कोई भी व्यक्ति अपने हाथों और पैरों में सुन्नता या संवेदना की कमी को महसूस कर सकता है। किसी अनुचित अवस्था में बैठने के कारण नसों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है, जिसके कारण रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप हाथों और पैरों में सुन्नता या झनझनाहट उत्पन्न हो सकती है। हालांकि यह समस्या अस्थाई होती है। लेकिन लंबे समय तक चलने वाली और अस्पष्टीकृत सुन्नता की स्थिति कुछ अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है, जिसका निदान और इलाज किया जाना आवश्यक होता है। आज का यह लेख हाथ और पैरों के सुन्न होने से सम्बंधित है, इस लेख में आप हाथ और पैरों के सुन्न होने के कारण और घरेलू उपाय के बारे में जानेगें।
यदि कोई व्यक्ति हाथ या पैर में सुन्नता का अनुभव करता है, तो हाथ पैर सुन्न होने के बचाव सम्बन्धी उपाय में निम्न को भी शामिल किया जा सकता है जैसे:
लंबे समय तक एक ही स्थिति में नहीं बैठना चाहिए, रक्त परिसंचरण में सुधार करने के लिए समय समय पर घूमते रहना चाहिए।
उचित नींद लेनी चाहिए।
वजन कम करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
तंबाकू और कैफीन के सेवन से बचना चाहिए।
ठंड के मौसम में हाथ पैर सुन्न होने की समस्या अधिक उत्पन्न होती है, अतः हाथों और पैरों को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़ें पहनना चाहिए।
निर्जलीकरण की समस्या भी पैरों और हाथों में सुन्नता पैदा कर सकती है, अतः पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ या पानी का सेवन करना चाहिए।
तनाव की स्थिति केंद्रीय तंत्रिका विकारों से सम्बंधित लक्षणों को बदतर बना सकता है, अतः मानसिक तनाव को कम करने के लिए उचित प्रयास करना चाहिए।
पर्याप्त विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की कमी सूजन, दर्द और सुन्नता का करण बन सकती है। अतः हाथ पैर को सुन्न होने से बचाने के लिए एक स्वस्थ, संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।
शराब में विषाक्त पदार्थ उपस्थित होते हैं, जो तंत्रिका क्षति और सुन्नता का कारण बन सकते हैं। अतः सुन्नता की स्थिति से बचने के लिए शराब से परहेज करना चाहिए।
हाथों और पैरों में सुन्नता से छुटकारा पाने के लिए सबसे असरदार उपाय प्रभावित क्षेत्र पर गर्म सेक लगाना है। गर्म सिकाई, शरीर के सुन्नता प्रभावित हिस्से में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करती है। इसके अलावा, यह उपाय सुन्नता से प्रभावित क्षेत्र में मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को आराम प्रदान करता है। लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि, पीड़ित व्यक्ति को सुन्न पैरों और हाथों की अधिक गर्म सिकाई करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सूजन बढ़ने के साथ-साथ दर्द और सुन्नता में भी वृद्धि हो सकती है। सुन्नता से राहत प्राप्त करने के लिए गर्म स्नान या हीटिंग पैड का उपयोग किया जा सकता है।