15 जुलाई को दुनिया भर के लोग मिलकर ‘विश्व युवा कौशल दिवस’ का 9वां संस्करण मनाएंगे। इस दिवस का उद्देश्य एक स्थायी भविष्य को आकार देने में कुशल युवाओं की क्षमता को पहचानना है। विश्व युवा कौशल दिवस 2024 को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ‘ शांति और विकास के लिए युवा कौशल’ की थीम के साथ मनाया जाएगा , जिसमें शांति स्थापित करने और संघर्षों को सुलझाने में युवाओं द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया जाएगा। इस दिन के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें।
आज भी कई ऐसे देश और समाज हैं जहां भारी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। यह एक वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है। ऐसे में उन्हें कौशल बनाने और उनकी क्षमता के विकास के लिए जागरूकता पैदा करना ज़रूरी है। इसलिए हर साल 15 जुलाई के दिन विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। यह दिवस युवाओं को रोजगार, अच्छे काम और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के रणनीतिक महत्व पर केंद्रित है। इस दिवस के माध्यम से युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए कौशल से लैस करने के महत्व को मनाने, स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जता है। इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें और जानें विस्तार से।
विश्व युवा कौशल दिवस के बारे में जानकारी
तारीख : 15 जुलाई,
2024 में विषय : शांति और विकास के लिए युवा कौशल
इतिहास : 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा घोषित
पहला उत्सव : 15 जुलाई 2015
उद्देश्य : युवाओं को कौशल से लैस करने और उन्हें सकारात्मक परिवर्तन का माध्यम बनाने के महत्व पर प्रकाश डालें।
भारतीय पहल : कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय
विश्व युवा कौशल दिवस
विश्व युवा कौशल दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित एक उत्सव है जो हर साल 15 जुलाई को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य युवाओं को उद्यमिता, रोजगार, सभ्य कार्य और उससे आगे के लिए कौशल से लैस करने के महत्व को पहचानना और बढ़ावा देना है। अपनी शुरुआत से ही, विश्व युवा कौशल दिवस ने वैश्विक आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में कुशल युवाओं की आवश्यक भूमिका को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । यह अगली पीढ़ी के नेताओं और नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाने में निवेश करने के लिए कार्रवाई का आह्वान है।
विश्व युवा कौशल दिवस 2024 की थीम
विश्व युवा कौशल दिवस 2024 की थीम “शान्ति और विकास के लिए युवा कौशल” रखी गई हैI यह थीम सतत प्रगति के एजेंट के रूप में युवाओं की भूमिका पर केंद्रित हैI पिछले साल विश्व युवा कौशल दिवस की थीम “परिवर्तनकारी भविष्य के लिए शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं को कुशल बनाना” थी।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य कई प्रमुख उद्देश्यों को प्राप्त करना है, जिसमें शांतिपूर्ण और संघर्ष-मुक्त समाज बनाने के लिए युवाओं के कौशल और क्षमताओं में निवेश करना शामिल है। ये उद्देश्य एक स्थायी भविष्य के लिए उत्प्रेरक के रूप में कुशल युवाओं के महत्व को रेखांकित करते हैं। इसका उद्देश्य विश्व के युवाओं को रोज़गार, काम और उद्यमिता के लिये आवश्यक कौशल प्रदान करना है। इस दिन का उद्देश्य युवाओं को अधिक से अधिक कौशल विकास के प्रति जागरूक करना है। जिससे वह बेहतर अवसरों की तलाश कर रोज़गार प्राप्त कर सकें।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा : युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने हेतु गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी/व्यावसायिक प्रशिक्षण तक पहुंच को बढ़ावा देना।
सभ्य कार्य और आर्थिक विकास : युवा उद्यमिता और नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण को प्रोत्साहित करना, जिससे वे अपने विचारों को व्यवहार्य व्यवसायों में परिवर्तित कर सकें।
असमानताओं में कमी : यह सुनिश्चित करना कि सभी युवाओं को, चाहे उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो, अपने कौशल विकसित करने तथा समाज में सकारात्मक योगदान देने के समान अवसर मिलें।
जलवायु कार्रवाई : जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए युवाओं को पर्यावरण-कौशल और टिकाऊ समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना।
