भारत एक ऐसा देश है जहाँ कुछ किलोमीटरों के फासलों में बोली, प्रथा और संस्कृति बदल जाती है| क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश भारत एक विशिष्ट भौगौलिक इकाई है। अपने प्राचीन सभ्यता और आधुनिक इतिहास के साथ भारत में पर्यटन के लिहाज़ से अपार संभावनाएं हैं। भारत की जीडीपी में पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव है। साल भर पूरे विश्व से लोग भारत की खूबसूरती देखने आते हैं, जिससे भारत का आर्थिक स्तर बढ़ता है। यहां का पर्यटन भारत की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है, जिसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है। भारत के पर्यटन से लगभग 7 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं। इससे रोजगार मिलता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day) के रूप में भी मनाया जाता है| आइये जानते हैं राष्ट्रीय पर्यटन दिवस कब मनाया जाता है और क्या है इसका महत्त्व …..
भारत का राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को मनाया जाता है। इसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। भारत का समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता देश को विदेशी यात्रियों के बीच सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बनाती है। भारत एक ऐसा देश है जहां पर आपको हर किलोमीटर पर अलग-अलग धर्म, मजहब, बोली, भाषा और पहनावे के लोग मिलेंगे। अगर आप उत्तर भारत के राज्यों में जाएंगे तो वहां पर आपको हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा मिलेगी और अगर आप दक्षिण भारत की तरफ जाएंगे, तो आपको अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा मिलेगी। इस प्रकार देश में अलग-अलग राज्यों में कई बोली भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं। यहां की सांस्कृतिक, विरासत, क्रूज, प्रकृति, शैक्षिक, व्यवसाय, खेल, ग्रामीण, चिकित्सा और पर्यावरण-पर्यटन सहित पर्यटन के विभिन्न रूपों की पेशकश करता है। पर्यटन के प्रचार और विकास के लिए राष्ट्रीय नीतियां पर्यटन मंत्रालय द्वारा डिजाइन और कार्यान्वित की जाती हैं। आंकड़ों के अनुसार, 7.7% से अधिक भारतीय कर्मचारी पर्यटन उद्योग में काम करते हैं। हर साल, देश में लाखों विदेशी पर्यटक आते हैं। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की स्थापना पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने और पर्यटन स्थलों और स्थानीय समुदायों के विकास और स्थिरता में इसके योगदान को मान्यता देने के लिए की गई थी। क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश भारत एक विशिष्ट भौगौलिक इकाई है जहाँ पहाड़, समुन्द्र, बग्याल, रेगिस्तान मौजूद हैं| अपने प्राचीन सभ्यता और आधुनिक इतिहास के साथ भारत में पर्यटन के लिहाज़ से अपार संभावनाएं घर करती हैं| यही वजह है कि विदेशी पर्यटक इंडिया घूमने के लिए आते हैं। भारत संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) के उत्सव में भी भाग लेता है। 2008 में, भारत ने इस आयोजन की मेजबानी भी की थी। उस वर्ष विश्व पर्यटन दिवस की थीम थी “जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती का जवाब देने वाला पर्यटन”। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष में एक दिन राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day) के रूप में भी मनाया जाता है| आइए जानकारी प्राप्त करते हैं कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस क्या होता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के बारे मे जानकारी
दिन : राष्ट्रीय पर्यटन दिवस
तिथि : 25 जनवरी
घोषणा वर्ष : 1980
उद्देश्य : पर्यटन को बढ़ावा देना
लाभ : देश की जीडीपी में बढ़ोतरी होना
थीम : हर साल अलग–अलग
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस क्या है?
