विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) हर साल 18 अप्रैल को दुनियाभर में मनाया जाता है। इस दिन को “स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस” (International Day for Monuments and Sites) के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद दुनियाभर में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का महत्व बताना और लोगों को उनके संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। देश में मौजूद सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को संरक्षण प्रदान करना है क्योंकि ये धरोहरें ही आगे आने वाली पीढ़ियों को अतीत की मानव सभ्यता से जोड़ने का काम करती हैं। दुनियाभर में कुल 1199 हेरिटेज साइट्स हैं। आइए जानते हैं इस दिन से जुड़ी जरूरी बातें।
दुनिया भर के लोग त्योहारों, परंपराओं और स्मारकों के माध्यम से अपनी संस्कृति और विरासत का जश्न मनाते हैं। मानव सभ्यता के संयुक्त इतिहास और विरासत को एक साथ सम्मान देने के लिए हर साल 18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों को प्रोत्साहित करने और सांस्कृतिक स्मारकों और स्थलों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया की संस्कृतियों के संरक्षण के महत्व को दर्शाने के लिए मनाया जाता है जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। इसलिए आज के इस लेख में हम World Heritage Day के बारे में जानेंगे।
विश्व विरासत दिवस के बारे में
स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में जाना जाने वाला विश्व विरासत दिवस दुनिया भर में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय उत्सव है। इस उत्सव में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल हैं जैसे विरासत स्थलों और स्मारकों का दौरा करना, चर्चाओं और सम्मेलनों में भाग लेना व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना है।
ऐसे होता है स्थल का चयन
अगर यूनेस्को किसी स्मारक या स्थल को धरोहर घोषित करता है तो उसके बाद उस जगह का नाम विश्व में काफी मशहूर हो जाता है। जिस वजह से वहां विदेशी पर्यटकों का आवागमन भी काफी बढ़ जाता है, जिसका लाभ सीधा देश की अर्थव्यवस्था को मिलता है। विश्व धरोहर घोषित होने के बाद उस जगह का खास ध्यान रखा जाता है और उसकी सुरक्षा भी बढ़ा दी जाती है। यदि ये स्मारक ऐसे देश में है, जिसकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है, तो यूनेस्को ही स्मारक की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाता है। अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद और विश्व संरक्षण संघ ये दो संगठन है, जो इस बात का आकलन करते हैं, कि स्थल विश्व धरोहर बनने लायक है या नहीं। साल में एक बार इस विषय के लिए समिति बैठती है और जगहों का चयन करती है। जगह का चयन करने के बाद दोनों संगठन इसकी सिफारिश विश्व धरोहर समिति से करते हैं। फिर ये फैसला लिया जाता है कि जगह को विश्व धरोहर बनाना है या नहीं।
कुल कितने वर्ल्ड हेरिटेज हैं?
दुनियाभर में कुल 1199 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स है। जिनमें 933 सांस्कृतिक स्थल हैं, 227 प्राकृतिक स्थल हैं और 39 मिश्रित स्थल हैं। वहीं 56 धरोहर स्थल खतरे की लिस्ट में शामिल हैं।
विश्व विरासत दिवस का इतिहास क्या है?
दुनियाभर में मौजूद मशहूर इमारतों और प्राकृतिक स्थलों के संरक्षण का प्रस्ताव पहली बार 1968 में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने रखा था। जिसे स्टॉकहोम में एक इंटरनेशनल समिट ने मंंजूरी दे दी। जिसके बाद यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर की स्थापना हुई। इस दिन को वर्ल्ड लेवल पर सेलिब्रेट करने का प्रस्ताव साल 1982 में रखा गया था। अगले साल यानी 1983 में वर्ल्ड हेरिटेज डे मनाने की आधिकारिक मान्यता मिल गई। 18 अप्रैल 1982 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ मॉन्यूमेंट्स एंड साइट के द्वारा पहला विश्व धरोहर दिवस ट्यूनीशिया में सेलिब्रेट किया गया था।
* स्मारक और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिषद (ICOMOS) की स्थापना 1982 में की गई थी।
* स्मारकों और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस अब लोकप्रिय रूप से विश्व विरासत दिवस के रूप में जाना जाता है और इस संगठन के प्रिंसिपल्स वेनिस चार्टर में रखे गए थे।
* ICOMOS संगठन का निर्माण इन स्थानों की सुरक्षा और महत्व की आवश्यकता के बाद किया गया था।
* कई आर्किटेक्ट, इंजीनियर, सिविल इंजीनियर, भूगोलवेत्ता, पुरातत्वविद् और कलाकार इस ICOMOS का हिस्सा हैं।
* प्रत्येक वर्ष यह संगठन मदद करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करता है कि दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत स्थल और उन सांस्कृतिक स्मारकों का महत्व आने वाली पीढ़ी के लिए संरक्षित रहे।
* International Council on Monuments and Sites की स्थापना के बाद से, दुनिया भर के 150 देशों में 10,000 से अधिक सदस्यों को शामिल करने के लिए इसका विस्तार हुआ है। इन 10,000 सदस्यों में से 400 विभिन्न संस्थानों, अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक समितियों और राष्ट्रीय समितियों से संबंधित हैं।
विश्व विरासत दिवस कब मनाया जाता है?
