मटर खाना सभी को पसंद होता है, लेकिन सर्दियों के बाद ताजी मटर मिलना बंद हो जाती हैं। ऐसे में हम सभी पूरे साल मार्केट से लाई हुई फ्रोजन मटर का इस्तेमाल करते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए लाए हैं, घर पर मटर को प्रिजर्व करने का आसान तरीका। जिसमें हमने किसी भी तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया है। ये तरीका हेल्दी है और सुरक्षित भी।
हरी मटर खाने के स्वाद को तो बढ़ा ही देती है। इसके साथ ही ये सेहत के लिए भी अच्छी होती है। इसमें प्रोटीन का बहुत अच्छा सोर्स होता है। इसमें प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो इम्युनिटी को तो स्ट्रांग करता ही है इसके साथ में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कंट्रोल में रखता है। हरी मटर का प्रयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। सब्ज़ी के स्वाद को दो गुना बढ़ा देता है। चाहे सब्जी हो, सूप हो या पुलाव। मटर की पौष्टिकता से न केवन उस व्यंजन के स्वाद में इज़ाफा होता है बल्कि उसकी नुट्रिशयस वेल्यू भी बढ़ जाती है। सर्दियों में बड़ी तादाद में ताजे़ मटर बाज़ार में आसानी से मिल जाते हैं। जैसे जैसे तापमान बढ़ने लगता है मटर बाज़ारों से लुप्त हो जाते हैं। अगर आप गर्मी के मौसम में भी मटर को अपनी रेसिपीज़ में एड करना चाहते हैं, तो इन आसान तरीकों को अपनाएं। आइए जानते हैं मटर स्टोर करने के आसान तरीके।
क्या हेल्दी हैं फ्रोजन मटर
इससे पहले कि हम आपको ऑफ सीजन के लिए मटर स्टोर करने का तरीका बताएं, यह जान लेना जरूरी है कि क्या फ्रोजन मटर आपके लिए हेल्दी हैं? क्या फ्रोजन मटर का इस्तेमाल करने से आपके स्वास्थ्य पर कोई असर पड़ता है? क्या ये स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं या ताज़ा मटर इनसे बेहतर होती हैं? चलिये पता करते हैं, लेकिन उससे पहले जानते हैं मटर के पोषण मूल्य।
सबसे ज्यादा हेल्दी हैं ताज़ी मटर, जानिए इनका पोषण मूल्य
80 ग्राम मटर में – 63 किलो कैलोरी | 5.4 ग्राम प्रोटीन | 1.3 ग्राम वसा | 8.0 ग्राम कार्बोहाइड्रेट | 4.5 ग्राम फाइबर | 184mg पोटेशियम | 104mg फास्फोरस | 1.2 मिलीग्राम आयरन | 13 मिलीग्राम विटामिन C l वे अपनी प्रोटीन युक्त सामग्री के लिए सेवन किए जाते हैं। इसमें नौ आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो कोशिका के कार्य में सहायता करते हैं। इसके अलावा, वे कम वसा, उच्च फाइबर और विटामिन A, D, E और K से भरपूर होते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार मटर हार्ट हेल्थ, ब्लड प्रैशर और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है।
क्या स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं फ्रोजन मटर?
फ्रोजन मटर उपयोग में आसान होते हैं, बिना छिलके के ये 6-12 महीने तक चलते हैं! ये ताजे मटर की तुलना में ज़्यादा महंगे भी नहीं होते हैं। इनके पोषण मूल्य बने रहते हैं और उनमें नाम मात्र का अंतर हो सकता है। नकारात्मक पक्ष यह है कि फ्रोजन मटर में आमतौर पर कुछ मात्रा में सोडियम या अन्य योजक होते हैं। इसलिए जब आप इनका उपयोग कर रहे हों तो आपको लेबल को अच्छी तरह से जांचना चाहिए।
मटर को एक साल तक स्टोर करना कितना सुरक्षित है?
