भिलाई। 30 अप्रैल, 2024, (सीजी संदेश) : लू प्रबंधन पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में आज मरीज और परिजनों एंव अस्पताल स्टाफ के साथ-साथ आयोजित किया गया। बीईटीओ व स्वास्थ्य सुपरवाइजर सैय्यद असलम ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला में जागरूकता अभियान चलाकर इसके प्रति जागरूक करने निर्देश दिए हैं इस अवसर पर मेडिकल आफिसर डा भुनेश्वर कठौतिया ने बताया शरीर का तापमान जब न्यूनतम तापमान से अधिक हो जाए जिसके कारण तेज़ बुखार, उल्टी लगना, चक्कर आना, मूर्क्षित होकर गिर जाए ये प्रारंभिक लक्षण है। इसको इग्नोर नहीं करना चाहिए गर्मी में पूरी अस्तिन की कमी पहनकर जाना चाहिए खाली पेट नहीं निकलना चाहिए हो सके तो बिना वजह के 11 बजे से 4 बजे तक घर से बहार नहीं निकलना जाए, एसी ओर कूलर से सीधे निकलकर खुली धूप में नहीं जाना चाहिए, वैसे ही बहार के तापमान में कार्य करते हुए सीधे कूलरों व एसी कमरों में नहीं जाना चाहिए गागल, धूप के चश्मे, सफेद कपड़े कानो को गमछा आदि से ढक कर चलना चाहिए इस मौसम में शरीर का पानी पसीना के रूप में निकलता है जिससे पानी की कमी हो जाती है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष शर्मा ने लू के संबंध में बताया कि सरकारी अस्पतालों में मिलने वाला ओआरएस घोल बडा कारगर है सभी को गर्मी में इस्तेमाल करना चाहिए शरीर में पानी की कमी दूर करता है इसके मिश्रण में ग्लूकोज, इलेक्ट्रोड्स की कमी ओर तरल पदार्थ की कमी दूर करने में बड़ा रोल है। लू से बचाव नहीं करने पर अचानक मौत भी हो जाती है। इस का प्रबंधन जरूरी है घर पर एक गिलास पानी में एक चुटकी नमक, दो बूंद नींबू और एक चम्मच शक्कर से घरेलू नुस्खे से भी जीवन रक्षक घोल मनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आवश्यक होने पर समीप के अस्पताल मे पहुंच कर उपचार जरूर करें इस अवसर पर जेडी मानिकपुरी, श्रीमती आर विश्वास, एलएचव्ही स्टाफ नर्स श्रीमती पोमेश साहू, फार्मासिस्ट तृप्ति चंद्राकर, लैब टेक्नीशियन आलिया खातून, सहित ओपीडी में आने वाले मरीज बडी संख्या में उपस्थित रहे।