भिलाई। क्रिश्चन कम्युनिटी चर्च सेक्टर 6 भिलाई के 61वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर होने वाले साप्ताहिक महोत्सव का समापन पर्व चर्च परिसर में हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में चर्च के सदस्य एवं शुभ चिंतक मौजूद थे। जिन्होंने एक दूसरे को बधाई देकर गीत संगीत एवं आध्यात्मिक प्रवचन के साथ इस अवसर को सेलिब्रेट किया। साथ ही प्रति 10 वर्ष में प्रकाशित होने वाले स्मारिका पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत चर्च के प्रमुख पासवान रेवरेंड अर्पण तरूण के प्रार्थना से हुई जिन्होंने अपनी प्रार्थना में प्रभु को धन्यवाद दिया कि उनकी आशीषों के द्वारा आज यह चर्च पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा सदस्यों वाला चर्च बना है। तत्पश्चात चर्च पंचायत के बोर्ड चेयरमैन निर्मल कुजुर ने सभी सदस्यों को एवं उनके परिवार को बधाई दी। प्रमुख पासवान रेवरेंड अर्पण तरुण ने देश-विदेश से भेजे गए शुभकामना संदेशों को पढ़ा।
एवं सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। चर्च के पूर्व पासवान रेवरेंड पीपी दास ने अपने प्रार्थना में देश के सुख शांति तथा बेरोजगारी, बीमारी को दूर कर देश के खुशहाली के प्रार्थना की। चर्च के विभिन्न शाखाओं जामुल, नंदिनी, चरोदा, बोरसी, दल्ली राजहरा आदि से आए पासवान रेवरेंड सीके हार्वे, एडिसन सागर, सुनील जान, मनीष डेनियल, राजीव अर्नाल्ड, सच्चिदानंद, एस टोप्पो ने अपने-अपने चर्च की तरफ से बधाइयां प्रेषित कर चर्च के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। चर्च पंचायत की सचिव श्रीमती सीजे फिश ने चर्च पंचायत की तरफ से सभी पासवान को एवं फाउंडर मेंबरों को उनके घरानों को याद किया। प्रथम पासवान स्वर्गीय पन्नालाल को जिनके अथक प्रयासों से इस चर्च की नींव रखी गई थी वर्तमान सदस्यों को जिन्होंने संस्था को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई एवं इस स्थापना महोत्सव के साप्ताहिक कार्यक्रम में सहभागिता देने वालों को धन्यवाद ज्ञापित किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता अजीत होरो ने संस्था के सोविनियर का विमोचन करते हुए कहा कि वह पुराने होने पर भी खजुर के पेड़ के सामान रस भरे हैं। संस्था के 62 वर्ष में प्रवेश के अवसर पर आप लोगों ने अपने फाउंडर मेंबरों को याद किया यह बहुत जरूरी है। हम अपने बनाने वाले को कभी ना भूले। सबसे पहला कंधा तो बहुत अच्छा था। परंतु धन्य है वह परमेश्वर जिन्होंने ऐसे मजबूत कंधों को चुना जिनकी अगुवाई में यह चर्च उत्तरोत्तर अपने प्रगति की राह पर बढ़ रहा है। 62 वर्ष में प्रवेश के साथ ही हम संस्था के द्वारा ऐसा काम करें कि अनाथो के लिए विधवाओं के लिए और हर किसी के सहायता के लिए हमारे यहोवा का भवन हमेशा खुला रहे। जब भी कोई मुसीबतजदा यहां आए तो परमेश्वर का आशीष उन्हें मिले। परमेश्वर का सिंहासन यहां स्थापित हो। अपने गीतों एवं आत्मिक वचनों के माध्यम से उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि मैंने तेरे वचन का वाचा अपने हृदय में बांध रखा है। यह जगह मिलाप का तंबू बन जाएगी। आप में से प्रत्येक को परमेश्वर ने बहुत ही अच्छी जगह रखा है। यह चर्च पूरे छत्तीसगढ़ के अंदर सबसे ज्यादा आशीषित है। आपने बहुत अच्छी घास उगाई है इस वजह से भेड़ें यहां अपने आप आएंगी। मुख्य वक्ता अजीत होरो एन.सी.ई.आर.आर.टी. के ऐक्जीकेटिव मेम्बर है वे सपत्निक इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किये गये थे। कार्यक्रम के पश्चयात महाभोग का आयोजन किया गया।