नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सीएए विरोधी हिंसा में बुधवार सुबह तक 20 लोगों की मौत हो गई, 250 जख्मी हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब हालात काबू करने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल संभालेंगे। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। आज मोदी कैबिनेट की मीटिंग भी होगी। अमित शाह इसमें दिल्ली के हालात पर रिपोर्ट पेश करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए। दूसरी तरफ, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 12.30 बजे एक वकील की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की। मुस्तफाबाद हिंसा में घायल लोगों को यहां के अल हिंद अस्पताल से किसी बड़े हॉस्पिटल शिफ्ट करने के आदेश दिए। गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार सुबह शाहदरा हिंसा में घायल डीसीपी अमित शर्मा के परिवार से फोन पर बातचीत की। शाह ने शर्मा की सेहत के बारे में उनके परिजनों से जानकारी ली।
बुधवार को प्रधानंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग होगी। इसमें गृहमंत्री अमित शाह कैबिनेट को दिल्ली के हालात से अवगत कराएंगे। इस दौरान दिल्ली पुलिस की रणनीति पर भी चर्चा होगी। एसएन. श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) बनाया गया है। माना जा रहा है कि वे ही दिल्ली के अगले पुलिस मुखिया होंगे। वर्तमान पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को एक महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। यह 29 फरवरी को समाप्त हो रहा है। श्रीवास्तव दिल्ली में लंबे वक्त विभिन्न पदों पर तैनात रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) दिल्ली में हालात काबू करने की जिम्मेदारी संभालेंगे। वे प्रधानमंत्री और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। मंगलवार देर रात डोभाल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और स्पेशल सीपी एसएन. श्रीवास्तव के साथ जाफराबाद और सीलमपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। स्थानीय लोगों से बातचीत की। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अफसरों के साथ मीटिंग में डोभाल ने साफ कर दिया कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पर्याप्त पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए जाएंगे।
बुधवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यहां स्थिति चिंताजनक है। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए तमाम कोशिशें कीं लेकिन वो नाकाम रही। हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए और कर्फ्यू लगाया जाए। मैं इस बारे में गृहमंत्री को पत्र लिख रहा हूं।” खास बात ये है कि मंगलवार को ही केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की तारीफ करते हुए कहा था कि वो अपना काम बेहतर तरीके से कर रही है। बुधवार को उन्होंने इसी पुलिस बल को नाकाम बता दिया और सैन्य तैनाती की मांग कर दी।
मुस्तफाबाद हिंसा में घायल कई लोगों का यहां के अल हिंद अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंगलवार देर रात एक वकील ने जस्टिस मुरलीधर को फोन पर अस्पताल के खराब हालात और मरीजों की जानकारी दी। उनसे फौरन दखल की अपील की गई। इसके बाद, जस्टिस मुरलीधर और जस्टिस एजे. भंबानी ने जस्टिस मुरलीधर के घर पर ही सुनवाई की। अल हिंद अस्पताल के डॉक्टर अनवर से फोन पर जानकारी ली। बेंच ने पुलिस को आदेश दिया कि सुरक्षा के बीच घायलों को अल हिंद अस्पताल से जीटीबी या किसी अन्य हॉस्पिटल शिफ्ट किया जाए। अपील में कहा गया था कि मुस्तफाबाद हिंसा में घायल हुए लोगों का उचित इलाज वहां के अल हिंद अस्पताल में संभव नहीं है। लिहाजा, मरीजों और डॉक्टरों को पुलिस सुरक्षा में जीटीबी या किसी अन्य अस्पताल में भेजा जाए। बुधवार दोपहर 2.15 बजे बेंच फिर मामले की सुनवाई करेगी।
दिल्ली में 20 मौतें, 250 जख्मी : केजरीवाल बोले सेना तैनात करें…… हाईकोर्ट ने आधी रात को सुनवाई की
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