भिलाई। 08 अगस्त, 2024, (सीजी संदेश) : महादेव बुक ऑनलाईन सट्टा मामले में आज सीबीआई को बड़ी कामयाबी मिली। मामले में ब्यूरो ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से देश भर में चल रहे 100 से अधिक सिम मिले जोकि लगभग 500 पैनलों से जुड़े हुए हैं। जिनके माध्यम से बड़ी रकम जमा करने के लिए ओटीपी जनरेट होता था जिसका सीधा संबंध दुबई के सेंटरों से है। केंद्रीय जांच ब्यूरो में पंजीबद्ध अपराध में विवेचना की जा रही है। इसी तारतम्य ब्यूरो को महादेव बुक मामले में एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि देश भर में चलने वाले पैनल से जुड़े हुए व्हाट्सअप नंबर अलग-अलग राज्यों में सेंटर बनाकर रखे गये हैं। इन सेंटरों को ओटीपी सेंटर के नाम से जाना जाता है। इन सेंटरों में फिजिकल सिम को रिचार्ज करने और ओटीपी प्राप्त करने के लिये रखा जाता है जबकि इन नंबस का व्हाट्सअप दुबई के हेड ऑफिस से ऑपरेट किया जाता है। इन नंबरों को महादेव बुक से जुड़े हुए अलग-अलग प्लेटफार्म जैसे रेड्डीअन्ना, फेयर प्ले, लोटस, लॉयन बुक, डायमंड बुक, सीबीटीएफ बुक, अंबानी बुक आदि के कस्टमरकेयर नंबर के नाम से जाना जाता है। इन नंबरों के वहाट्सअप में मैसेज करने से ऑटो जनरेटेड मैसेज प्राप्त होते हैं कि किस एकाउंट में पैसे डिपाजिट करने हैं, कैसे सट्टा खेलने के लिये आईडी मिलेगी।
व्यूरो द्वारा इस संबंध में देश भर के 04 राज्यों बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ के दर्जन भर से अधिक सेंटर्स में एक साथ रेड कार्यवाही की गई और इस सिम एक्टिवेशन और ओटीपी ग्रूप से जुड़े हुए 03 आरोपी अतुल सिंह परिहार निवासी भिलाई, विश्वजीत राय चौधरी निवासी भिलाई तथा भारत ज्योति पाण्डेय, निवासी ग्राम मंगीतपुर, जिला रोहतास, बिहार को गिरफ्तार कर 100 से अधिक मोबाईल, लैपटॉप एवं 500 से अधिक सिम जप्त किये गये हैं। ये सभी सिम देश भर में चल रहे लगभग 500 पैनलों से जुड़े हुए हैं। सिम मिलने से व्यूरो को इन सभी पैनल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। आरोपियों द्वारा ऊंची कमीशन पर कार्पोरेट बैंकखाते (ऐसे बैंक खाते, जिनमें अनलिमिटेड यूपीआई पेमेंट हो सकते हैं) भी दिये जाते थे। यहमहादेव बुक के खिलाफ इस प्रकार की पहली कार्यवाही है। आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमांड लिया गया है। इनसे पूछताछ में और भी महत्वपूर्ण खुलासा किये जाने की सम्भावना है। प्रकरण में पूछताछ एवं अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जारी है।