हर साल यह उत्सव 18 अप्रैल को आयोजित किया जाता है, जो विश्व की विरासत के लिए एक प्रमुख दिन है और यह दिन ऐतिहासिक स्मारकों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए काम करता है।
विश्व विरासत दिवस का महत्व क्या है?
* पर्यटन बहुत ही बड़ा माध्यम बना है लोगों को इन धरोहरों को देखने और जानने का। देश के अलग-अलग देशों में स्थित ये धरोहरें प्रकृति के साथ मानव के रचनात्मकता और कलात्मकता को बयां करती हैं। तो इन्हें संरक्षित करना हर एक नागरिक की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
*.प्राचीन स्मारक, इमारतें और विरासत स्थल भारत में पर्यटन के माध्यम से राजस्व का एक बड़ा स्रोत हैं और इस प्रकार इन्हें दुनिया के लिए एक संपत्ति माना जाता है।
* यह दिन विश्व की विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रखने के लिए दुनिया के सभी समुदायों के को प्रोत्साहित करता है।
* कुछ लोकप्रिय विश्व धरोहर स्थलों में भारत के अजंता गुफाएं , एलोरा गुफाएं, आगरा किला और ताज महल जैसी धरोहर है साथ ही विश्व में चीन की महान दीवार, माचू पिचू, गीज़ा के पिरामिड और कई अन्य शामिल हैं।
विश्व विरासत दिवस कैसे मनाते हैं?
* इस दिन दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम होते हैं जिनमें सम्मेलन और इन विरासत स्थलों और स्मारकों का दौरा जैसी गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
*.लोगों को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर हेरिटेज साइटों को बढ़ावा देना चाहिए और अन्य लोगों को इन साइटों पर जाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
* लोग विश्व विरासत दिवस के सम्मान में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को खोज सकते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ इन कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।
* स्कूल में विरासत दिवस मनाना छात्रों और कर्मचारियों के बीच सांस्कृतिक जागरूकता और सम्मान को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है।
विश्व विरासत दिवस 2024 थीम
इस साल विश्व विरासत दिवस का आधिकारिक विषय “विविधता की खोज करें और अनुभव करें ” है.
2023 का विषय “हेरिटेज एंड क्लाइमेट” (विरासत और जलवायु) था.
