रायपुर। आधुनिक पद्धति से लाभकारी फसलों की खेती कर किसान नई इबारत लिख रहें है। खेती में नवीन तकनीक का प्रयोग कर कांकेर जिले के चारामा विकासखण्ड के ग्राम परसोदा के किसान बिसेश्वर साहू ने पिछले वर्ष मात्र ड़ेढ एकड़ में टमाटर की खेती कर चार लाख रूपये की आमदनी प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त वे इस साल मात्र 40 डिस्मिल मे बैगन की खेती कर अब तक 50 हजार रूपये का बैगन बेच चुके हैं। अभी भी खेतों में लगे बैगन की ब्रिकी से उन्हें अच्छी आमदनी की उम्मीद है। आधुनिक खेती को अपनाकर श्री बिसेश्वर स्वयं आत्म निर्भर बन चुके है, साथ ही अपने गांव के 10 अन्य लोगों को भी प्रतिदिन रोजगार उपलब्ध करा रहें है। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अंचल के किसानों द्वारा आधुनिक पद्धति से नकदी फसलों जैसे- साग-सब्जी, मक्का इत्यादि की खेती की जा रही है। ग्राम परसोदा के किसान बिसेश्वर साहू द्वारा टपक सिंचाई पद्धति सह प्लास्टिक मल्चिंग से कलिंदर, बैगन, टमाटर, फुलगोभी, पत्तागोभी, करेला, इत्यादि की खेती की जा रही है। श्री बिसेश्वर साहू ने बताया कि आधुनिक पद्धति से पानी की बचत होती है,लागत कम आती है और आमदनी भी ज्यादा होती है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष ड़ेढ एकड़ में टमाटर की खेती की गई थी, जिससे 04 लाख का फायदा हुआ, इस वर्ष मात्र 40 डिस्मिल में बैगन की खेती से अब तक 50 हजार रूपये का फायदा हो चुका है। उनके द्वारा दो एकड़ में पत्तागोभी एवं फुलगोभी, चार एकड़ में कलिंदर (तरबूज), ड़ेढ एकड़ में टमाटर, एक एकड़ में करेला और 40 डिस्मिल में बैगन की खेती की जा रही है। बिसेश्वर साहू ने कहा कि चार एकड़ में की जा रही कलिंदर की खेती में 40 से 50 टन उत्पादन होने का अनुमान है। जिले के कलेक्टर के.एल. चौहान ने बिसेश्वर द्वारा की जा रही आधुनिक खेती की प्रसंशा करते हुए अन्य किसानों को भी आधुनिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनके खेत का भ्रमण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
खेती की आधुनिक पद्धति से लखपति बने बिसेश्वर
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