विश्व युवा कौशल दिवस का महत्व
2014 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने युवाओं को रोजगार, सभ्य कार्य और उद्यमिता (एंट्रेप्रेन्योरशिप) के लिए कौशल से लैस करने के रणनीतिक महत्व का जश्न मनाने के लिए 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के रूप में घोषित किया। तब से, विश्व युवा कौशल दिवस कार्यक्रमों ने युवाओं, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (टीवीईटी) संस्थानों, फर्मों, नियोक्ताओं और श्रमिकों के संगठनों, नीति निर्माताओं और विकास भागीदारों के बीच संवाद का एक अनूठा अवसर प्रदान किया है। प्रतिभागियों ने कौशल के लगातार बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला है क्योंकि दुनिया विकास के एक स्थायी मॉडल की ओर बदलाव की ओर बढ़ रही है। विश्व युवा कौशल दिवस का महत्व युवाओं में कौशल विकास की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देने में निहित है। उज्जवल भविष्य के लिए ‘विश्व युवा कौशल दिवस’ मनाने के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
आर्थिक विकास: कुशल युवा उत्पादकता बढ़ाकर आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। वे तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के बीच दुनिया भर में नवाचार के वाहक हैं।
रोजगार के अवसर : कौशल प्रशिक्षण रोजगार क्षमता में सुधार करता है, जिससे वैश्विक युवा बेरोजगारी दर में कमी आती है। चूंकि दुनिया बेरोजगारी और अल्परोजगार की समस्या से जूझ रही है, इसलिए कुशल युवा श्रम बाजार की मांग के साथ कौशल आपूर्ति का मिलान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सामाजिक समावेशन: सभी युवाओं के लिए कौशल विकास तक पहुँच सुनिश्चित करना सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देता है। विश्व युवा दिवस नेताओं से न्यायपूर्ण समाज के निर्माण के लिए सामाजिक और आर्थिक असमानता को कम करने में निवेश करने का आह्वान करता है।
सतत विकास: कुशल युवा जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित हैं। वे सुरक्षित भविष्य के लिए सतत प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एजेंट होंगे।
‘विश्व युवा कौशल दिवस’ समृद्ध भविष्य के लिए युवा कौशल में निवेश करने हेतु सरकारों, निजी क्षेत्र, शैक्षिक संस्थानों और अन्य हितधारकों के बीच सहयोग को सुगम बनाता है।
विश्व युवा कौशल दिवस का इतिहास
दुनियाभर में युवाओं के बीच बेरोजगारी की चुनौतियों को कम करने के लिए और साथ ही उन्हें कौशल बनाने के प्रति जागरूकता फैलाने की मांग को देखते हुए ही विश्व युवा कौशल दिवस अस्तित्व में आया। श्रीलंका की पहल पर संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 नवंबर 2014 को यह दिवस मनाने की घोषणा की गई। इस तरह पहली बार 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया। तब से लेकर आज तक इसे हर साल 15 जुलाई को मनाया जाता है।
विश्व युवा कौशल दिवस गतिविधियाँ
विश्व युवा कौशल दिवस पर, संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय संगठनों, सरकारों और निजी क्षेत्र से युवाओं की क्षमता को पहचानने और वर्तमान वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए उनमें निवेश करने के लिए हाथ मिलाने का आह्वान करता है। नियोजित कुछ प्रमुख गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:
* भारत में, विश्व युवा कौशल दिवस को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के नेतृत्व में पहलों और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला द्वारा चिह्नित किया जाएगा।
* व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास में नवीनतम रुझानों पर केंद्रित शैक्षिक कार्यशालाएं और सेमिनार।
* युवाओं को डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करने हेतु डिजिटल साक्षरता और कौशल प्रशिक्षण पर सेमिनार और प्रतियोगिताएं।
* वेबिनार और वर्चुअल सम्मेलनों के माध्यम से विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और युवाओं को एक साथ लाया जाएगा तथा कौशल विकास के भविष्य पर चर्चा की जाएगी।
* युवाओं को कार्यबल के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशल प्रदान करने के लिए व्यावसायिक शिक्षा में अधिक निवेश की वकालत करने हेतु जागरूकता कार्यक्रम।
* कौशल प्रशिक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने और युवाओं को बातचीत में शामिल करने के लिए ऑनलाइन अभियान।
विश्व युवा कौशल दिवस कैसे मनाया जाता है?