2022 का विषय “रूरल लैंडस्केप” (ग्रामीण परिदृश्य) था।
विश्व विरासत दिवस पर 10 लाइन्स
*.विश्व विरासत दिवस हर साल 18 अप्रैल को मनाया जाता है।
* पहला विश्व विरासत दिवस ट्यूनीशिया में मनाया गया था।
* यह निर्णय यूनेस्को जनरल कॉन्फ्रेंस द्वारा उनके 22वें सत्र में लिया गया था।
*.विरासत और संस्कृति का जश्न मनाने का विचार स्मारक और स्थलों पर अंतर्राष्ट्रीय परिषद का एक प्रस्ताव था।
* स्मारक और स्थलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिषद (ICOMOS) की स्थापना 1982 में की गई थी।
* विश्व विरासत दिवस हर साल एक थीम भी चुनती है और दुनिया भर के सभी देश उस थीम का इस्तेमाल करके इस दिन को मनाते हैं।
* यह दिन अद्भुत किलों जैसे की ताज महल, हुमायूँ का मकबरा, कुतुब मीनार और लाल किला जैसी धरोवर के अभी तक सुरक्षित रहने का जश्न मनाता है।
* इस दिन छात्रों को ऐतिहासीक जगहों पर भ्रमण कराया जाता है और अधिक जानकारी हासिल की जाती है।
* विश्व विरासत दिवस प्राचीन स्थलों को कई पीढ़ियों तक सुरक्षित रखने के लिए दुनिया के सभी समुदायों के सामूहिक प्रयास को प्रोत्साहित करता है।
* इस तरह के विवरणों का उत्सव हमारी पहचान को मजबूत करता है और हमें हमारी पैतृक विरासत पर गर्व कराता है।
विश्व विरासत दिवस से जुड़े तथ्य
* वर्तमान में 1,092 विश्व धरोहर स्थल हैं। इन्हें 845 सांस्कृतिक, 209 प्राकृतिक और 38 मिश्रित स्थलों के बीच विभाजित किया गया है।
* सबसे ज्यादा विश्व धरोहर स्थलों वाला देश इटली है।
* 32 देश ऐसे हैं जहां कम से कम 10 विश्व धरोहर स्थल हैं, 13 देश ऐसे हैं जहां कम से कम 20 स्थल हैं, 8 देश ऐसे हैं जहां कम से कम 30 स्थल हैं, और 5 देश ऐसे हैं जहां 40 या अधिक स्थल हैं।
* सबसे बड़ा विश्व धरोहर स्थल किरिबाती में फीनिक्स द्वीप संरक्षित क्षेत्र है जिसका क्षेत्रफल 408,250 किमी 2 है।
*.सबसे छोटा विश्व धरोहर स्थल चेक गणराज्य के ओलोमौक में होली ट्रिनिटी कॉलम है।
*.नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान में नंदा देवी शिखर है, जो पूरी तरह से भारत के भीतर 7816 मीटर पर स्थित सबसे ऊंची चोटी है।
* ‘भीमबेटक गुफाएँ’ भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन के शुरुआती निशान प्रदर्शित करती हैं।
भारत में विश्व विरासत दिवस 2024 कैसे मनाएं ?
* किसी ऐतिहासिक स्थल या संग्रहालय की यात्रा करें: भारत में कई विश्व धरोहर स्थल हैं, जैसे आगरा का ताजमहल, सांची का स्तूप, कोणार्क का सूर्य मंदिर, आदि. आप इनमें से किसी एक स्थान पर जाकर इतिहास और संस्कृति को करीब से जान सकते हैं।
* विरासत संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाएं: आप अपने दोस्तों और परिवार को विश्व धरोहर स्थलों के महत्व के बारे में बता सकते हैं और उन्हें इनके संरक्षण के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. सोशल मीडिया पर #WorldHeritageDay हैशटैग का इस्तेमाल कर जागरूकता फैला सकते हैं।
* विरासत पर आधारित कार्यशाला या प्रतियोगिता में भाग लें: कई स्कूल और संगठन विश्व विरासत दिवस के अवसर पर कार्यशाला या प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं. आप इनमें भाग लेकर अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं और विरासत के बारे में अधिक जान सकते हैं।
* विरासत संरक्षण से जुड़े किसी संगठन को दान करें: आप किसी ऐसे संगठन को दान देकर विश्व धरोहर स्थलों के संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं, जो ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण का काम करते हैं।
*.विश्व विरासत दिवस हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत की सराहना करने और उसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करने का अवसर देता है. आइए हम सब मिलकर इस धरोहर को संभालने का संकल्प लें!
हर देश में कोई न कोई ऐसी इमारत होती हैं, जो उसके वैभव का प्रतीक होती है। इन इमारतों से ही उस देश की कला, संस्कृति, इतिहास का पता चलता है। ये विरासत स्थल ही हैं जो मनुष्यों और प्रकृति के बीच संबंधों को दर्शाते हैं और मानव सभ्यता की विकास गाथा को भी बयां करते हैं। यहां तक कि आने वाली पीढ़ियों को पुराने समय से रूबरू कराने में भी इन चीजों का बहुत महत्व होता है।