हर देश तरक्की की राह पर आगे चलना चाहता है और इसके लिए हर देश की गवर्नमेंट तरह-तरह के उपाय करती है। किसी भी देश की आर्थिक तरक्की के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे इंतजाम किए जाएं कि उस देश में पैसे का आवागमन ज्यादा हो। पर्यटन भी एक ऐसा क्षेत्र है जो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। जहां एक ओर भारतीय पर्यटन से करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है तो वहीं दूसरी ओर देश की जीडीपी में भी बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा पर्यटन दिवस के जरिए देश विदेश तक भारत की ऐतिहासिकता, खूबसूरती, प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति का प्रचार प्रसार भी होता है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई पर्यटन स्थल हैं जो यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यटन दिवस इन्हीं आकर्षण को दुनिया के सामने लाने का एक जरिया है। हमारे देश की संस्कृति और कला के बारे में लोग अधिक से अधिक जाने और अधिक से अधिक पर्यटक भारत देश घूमने के लिए आए, इसलिए भारत देश में हर साल राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day) प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है| यह दिन सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने और देश के विकास में पर्यटन की आवश्यक भूमिका को पहचानने के लिए मनाया जाता है| शेष विश्व की तुलना में, भारत का पर्यटन क्षेत्र दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ते पर्यटन स्थलों में से एक है इसमें तेज, टिकाऊ और समावेशी विकास को बढ़ावा देने की भी क्षमता है| इस प्रकार से अगर आपसे कभी यह सवाल किया जाए कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस कब सेलिब्रेट किया जाता है? तो आप जवाब के तौर पर 25 जनवरी का नाम दे सकते हैं। अधिकतर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी यह क्वेश्चन आता है। इसलिए आपको इसे अच्छे से याद कर लेना चाहिए।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास।
देश को आजादी मिलने के सिर्फ 1 साल बाद ही यानी की वर्ष 1948 में गवर्नमेंट ने यातायात कमेटी को बनाया। इस कमेटी का सबसे पहला हेड क्वार्टर दिल्ली राज्य में रखा गया था परंतु बाद में इसे मुंबई राज्य में ट्रांसफर कर दिया गया। फिर अगले 3 सालों के बाद ही वर्ष 1951 में इस कमेटी के 2 और ऑफिस चेन्नई और कोलकाता शहरों में चालू किए गए। इसके अलावा वर्ष 1958 के आसपास में टूरिज्म से संबंधित एक स्पेशल डिपार्टमेंट को भी टूरिज्म एंड कम्युनिकेशन मिनिस्ट्री के तहत तैयार किया गया।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के कई महत्व है। इसका महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन को सेलिब्रेट करके भारत अपने देश में मौजूद प्रमुख जगहों के बारे में दुनिया को बताता है। क्योंकि जब लोगों को भारत में घूमने लायक जगह के बारे में जानकारी होगी तभी वह अधिक से अधिक इंडिया आना पसंद करेंगे और इसके कारण भारत की जीडीपी में बढ़ोतरी होगी, साथ ही जिन जगहों पर वह घूमने के लिए जाएंगे, वहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार प्राप्त होगा। विदेशी टूरिस्ट के अलावा भारतीय टूरिस्ट भी गवर्नमेंट के इस प्रयास के फलस्वरूप अधिक से अधिक इंडिया में घूमने लायक जगह पर जाएंगे। इससे पैसे का आवागमन बनेगा।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस थीम 2024
पिछले साल यानी राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 की थीम जहां ‘ग्रामीण और सामुदायिक केंद्रित पर्यटन’ (Rural and Community Centric Tourism) रखी गई थीं, वहीं वर्ष 2024 में पर्यटन दिवस का विषय ‘सतत यात्राएं, असामयिक यादें (Sustainable Journeys, Timeless Memories)’ थीम तय की गई है। यह थीम हमें जिम्मेदार और सचेत यात्रा की अवधारणा पर जोर देती है। 2021 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम के तौर पर “देखो अपना देश” नाम का नारा अपनाया गया था। हालाकी कोविड-19 के बढ़ते हुए प्रभाव के कारण 2021 में पर्यटको के भारत आने की संख्या में काफी कमी आई थी, क्योंकि लॉकडाउन लग जाने के कारण कई लोगों ने अपने आपको घर पर ही रहना सुरक्षित समझा। इसके बाद सन 2022 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 की थीम थी ‘रिथिन्किंग टूरिज्म’।
पर्यटन क्या होता है?
