आपको जानकर हैरानी होगी कि इससे आपके मोबाइल की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता. ‘आईफिक्सइट’ के संस्थापक एवं प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ काइल वीन्स के मुताबिक, ‘रात में मोबाइल को ऑफ करना मोबाइल के ठीक तरह काम करते रहने के लिए जरूरी नहीं है में मोबाइल को ऑफ करना मोबाइल के ठीक तरह काम करते रहने के लिए जरूरी नहीं है. ‘ वीन्स के मुताबिक,जरूरी नहीं है कि स्मार्टफोन को ऑफ करने से उसकी बैट्री की उम्र लंबी हो।” फोन में बैटरियों का एक सीमित जीवनकाल होता है – जितना अधिक आप उनका उपयोग करते हैं, उतनी ही तेजी से बैटरी खराब हो जाती है,” ।
अगर आप अपने मोबाइल फोन को राहत देने के लिए उसे रात में स्विच ऑफ करके सोते हैं तो अब आपको ऐसा करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। आप अपने स्मार्टफोन को रात में यह सोचकर स्विच ऑफ कर देते हैं कि इससे उसे रेस्ट मिलेगा, तो आपको बता दें कि इसका कोई फायदा नहीं।आईफिक्सइट के फाउंडर और टेक्नॉलजी एक्सपर्ट कायली वायन्स कहते हैं, कि शाम को अपना फोन ऑफ कर देना किसी रूटीन मेन्टेनेन्स का जरूरी हिस्सा नहीं है। इससे आपके फोन की बैटरी को कोई फायदा नहीं होने वाला।’ ‘स्मार्टफोन्स की बैटरी का एक तय लाइफस्पैन होता है। जितना आप उन्हें इस्तेमाल करेंगे, उतनी ही जल्दी वह कमजोर हो जाएंगी।’ आमतौर पर एक स्मार्टपोन की बैटरी के 300 से 500 फुल चार्ज से फुली डिस्चार्ज्ड साइकल होते हैं। अगर आप अपने फोन की बैटरी का 50% ही इस्तेमाल करते हैं और उसे दोबारा चार्ज करते हैं, तो वह आधा साइकल माना जाता है। अपने स्मार्टफोन को रात में बंद करने से बैटरी बचाने में कोई मदद नहीं मिलेगी क्योंकि आप उस समय सो रहे होंगे, तो वैसे भी डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करेंगे। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने फोन को कितना इस्तेमाल करते हैं। अगर आप लगातार म्यूजिक सुन रहे हैं, विडियो देख रहे हैं या जीपीएस डिवाइस की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, तो फोन की बैटरी ज्यादा नहीं चलेगी। यह भी याद रखें कि गर्म सतह पर रखने से भी फोन की बैटरी जल्दी डाउन होती है। वायन का कहना है कि अपने फोन की बैटरी को कभी-कभी जीरो पर्सेंट हो जाने दें। अगर आप अपने फोन की बैटरी को सालभर में एक बार भी जीरो कर लें तो पर्सेंटेज काउंट सही रहेगा। “यह आता है कि आप अपने फोन का कितना कठिन उपयोग करते हैं,” वे कहते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप लगातार संगीत स्ट्रीम कर रहे हैं, वीडियो देख रहे हैं, या कार के धूप में भीगे हुए डैशबोर्ड (गर्मी से बैटरी भी खत्म हो जाती है) पर लगे रहते हुए इसे ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) डिवाइस के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपके फोन की पावर ज्यादा नहीं चलेगी। इसके बजाय, आप समय-समय पर आपकी बैटरी को शून्य प्रतिशत तक खत्म कर दें और अपने स्मार्टफोन को डेड होने दें। “यदि आप अपनी बैटरी को हर बार शून्य तक चलाते हैं – साल में एक बार ठीक है – तो यह प्रतिशत की गणना करता है।”
अगर आप अपने फोन के जीवन को “वास्तव में विस्तारित” करना चाहते हैं तो निम्नलिखित दो निर्देशों का पालन करें:
* 80-20 नियम का पालन करें – अपने फोन को कुल चार्जिंग क्षमता का केवल 80% तक चार्ज करें और इसे 20% से कम न होने दें।
* इसके अलावा, 20 रिचार्ज चक्रों के बाद, आपको बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज करके और फिर फोन बंद होने पर इसे 100% + 10 मिनट तक चार्ज करके कैलिब्रेट करना चाहिए।
ऊपर दिए गए टिप्स लीथियम ऑयन बैटरी के लिए हैं जो फोन का ज्यादातर इस्तेमाल करते हैं।
महज 30 मिनट के लिए स्विच ऑफ, होंगे ये फायदे
आपको बताते हैं कि सिर्फ 30 मिनट फोन बंद रखने से आपको कैसे फायदा हो सकता है।
* स्मार्टफोन का लगातार इस्तेमाल करना आपके दिमाग पर असर डाल सकता है। हमारा ब्रेन कभी मल्टीटास्क काम नहीं करता बल्कि वो कई कामों के बीच स्विच करता है। ऐसे में अगर आप कुछ देर के लिए अपना स्मार्टफोन बंद रखेंगे तो आपके ब्रेन को भी रिलेक्स मिलेगा।
* स्मार्टफोन्स को लगातार यूज करने पर वह ओवरहीट हो जाते हैं जिससे फोन्स के सॉफ्टवेयर पर असर पड़ सकता है। ऐसे में बहुत ज्यादा गर्म होने पर फोन को बंद करना अच्छा रहता है।
* एक रिसर्च की मानें तो 61 फीसदी लोग बिना नोटिफिकेशन देखे नहीं रह सकते, अगर आप भी उन्हीं में से हैं तो आपके लिए फोन को स्विच ऑफ करना बेहद अहम है। इससे किसी भी काम को करने के लिए कॉन्सन्ट्रेशन पावर बढ़ती है।
* फोन को बंद करने का असर इसकी बैटरी लाइफ पर भी पड़ता है। फोन को बंद करने से या हाइबर्नेट मोड पर डालने से सभी बैकग्राउंड एप एक बार में बंद हो जाती हैं।
* समय समय पर आपको अपना फोन रिबूट करना चाहिए, जिससे बैकग्राउंड एप बंद हो जाएंगी और सभी अपडेटेड फीचर्स अच्छे से काम करने लगेंगे।
तो ऐसे में जरुरी है कि आप अपने फोन और अपने ब्रेन को आराम दें। महज 30 मिनट तक फोन बंद रखने से होने वाले ये फायदे आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।