भिलाई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर-7 राजयोग भवन में शिवरात्रि के पावन अवसर पर वो परम पिता ही मेरा पिता है थीम पर 15 दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया है। शिवरात्रि महोत्सव के अंतर्गत 50 फीट की अभूतपूर्व भव्य झांकी बाबा अमरनाथ द्वारा अमरपद का दर्शन जो महाशिवरात्रि पर्व के अध्यात्मिक रहस्यों को स्पष्ट कर मानव जीवन में सुख शांति की खुशबू बखेर रही है। भिलाई सेवाकेंद्रो की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी और भिलाई की सभी ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा शिवध्वजारोहण कर झांकी का उदघाटन किया गया। इस अवसर पर आशा दीदी ने कहा की इस शिवरात्रि में श्रेष्ठ संकल्प कर दृढता से जीवन में अपनाना है। मैं और मेरे पन का समर्पण करना है। हमें इस महाशिवरात्रि पर मेरेपन को शिव पर समर्पित कर सच्ची शिवरात्रि मनाना है। 50 फीट की भव्य झांकी में अंदर एक विशेष द्वार का निर्माण किया गया है जिसमें थोड़ा झुक कर ही अंदर प्रवेश कर सकते हैं जो कि दर्शाता है कि जीवन में सदा झुककर नम्र बनकर मेरे पन का त्याग करके ही हमें आगे बढऩा है तब उस अमरनाथ का अमरदर्शन अर्थात उस भोलेनाथ की शक्तियों को अपने जीवन में अनुभव कर सकेंगे। जब तक जीवन में झुकेंगे नहीं तब तक उस परम शक्ति की शक्तियों को अनुभव नहीं किया जा सकता। हमारे प्रैक्टिकल जीवन में मैं की बलि चढ़ानी है। मैं नहीं कर रहा हूं जो भी श्रेष्ठ कार्य हो रहे हैं वह करनकरावनहार परमपिता परमात्मा करवा रहा है हम निम्मित मात्र है। कोई भी व्यक्ति और वैभव से लगाव या मेरा पन है तो भोलेनाथ को राजी नहीं कर सकते भक्ति में भोले नाथ के लिए कहते हैं मन तेरा ,तन तेरा, धन तेरा तो भोलेनाथ भी कहेगा मेरा भी सब कुछ तेरा। मैं की बलि चढ़ाना अर्थात महाबली बनना।
जीवन में साक्षी दृष्टा हो स्वयं को देखना है। आज के दिन का विशेष महत्व है इसलिए हमें श्रेष्ठ परिवर्तन का संकल्प करना है। परमात्मा के बच्चे बनकर सुख शांति का खजाना लेना है जैसे आग बुझाने के लिए आग का नहीं ठंडे पानी का प्रयोग किया जाता है ऐसे ही बुराइयों, विकारों, कमजोरियों को भी बुझाने समाप्त करने के लिए हमें शिव की शक्तियों को जीवन में धारण करना होगा। हर एक को खुशी, प्यार, सम्मान, शुभकामनाएं देते जाना है तो मेरे जीवन में भी भोलानाथ खुशी, सम्मान, शुभकामनाएं ,प्यार से झोली भरपूर कर देगा। यह झांकी सर्व के दर्शनार्थ 27 फरवरी तक प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं संध्या 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगी।
महाशिवरात्रि पर्व : अध्यात्मिक रहस्यों को स्पष्ट कर मानव जीवन में सुख शांति के लिये….. भव्य झांकी बाबा अमरनाथ का
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