इस दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसमें विभिन्न देशों के युवा विज्ञान, कला और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कौशल दिखाने वाले कार्यक्रम में भाग लेते हैं। भारत में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “कौशल भारत” अभियान के रूप में चिह्नित किया गया है।
* विश्व युवा कौशल दिवस दुनिया भर के युवाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस घोषित किया गया था।
* विश्व युवा कौशल दिवस पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया गया। युवाओं के कौशल को विकसित करने और उन्हें इसके लाभों के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है।
* इस दिन का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के साथ आत्मनिर्भर बनाना है। वर्तमान समय में भारत विश्व में सबसे अधिक युवाओं की संख्या वाला देश है। आज के युवाओं के लिए बेहतर सामाजिक आर्थिक स्थिति प्राप्त करना इसका मूल लक्ष्य है। युवा शक्ति में लाखों अरमान, उम्मीदें और आकांक्षाएं हैं।
* देश की नींव युवा शक्ति से है। देश का भविष्य युवा शक्ति से है। युवा शक्ति देश का उत्थान करने की भरपूर क्षमता रखती है। इसलिए इस विश्व युवा कौशल दिवस स्वयं को कौशल करने का प्रण लें और इस और भरसक प्रयास करें।
इसी दिन शुरू की गई थी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
15 जुलाई 2015 के दिन पहला विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया था। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को निःशुल्क औद्योगिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे उन्हें रोज़गार प्राप्ति में आसानी मिलती है। इस योजना का लाभ 14 से 35 वर्ष के युवा उठा सकते हैं। इसमें तीन महीने, छह महीने और एक साल के समय तक के प्रशिक्षण के लिए रेजिस्ट्रेशन का विकल्प होता है। प्रशिक्षण पूरा होने पर सरकार की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जो देशभर में मान्य है।
युवा कौशल योजनाएँ
भारत द्वारा उठाए गए युवा कौशल के लिए कुछ कदम हैं –
* औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (ITI)
* प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
* प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0
* पूर्व शिक्षण मान्यता (RPL) कार्यक्रम
* राष्ट्रीय कॅरियर सेवा (NCS) परियोजना
* कौशल प्रबंधन और प्रशिक्षण केंद्र प्रत्यायन (SMART)
* आजीविका संवर्द्धन हेतु कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (SANKALP) योजना
* औद्योगिक मूल्य संवर्द्धन के लिये कौशल सुदृढ़ीकरण (STRIVE)
* प्रधानमंत्री युवा योजना (युवा उद्यमिता विकास अभियान)
* युवा, आगामी और बहुमुखी लेखक (YUVA) योजना
* कौशलाचार्य पुरस्कार
* स्कीम फॉर हायर एजुकेशन यूथ इन अप्रेंटिसशिप एंड स्किल्स’ अथवा ‘श्रेयस (SHREYAS)
* आत्मनिर्भर कुशल कर्मचारी-नियोक्ता मानचित्रण यानी ‘असीम’ (ASEEM)
दुनिया की आबादी तेजी से लगातार बढ़ती जा रही है जिसमें भारत की आबादी सबसे युवा बहुल आबादी वाले देश में गिनी जाती है। अगर हमारा देश ने युवा आबादी को रोजगार में सबसे बड़ा फैक्टर माना है तो युवाओं के लिए उचित रोजगार के अवसर पैदा करना भी सरकार का लक्ष्य होना चाहिए। आज देश में शिक्षा के कई बड़े संस्थान है लेकिन देश को क्यों कौशल विकास केंद्र खोलने की आवश्यता हो रही है क्या हमारी शिक्षा नहीं है कौशल विकसित। हमें प्रयास करने चाहिए कि, कोई भी शिक्षा, रोजगार पूरक होनी चाहिए।