
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन होने जा रहा है। यह कार्यक्रम साइंस कॉलेज मैदान में होगा। 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक महोत्सव चलेगा। इसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति बनाई गई है, जिसमें छह मंत्रियों को भी रखा गया है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में छत्तीसगढ़ समेत विभिन्न् राज्यों के 2500 कलाकार भाग लेंगे।
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए गठित कमेटी में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, अनुसूचित जाति-जनजाति विकास मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल को रखा गया है। मंत्रियों के अलावा मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, वित्त तथा लोक निर्माण विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सदस्य बनाए गए हैं। उच्च शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सचिव समिति के सदस्य सचिव होंगे। आयोजन के लिए संस्कृति विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। आयोजन स्थल पर राज्य सरकार की योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी समेत अन्य योजनाओं के स्टॉल लगाए जाएंगे।
प्रशासनिक दृष्टि से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अंतरविभागीय समन्वय समिति का गठन भी किया गया है। समन्वय समिति में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विभाग, वित्त तथा लोक निर्माण विभाग, प्रमुख सचिव कौशल विकास, वाणिज्य एवं उद्योग, ग्रामोद्योग, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, आदिमजाति कल्याण विभाग, कृषि विभाग, वन विभाग, आयुक्त संस्कृति एवं पुरातत्व, संभाग आयुक्त रायपुर, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर, आयुक्त जनसम्पर्क सदस्य होंगे। सचिव उधा शिक्षा, पर्यटन एवं संस्कृति सदस्य सचिव होंगे।
महोत्सव में चार विषयों पर आधारित प्रतियोगिता होगी। पहला विवाह या मांगलिक अवसर पर होने वाले नृत्य, दूसरा कृषि आधारित जैसे फसल कटने के समय होने वाले नृत्य, तीसरा देश के विभिन्न् राज्यों में पारंपरिक त्योहारों, विशेष अवसरों पर होने वाले नृत्य और चौथे विषय को खुली प्रतियोगिता के रूप में रखा गया है। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले दलों-प्रतिभागियों को नगद राशि पुरस्कार और प्रतीक चिन्ह दिया जाएगा। एक प्रदेश से चार ग्रुप शामिल होंगे। एक गु्रप में 15 कलाकार हो सकते है।
छत्तीसगढ़ के उन्हीं कलाकारों को महोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा, जो तीन स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। इसके लिए विकासखंड स्तर पर एक से 14 नवंबर तक प्रतियोगिता रखी जाएगी। इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों के लिए 16 से 30 नवंबर तक जिला स्तरीय और उसके बाद एक से 10 दिसंबर तक संभाग स्तरीय प्रतियोगिता कराई जाएगी।