पर्यटन को अंग्रेजी भाषा में टूरिज्म कहा जाता है। पर्यटन का मतलब होता है या तो अकेले किसी जगह को देखने के लिए घूमने निकल जाना या फिर समूह के साथ किसी जगह को देखने के लिए यात्रा करना। पर्यटन के कई प्रकार होते हैं। कुछ लोग मीटिंग अटेंड करने के लिए पर्यटन करते हैं, तो कई लोग एजुकेशन, हेल्थ और काम के लिए पर्यटन करते हैं। दुनिया में पर्यटन की इंडस्ट्री तेजी के साथ बढ़ रही है और लगभग जितने भी देश दुनिया में है उन देश की आर्थिक तरक्की में पर्यटन काफी अहम रोल रखता है।
भारत के मुख्य पर्यटन स्थल कौन से हैं?
वैसे तो हमारे देश में घूमने के लिए जगह की कोई भी कमी नहीं है। इंडिया दुनिया का सबसे प्राचीन देश है और यहां पर कई धर्मों का संगम है। इसीलिए यहां पर ऐसे कई मठ, मंदिर, इमारते,झरने तथा अन्य चीजें हैं जो विदेशी पर्यटकों को इंडिया घूमने के लिए आकर्षित करती हैं। इसके अलावा इंडिया के पर्यटक भी इन जगहों पर घूमना पसंद करते हैं। नीचे आपको कुछ ऐसे नाम दिए जा रहे हैं जो घूमने के लिए सबसे बेस्ट जगह इंडिया में मानी जाती है। हालांकि इन नामों के अलावा भी ऐसी बहुत सी जगहे इंडिया में है जिसे आप घूम सकते हैं।
• ताज महल उर्फ तेजो महल, आगरा
• लाल किला, नई दिल्ली
• पुष्कर, राजस्थान
• आमेर का किला, राजस्थान
• हुमायूं का मक़बरा
• उदयपुर का सिटी पैलेस, राजस्थान
• जैसलमेर का सोनार किला, राजस्थान
• जोधपुर का मेहरानगढ़ किला, राजस्थान
• अमृतसर का स्वर्ण मंदिर, पंजाब
• हवा महल,जयपुर
• जंतर मंतर,नई दिल्ली
• इंडिया गेट,नई दिल्ली
• मैसूर पैलेस,मैसूर
• स्टेचू ऑफ यूनिटी, गुजरात
• अक्षरधाम मंदिर, नई दिल्ली
• मनगढ़ मंदिर, उत्तर प्रदेश
• माउंट आबू, राजस्थान
• चित्तौड़गढ़ का किला, राजस्थान
• चारमीनार, हैदराबाद
• अमरनाथ मंदिर, जम्मू कश्मीर
• वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू कश्मीर
• केदारनाथ धाम, उत्तराखंड
• मुंबा देवी मंदिर, मुंबई
भारतीय पर्यटन दिवस का प्रभाव
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व दिन का महत्व बेहद सीधा और सरल है, देश में पर्यटन की प्रमुखता को उजागर करना और यह भारत की आर्थिक संभावनाओं को प्रभावित करता है। देश में प्रत्येक क्षेत्र में एक समृद्ध इतिहास जुड़ा हुआ है जो विभिन्न तरीकों से स्मरण किया जाता है। पर्यटन यह सब उजागर करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके साथ ही, लोगों को इस बारे में शिक्षित किया जाता है कि यह देश में किस तरह की भूमिका निभाता है। भारत की जीडीपी में पर्यटन दिवस का गहरा प्रभाव है। साल भर पूरे विश्व से लोग भारत की खूबसूरती देखने आते हैं, जिससे भारत का आर्थिक स्तर बढ़ता है। यहां का पर्यटन भारत की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाता है, जिसका प्रचार प्रसार विदेशों तक होता है। भारत के पर्यटन से लगभग 7 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं। इससे रोजगार मिलता है।
उम्मीद है आप सभी अपने परिवार के साथ देश के पर्यटन स्थलों का भरपूर आनंद उठाते होंगे साथ ही आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखी गई कहानी पसंद आती होगी, आपका बहुमूल्य फीडबैक हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है |