हम मटर को एक साल तक स्टोर तो कर सकते हैं, लेकिन स्वाद को फ्रेश बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि हरी मटर को एक साल तक स्टोर न करें क्योंकि लगातार फ्रिज में रखने के कारण मटर सख्त हो सकती है, जिससे हमारे पेट में दर्द हो सकता है।
डायबिटिक्स के लिए खास है हरी मटर
हरे मटर एंटी माइक्रोबियल, एंटी फंगल एंटी डायबिटिक गुणों से भरपूर है। हरी मटर में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इनमें विटामिन ए, सी, कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट्स, मिनरल्स, एन्ज़इम्स और अन्य नुट्रिएंट्स पाए जाते हैं। मटर को उगने में करीबन दो महीनों का वक्त लगता है। इस सब्जी को गर्मी की शुरूआत या वसंत के आखिर में उगाना फायदेमंद रहता है। 15 डिग्री से लेकर 21 डिग्री तापमान में मटर आसानी से पक जाते हैं।
सेहत के लिए लाजवाब है हरी मटर
मटर का सेवन डायबिटीज़, हार्ट प्रोब्लम और जोड़ों में दर्द समेत कई पुरानी बीमारियों से राहत देने का भी काम करता है।
डाइजेस्टिव सिस्टम को सुधारे : मटर में फाइबर, फ़ास्फ़रोस और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इनकी मदद से पाचन सम्बन्धी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल करे कंट्रोल : एसएफ गेट के मुताबिक मटर कोलेस्ट्रॉल से मुक्त हैं, जो आपकी मांसपेशियों और मस्तिष्क को हेल्दी बनाते हैं। एक कप मटर में 8. 5 ग्राम प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है, जो 1 स्पून पीनट बटर से दोगुना प्रोटीन प्रदान करता है। पके हुए मटर के एक कप में 9 ग्राम फाइबर भी होता है, जो आपको संपूर्ण आहार देने में मदद करता है। इसमें 9. 5 ग्राम प्राकृतिक चीनी भी होती है, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाए बिना आपके मस्तिष्क को ग्लूकोज प्रदान करती है।
इम्यून सिस्टम को करे मज़बूत : मटर में मिनरल्स, विटामिन्स और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती हैं।
ऑफ सीजन के लिए करना है हरी मटर को स्टोर, तो इन तकनीकों का करें इस्तेमाल
सबसे पहले जानते हैं कि किन जरूरी बातों को ध्यान में रखें
सबसे पहले तो इस बात को ध्यान में रखें कि जब भी आप मटर को स्टोर करके रखना चाहते हैं तो हमेशा बेहतर क्वालिटी के ही मटर को खरीदें। वरना मटर ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएंगी। इस बात को ध्यान में रखें कि खराब मटर को अलग करते जाएं, या जो मटर कच्ची हो उन्हें अलग ही स्टोर करके रखें। मटर को हमेशा छील कर ही रखें। क्योंकि यदि आप मटर को छिलके सहित रखेंगे तो जल्दी खराब हो जाएगी। और साथ ही साथ ये भी ध्यान रखें कि मटर को छीलते समय मोटी छिलकों वाली जो भी मटर हैं उनकों अलग पॉलीथिन में रखें, और छोटी यानी जो ताजी मटर होती है उनको -अलग रखें। कच्ची होने के कारण ताजी छोटी मटर जल्दी खराब हो सकती है। ज्यादा बड़े-बड़े पोल्य्थिंस में एक-साथ मटर को न रखें, इसके बजाय छोटी-छोटी पोल्य्थिंस का इस्तेमाल करें। जो भी मटर आपने स्टोर कर रखी है, उनको पहले थोड़ी देर पानी में डाल लें, फिर यूज़ करें ताकि वे सामान्य तापमान में आ जाए।
चीनी-नमक के साथ करें स्टोर : हरी मटर को पहले साफ कर लें। उसके बाद एक बर्तन में पानी लें और उसमें मटर डाल दें।मटर को अब पानी में उबलने के लिए रख दें और उसमें कुछ दाने चीनी और एक चम्मच नमक का डाल दें। चीनी से जहां मटर की स्वीटनेस बनी रहती हैं। वहीं नमक एक प्रिजर्वेटिव के तौर पर काम करता है। इससे मटर का स्वाद और रंग ज्यों का त्यों बने रहते हैं। दो से तीन मिनट बाद गैस बंद कर दें। अब मटर को पानी से बाहर निकाल लें। एक बर्तन में बर्फ लेकर मटरों को उसमें डाल दें। जब मटर पूरी तरह से ठंडी हो जाएं, तो उन्हें एयरटाइट बैग में स्टोर करके रख दें। एयर टाइट बैग्स को डीप फ्रीज करें। आप जब चाहें, उनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
15 दिन के लिए इस तरह करें स्टोर : इसके लिए मटर को छीलकर नॉर्मल पानी से धो लें। अब मटर को कुछ देर धूप या पंखें की हवा में सुखा लें। उसके बाद इन्हें साफ कपड़े से पोंछकर एक सूखे और पारदर्शी एअरटाइट जार में भर दें। इस तरह से आप इनका बिना खराब हुए 15 दिन से लेकर एह महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
मस्टर्ड ऑयल रखेगा ताज़ा : इसके लिए आप मटर को धोकर धूप में 5 से 10 मिनट के लिए सुखा दें। उसके बाद एक एअर टाइट बैग लेकर उसमें मटर डाल दें और उपर से सरसों के तेल की कुछ बूंदे गिरा दें। अब पैकेट को अच्छी तरह से हिला दें। इससे तेल पूरी तरह से मिक्स हो जाता है। आप इसे फ्रिज में रख दें। इस तरह से आप दो महीनों तक मटर का प्रयोग कर सकते हैं।
फ्रिज से निकालने के बाद हरी मटर को कैसे पकाएं?
अगर आप चाहते हैं कि फ्रिज की मटर थोड़ी मुलायम रहे और इंस्टेंट पकाई जा सके, तो इसके लिए आप हल्के गुनगुने पानी में कुछ देर के लिए मटर को भिगो सकते हैं। इससे मटर मुलायम हो जाएंगी और आसानी से पक भी जाएंगी।
आप इन आसान टिप्स को अपनाकर हरी मटर को लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं।