हर इंसान की ज़िंदगी में अगर कोई सबसे पहला हीरो और गाइड होता है, तो वो होते हैं हमारे माता-पिता. वे बिना किसी स्वार्थ के हमें जीवन जीने की राह दिखाते हैं, हमारी ज़रूरतों का ध्यान रखते हैं और हर मोड़ पर हमारा साथ देते हैं. इन्हीं महान योगदानों को सम्मान देने के लिए हर साल 1 जून को ‘Global Parents Day’ मनाया जाता है. यह दिन हमें ये याद दिलाने का अवसर देता है कि माता-पिता केवल जन्मदाता नहीं, बल्कि जीवन के सबसे बड़े शिक्षक और संरक्षक होते हैं। ग्लोबल पेरेंट्स डे एक ऐसा मौका है जब हम अपने माता-पिता के प्रति अपने प्यार, सम्मान और कृतज्ञता को खुले दिल से व्यक्त कर सकते हैं. आज की भागदौड़ भरी दुनिया में हम अक्सर अपने माता-पिता के बलिदानों को भूल जाते हैं. यह दिन हमें एक बार फिर से रुककर सोचने और उन्हें धन्यवाद कहने का मौका देता है।
माँ अगर ज्ञान का स्रोत हैं तो पिता जीवन के मार्गदर्शक। माँ अगर जीवनदायिनी हैं तो पिता उस जीवन को संवारने वाले कर्ता। कुल मिलकर कहे तो माँ और पिता दोनों ही हमारे जीवन के अनमोल रत्न हैं। वे हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं जो हमारा पालन-पोषण करते हैं, हमें सुरक्षा प्रदान करते हैं और हमें सही और गलत के बीच अंतर करना सिखाते हैं। माता पिता के इन्हीं महत्व को ध्यान में रखते हुए और उनके प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करने के लिए हर साल 1 जून को ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स (Global Day of Parents) मनाया जाता है। यह दिन माता पिता यानी पेरेंट्स को समर्पित है। आइए जानते हैं इस लेख में के माध्यम से ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स यानी माता-पिता का वैश्विक दिवस के बारे में विस्तार से…
क्यों मनाया जाता है ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स
हर साल 1 जून को दुनियाभर में ग्लोबल डे ऑफ पैरेंट्स यानी वैश्विक माता पिता दिवस मनाया जाता है। यह महत्वपूर्ण दिवस हमें अपने माता-पिता के योगदानों और बलिदानों का सम्मान करने, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और नि:स्वार्थ प्रेम और त्याग के लिए उन्हें शुक्रिया कहने का अवसर प्रदान करता है। यह दिन हमें उन्हें स्पेशल फील कराने का मौका देता है जिन्होंने हमें यह जीवन दिया है हमारा पालन-पोषण किया और हमें वो बनाया जो हम आज हैं। यह दिवस दुनिया भर के लोगों को यह याद दिलाने का एक तरीका है कि माता-पिता हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वहीं इस महत्वपूर्ण दिन को और खास बनाने के लिए दुनियाभर में कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
माता-पिता के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन: एक भावों भरा अवसर
हर दिन माता-पिता हमारे लिए कुछ न कुछ करते हैं—कभी मुस्कान बनकर, तो कभी आंसू पोंछने वाला हाथ बनकर. लेकिन हम कब उनके लिए एक पल रुकते हैं? ग्लोबल पेरेंट्स डे हमें वही पल देता है—एक छोटा-सा मौका, जब हम कह सकें, “धन्यवाद, माँ-पापा!”
इस दिन का असली उद्देश्य है—उनके त्याग, प्रेम और अटूट समर्थन को पहचानना और सराहना. यह दिन बताता है कि रिश्तों में केवल लेना नहीं, देना भी जरूरी होता है—प्यार, समय और सम्मान के रूप में।
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स का इतिहास
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स के अगर इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत 1994 में हुई थी। इससे पहले 1980 के दशक के दौरान संयुक्त राष्ट्र ने परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया। ऐसे में महासभा ने कई प्रस्तावों को अपनाया और 1994 को अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष के रूप में घोषित किया। माता-पिता, बच्चों के देखभाल करने और उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 जून, 2012 को वैश्विक माता पिता दिवस के दिन को आधिकारिक तौर पर मनाए जाने की घोषणा की। तब से लेकर हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है।
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स का महत्व?
