भिलाई नगर17 जनवरी 2022(सीजी संदेश) प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के साकार संस्थाक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 53 वीं पुण्यतिथि आज18 जनवरी विश्व के पाँचों महाद्वीपों में 140 देशों में विस्तारित साढे आठ हजार से भी अधिक सेवाकेन्द्रों में विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाई जायेगी।जिसमें बारह लाख से भी अधिक ब्रह्मा वत्स ब्रह्ममुहर्त प्रात: काल से ही संगठित रूप से मौन में रह राजयोग मेडिटेशन द्वारा विश्व में शान्ति के गहन प्रकम्पन फैलाएंगे।ज्ञात हो कि इस नए वर्ष को 1 जनवरी से 18 जनवरी तक “जीना है बाबा जैसे” तपस्या वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है जिसमें देश विदेश के अनुभवी राजयोगी वक्ताओं द्वारा मेडिटेशन क्लासेस ऑनलाइन संपन्न हुई। इस अवसर पर भिलाई दुर्ग ,रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के सभी मुख्य सेवाकेन्द्रो में भी में पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 53 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर ब्रह्मा वत्स मौन में रह आत्मचिंतन कर राजयोग की गहन साधना द्वारा स्वयं में परिवर्तन करगे | पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने आध्यात्मिक ज्ञान व राजयोग के माध्यम से सन 1936 में नारी शशक्तिकरण का बीज बोया जो आज विशाल वट वृक्ष बनकर सम्पूर्ण विश्व को राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से शीतल छाया प्रदान कर रहा है ।
विश्व में शान्ति और सद्भावना के लिए कार्यरत ब्रह्माकुमारी संगठन ने आज सारे संसार में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा सारे विश्व में की जा रही उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए इसे यूनिसेफ तथा आर्थिक एवं सामाजिक परिषद में सलाहकार का दर्जा प्रदान किया है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1981 में विश्व शान्ति दूत पदक प्रदान कर भी सम्मानित किया।प्रातः राजयोग सत्र ऑनलाइन संपन्न होगा एवं कोविड-19 के सुरक्षा प्रमाण होगा जिसमें सावधानी एवं सुरक्षा नियमों का पालन किया जाएगा और यह ऑनलाइन भी रहेगा।
शक्ति के प्रेरणा स्त्रोत ब्रह्मा बाबा की 53 वीं पुण्यतिथि,,,,, सेवा केंद्रों में विश्व बंधुत्व दिवस के रुप में मनाया जावेगा
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