना मंच भिलाई – दुर्ग के सेक्टर-1 स्थित भवन में मकर संक्राति का कार्यक्रम 14 जनवरी, 2024 को मनाया गया। राममयी वातावरण में कार्यक्रम की शुरूआत की दीप प्रज्वलन से की गई। समाज की वरिष्ठ सदस्य श्रीमती सुशीला दीक्षित की अध्यक्षता में और श्रीमती ॠतु दुबे, श्रीमती रश्मि पाण्डेय जी निर्णायक रही वक्ताओं के रूप में शिक्षाविद डाक्टर (श्रीमती) श्रुति पाण्डेय, श्रीमती ज्योत्सना मिश्रा, श्रीमती अराधना तिवारी, श्रीमती कल्पना पाण्डेय की विशेष उपस्थिति में अपन विचारो को अभिव्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रश्मि त्रिवेदी ने और आभार श्रीमती मीतू तिवारी द्वारा किया गया। राममय भजन की प्रस्तुति श्रीमती वंदना शुक्ला, श्रीमती पूर्णिमा तिवारी द्वारा की गई।इस अवसर पर महिलाओं के लिए अनेक रोचक स्पर्धा आयोजित की गई थी। रामायण के पात्रो पर अभिनय प्रतियोगिता में प्रथम – श्रीमती नम्रता दीक्षित, द्वितीय – श्रीमती सुनीता तिवारी, श्रीमती रश्मि त्रिवेदी अन्य प्रतिभागी श्रीमती रानी तिवारी, श्रीमती श्रुति तिवारी, श्रीमती नीलू उपाध्याय, श्रीमती रोशनी मिश्रा, श्रीमती प्रेमलता मिश्रा ,श्रीमती विद्या तिवारी द्वारा नृत्य की प्रस्तुती दी गई।कार्यक्रम व्यवस्था श्रीमती वंदना पाण्डेय, श्रीमती ममता अवस्थी, श्रीमती रमा अग्निहोत्री, श्रीमती ज्योति तिवारी, श्रीमती शिखा मिश्रा, श्रीमती रानी शुक्ला, श्रीमती कल्पना शुक्ला द्वारा हल्दी कुमकुम से किया गया जिसमें श्रीमती रोली शुक्ला, श्रीमती शशि तिवारी, श्रीमती प्रीति मिश्रा, श्रीमती हेमा शुक्ला ने सहयोग दिया तथा ऑनलाइन विजेताओ को श्रीमती सुशीला दीक्षित, श्रीमती सरोज मिश्रा ,श्रीमती ज्योति दीक्षित, श्रीमती विजया मिश्रा ने पुरस्कृत किया, करवाचौथ क्वीन – श्रीमती सुनीता तिवारी, चार्मिग ब्यूटी – श्रीमती सपना मिश्रा, फोटो जनिक फेस – श्रीमती शची मिश्रा, रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम – श्रीमती शची मिश्रा रही।श्रीमती मनोरमा बाजपेई, श्रीमती प्रेमलता मिश्रा कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष पं यू. के. दीक्षित, उपाध्यक्ष पं संतोष दीक्षित, महासचिव पं रविन्द्र मिश्र, पूर्व अध्यक्ष पं. आशीष मिश्रा, पं विजय तिवारी, पं राकेश शुक्ला, सांस्कृतिक सचिव पं संदीप दीक्षित, पं राकेश शुक्ला, पं अतुल अवस्थी, पं आलोक शुक्ला, पं श्रवण शुक्ला, पं स्वदेश शुक्ल सी के तिवारी सहित अनेक सदस्य परिवार सहित उपस्थित थे। विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओ को पुरस्कृत किया गया ।समारोह के अंत में समाज के द्वारा खिचडी व तिल के लड्डू की व्यवस्था की गई थी ।