भिलाई तीन 25 अप्रैल 2024।विश्व मलेरिया दिवस पर दिवस पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मलेरिया के ख़तरों एंव हानि एंव बचाव के तरीके बताए गए। प्रखंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी सैय्यद असलम ने बताया कि मलेरिया के प्रति लापरवाही व अज्ञानता जान लेवा साबित होती है। मलेरिया संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से स्वस्थ व्यक्ति को होता है। डॉ भुनेश्वर कठौतिया ने बताया कि इसका प्रमुख लक्षण ठंड देकर बुखार आना है। साथ ही साथ में सर दर्द, उल्टी होना भी हो सकता है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष शर्मा ने बताया कि रोग प्रसारण दर एंव प्रतिरोधक क्षमता दर दोनों में परिवर्तन देखने मिल रहा है। अब मलेरिया को चिकित्सक को समझने के सभी पैरामीटर साइड में जाकर सोचना चाहिए, क्योंकि व्यक्ति लंबे समय से पीलिया से पीड़ित हैं। पीलिया का उपचार किया जाता रहा लेकिन अंत में मलेरिया के कारण पीलिया होना पुष्टि हुई। ऐसे कई अन्य प्रकरणों में सभी पैरामीटर साइड पर विचार-विमर्श कर निदान करना होगा। बीईटीओ सैय्यद असलम ने बताया बचाव में सबसे सरल तरीका सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करना, मच्छरों के पनपने वाले स्थानों की साफ सफाई करना, पानी जमाव वाले स्थानों में जला आइल डालना,पूरे आस्तीन की कमीज पहना और शाम के वक्त खिड़की दरवाजे बन्द करना चाहिए। सीनियर कंसल्टेंट एलएच व्ही श्रीमती आर विश्वास ने बताया कि जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी है। इस वर्ष अभियान की थीम अधिक न्याय संगत दुनिया के लिए मलेरिया के विरुद्ध युद्ध तेज करना। इस रोग के प्रति लोगों को बताए कार्यक्रम में श्रीमती पी स्वामी लैब टेक्नीशियन आलिया खातून, आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना पांडेय,विनोद, श्रीमती तृप्ति चंद्राकर, समीर रात्रे, चम्पा कली सोनी हिमांशु सूर्यवंशी,के वेंकट राव शामिल थे।