माता पिता अपने बच्चों के लिए हमेशा से त्याग करते आए हैं और कभी भी अपने बच्चों पर कोई आंच नहीं आने देते हैं। ऐसे में जरुरी है कि बच्चे भी अपने माता पिता की उसी तरह से देख रेख करें जिस तरह से वह करते हैं, अपने पैरेंट्स का सम्मान करें और उनके जीवन को आसान बनाने में उनकी मदद करें। इस तरह माता पिता को समर्पित यह दिवस दुनियाभर के लोगों को अपने माता-पिता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है, उनके प्रति प्यार, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है, और बच्चों और माता-पिता के बीच संबंधों को भी मजबूत करता है।
कैसे मनाया जाता है ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स वह दिन है जब बच्चों के जीवन में माता-पिता के महत्व का जश्न मनाया जाता है। इस दिन को ख़ास बनाने के लिए आप विभिन्न तरीके अपना सकते हैं:-
इस दिन दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें भाषण, संगीत कार्यक्रम और प्रदर्शनियां आदि शामिल हैं।
इस दिन आप अपने माता पिता के साथ समय बिताकर उनको स्पेशल फील करवा सकते हैं।
इस दिन आप उनके लिए कोई कार्ड या पत्र लिखकर उनके प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।
इसके अलावा आप इस दिन घर के कामों में उनकी मदद कर सकते हैं।
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स की थीम 2025 – Global Day of Parents 2025 Theme
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स हर वर्ष एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। बताना चाहेंगे वर्ष 2025 में ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स की आधिकारिक थीम घोषित नहीं की गई है।
माता-पिता: हमारे जीवन की जड़ें और छांव
माता-पिता वो नींव होते हैं जिस पर हमारे जीवन की इमारत खड़ी होती है. वे खुद की ख्वाहिशों को पीछे छोड़कर हमारे सपनों को उड़ान देते हैं. जब हम गिरते हैं, तो वही हमें थामते हैं; जब दुनिया हमें अस्वीकार करती है, तो वही हमें निःस्वार्थ प्यार देते हैं. बच्चों के हर पहले कदम के पीछे उनके हाथ होते हैं. उनका जीवन बच्चों के पालन-पोषण में इतना घुल जाता है कि वे खुद को भूल जाते हैं. उनकी सबसे बड़ी कमाई होती है—हमारी मुस्कान, हमारी सफलता और हमारा सम्मान
भावनात्मक सुरक्षा की ढाल- जब पूरी दुनिया पीछे हटती है, माता-पिता तब भी हमारे साथ खड़े रहते हैं।
संस्कार और शिक्षा की जड़ें- जीवन के पहले पाठ स्कूल में नहीं, माँ-बाप की गोद में मिलते हैं।
त्याग की मिसाल- वे अपने सपनों को रोककर हमारे भविष्य को सजाते हैं।
हर पड़ाव पर मार्गदर्शक- कभी दोस्त बनकर, कभी गुरु बनकर, वे हमें जीवन की राह दिखाते हैं।
अदृश्य पर सबसे मजबूत सहारा– हमारी खुशियों के पीछे उनकी अनगिनत रातों की नींद और मेहनत छुपी होती है।
जैसे-जैसे समय बदल रहा है, वैसे-वैसे बच्चों की सोच, रुचि और दुनिया को देखने का नजरिया भी बदल रहा है. आज की पीढ़ी तकनीक से घिरी है, मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया उनके जीवन का हिस्सा बन चुके हैं. ऐसे में पैरेंटिंग भी पहले जैसी नहीं रही. माता-पिता को अब सिर्फ नियम बनाने भर से काम नहीं चलता, बल्कि उन्हें समझदारी, धैर्य और दोस्ताना व्यवहार के साथ बच्चों के साथी बनना पड़ता है. आधुनिक जीवनशैली में माता-पिता की भूमिका केवल पालन-पोषण तक सीमित नहीं रही, वे बच्चों के मानसिक विकास, आत्मविश्वास बढ़ाने और सही मार्गदर्शन के साथ उनका जीवन बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।