भिलाई तीन 1मार्च 2025। शिक्षकों का एनीमिया मुक्त भारत अभियान अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में आयोजित किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज दानी एंव खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ भुनेश्वर कठौतिया एनीमिया मुक्त अभियान की जिला समन्वयक डा रश्मि भौंसले ने बताया कि एनीमिया का बड़ा कारण कृमि है। इसलिए स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को विशेष रूप से एनीमिया मुक्त करने शिक्षकों को उसके लिए प्रशिक्षित होना चाहिए। बी ई ईटीओ सैय्यद असलम ने बताया कि एनीमिया (खून) की किन कारणों से होती है, उसके कई कारणों में से एक बडा कारण कृमि है। इसलिए कृमि के परजीवी पेट तक ना पहुंच सके इसके लिए बुनियादी कारणों को रोकथाम में शामिल करना होगा। इसमें स्वच्छता सबसे पहले है शौच के बाद साबुन से हाथ धोना और खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोने को दैनिक जीवन में लाने स्कूलों में हाथ धुलाई कार्यक्रम चलाया जाता है। नाखूनों में मेल जम जाता है इसके लिए प्रत्येक सप्ताह नाखून काटने चाहिए। नंगे पैर चलने फिरने से कटे फटे स्थान से परजीवी का शरीर में पहुंच सकते हैं इसलिए हमेशा नंगे पैर ना चले। साग सब्जी फल को बिना धोए उपयोग करने से परजीवी पेट में पहुंच सकते हैं। इसलिए साग सब्जी फल को धो कर उपयोग करें। आर एम ए प्रज्ञा कुशवाहा ने प्रशिक्षण सत्र में बताया क खून की कमी दूर करने शासन स्कूलों में प्रति सप्ताह आयरन विप्स टेबलेट निशुल्क उपलब्ध कराकर भोजन पश्चात छात्र छात्राओं को सेंवन करवाते हैं। पौष्टिक भोजन आहार लेने से खून की कमी दूर होती है। इसलिए मौसमी सब्जियां मूंगा,पालक,गाजर, बिट्स, इत्यादि का सेंवन करना चाहिए। गुड, मूंगफली और अंकुरित अनाज को भी शामिल कर सकते हैं। इस दौरान प्रशिक्षण मे बताया गया कि वर्ष में दो बार कृमि मुक्त अभियान की एल्बेंडाजोल टेबलेट छात्र छात्राओं को एंव वयस्क पुरुष महिलाओं को जरूर खानी चाहिए। कार्यक्रम में संकुल स्कूल समन्वयक खिलेश वर्मा, अभिषेक वर्मा, मुकेश साहू, महेंद्र वर्मा, रेणु मोहंती, देवेन्द्र जोशी,धरम यादव श्रीमती आर विश्वास एल एच व्ही उपस्थित थे।
एनीमिया मुक्त भारत अभियान अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण,,,,, शिक्षकों ने जाना कि बच्चों में खून की कमी कैसे दूर करें

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