दिवाली को हिन्दूओं का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। पांचाग के अनुसार इस साल दिवाली का त्योहार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो सिर्फ 1 दिन नहीं बल्कि 5 दिनों तक मनाया जाता है. अब ये त्यौहार 5 दिन का है तो स्वाभाविक है इसके लिए बहुत सी तैयारियां भी आपको करनी पड़ेंगी. अगर आप भी घर को कैसे सजाएं इसे लेकर कंफ्यूज हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं दिवाली डेकोरेशन से जुड़े कुछ ऐसे नायाब तरीके जिन्हें अपनाकर आप इस दीवाली अपने घर को अलग और खास टिप्स …
खुशियों का त्यौहार दिवाली आने में बस दो ही दिन बचे हैं. जाहिर है आपके भी घरों में दिवाली की सफाई शुरू हो गई होगी. सब अपने घरों की सजावट के लिए तरह-तरह की तैयारियां कर रहे हैं. दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो सिर्फ 1 दिन नहीं बल्कि 5 दिनों तक मनाया जाता है. अब ये त्यौहार 5 दिन का है तो स्वाभाविक है इसके लिए बहुत सी तैयारियां भी आपको करनी पड़ेंगी. लेकिन अगर कुछ कारणों के चलते आप अभी तक दिवाली की तैयारियां शुरू नहीं कर पाएं हैं तो आपको टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है. इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं दिवाली की तैयारियों की पूरी लिस्ट जिसके हिसाब से आप अपने दिवाली प्रीपरेशन को परफेक्ट तरीके से कर पाएंगे. इस लिस्ट में धनतेरस से लेकर भाई दूज तक हर दिन को मनाने की पूरी तैयारी को शामिल किया गया है।
ऐसे करें त्योहार की तैयारी-
किचन के सामान की करें पूरी तैयारी : दिवाली में तरह-तरह की डिशेज बनाई जाती हैं इसलिए यह जरूरी है कि आप दिवाली के कुछ दिन पहले ही खाने के राशन का स्टॉक कर लें. दिवाली पर आप जो भी मैन्यू तैयार कर रहे हैं उसके हिसाब से सामान की लिस्ट बनाकर सारे इंग्रीडिएंट्स मंगा लें. अगर सामान आने में देरी हुई तो आप का पूरा काम डिस्टर्ब हो सकता है।
खाने का बनाएं मेन्यू : दिवाली एक ऐसा फेस्टिवल है जिसमें रोशनी, पटाखे, दिए और खुशियों के साथ साथ ढेर सारे टेस्टी खाने का भी फैमिली और फ्रेंड्स को इंतजार रहता है. ऐसे में आप पहले से ही 5 दिनों का मैन्यू तैयार कर सकते हैं. इससे आपको ज्यादा परेशानी नहीं होगी और आप अपनी लिस्टिंग के हिसाब से व्यंजन जल्द से जल्द बना सकते हैं।
कपड़ो की खरीददारी : दिवाली पर सब नए कपड़े खरीदते हैं. इसलिए यह काम आप पहले ही कर लें. इससे आप त्यौहार पर दूसरे कामों को ज्यादा प्रायोरिटी दे पाऐंगे. दूसरा एक बार आपके आउटफिट्स डिसाइड हो जाएंगे तो आप उस हिसाब से अपनी बाकी की प्रीपरेशन भी कर सकते हैं।
लाइटिंग चेक करें : दिवाली के दौरान घरों पर लाइटिंग की जाती है. रोशनी के इस त्यौहार में दिए और लाइटिंग का खास महत्व होता है. इसलिए अपने घर की लाइटिंग को पूरी तरह से चेक कर लें. अक्सर जो लाइट पिछले साल इस्तेमाल की जाती है उसमें फॉल्ट हो जाता है और ऐन मौके पर चलना बंद हो जाती है।
साफ-सफाई : दिवाली के दौरान घरों की साफ-सफाई की जाती है. घरों को पेंट किया जाता है ताकि वे नए जैसे दिखाई दे. यह सारे काम आप दिवाली के पहले ही निपटा लें. गैस जरूरी चीजों को सफाई कर बाहर करें और त्योहार के समय घर पर नई चीजें लेकर आएं.
घर सजाने के ये हैं बजट फ्रेंडली टिप्स
घर पर लगे शीशे ऐसे करें डेकोर : मिरर सेल्फी के लिए क्रेजी युवाओं को ये आइडिया बेहद पसंद आने वाला है। इस टिप्स को फॉलो करने के लिए आप मिरर डेकोरेट करते समय लाइटिंग के साथ फूलों की लड़ियों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह देखने में बेहद खूबसूरत लगता है।
रंगोली : दिवाली हो या घर में कोई भी शुभ अवसर, घर के आंगन में जब तक रंगोली न बनी हो सजावट अधूरी ही लगती है। ऐसे में दिवाली डेकोरेशन करते समय घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं। यह रंगोली दिखने में बेहद आसान और सुंदर लगती है। रंगोली बनाकर आप उसके ऊपर दिए और कैंडिल भी सजा सकते हैं।
डेकोरेटिव कैंडल : इस दिवाली आप अपनी रंगोली या घर के किसी बोरिंग कोने को सजाने के लिए फैंसी कैंडल्स का इस्तेमाल कर सकती हैं।
दीपक : दिवाली उत्साह और प्रकाश का पर्व माना जाता है। इस दिन आप आपने घर के हर कोने से अंधकार को दूर करके खुशियों की रोशनी करने के लिए घर के हर कोनों पर दीपक जलाएं। इसके लिए आप मिट्टी के दीपक को पेंट करके उनकी शोभी और बढ़ा सकती हैं।
माला और तोरण : घर के दरवाजे और खिड़कियों को सजाने के लिए आप फूलों और तोरण का इस्तेमाल कर सकती हैं। घर के मेन गेट और बाकी के अलग कमरों के लिए आप अलग-अलग डिजाइन वाले तोरण मार्केट से खरीद सकती हैं। माना जाता है कि दिवाली पर मुख्य द्वार पर तोरण लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। कई लोग घरों पर आम के पत्तों से तोरण बनाते हैं। इसे लगाने से घर के मुख्य द्वार पर बेहद सुंदर और पारंपरिक लुक आता है।
फ्लोटिंग कैंडल्स : दिवाली पर आप लिविंग रूम की सेंटर टेबल को सजाने के लिए फ्लोटिंग कैंडल्स का यूज करें। इसके लिए आप सेंटर टेबल पर कांच के एक कटोरे में पानी भरकर रखें और उस पर गुलाब की पत्तियां डालें और उनमें तैरती हुई कैंडल्स रखें। ये डेकोरेशन आपके घर की सजावट में चार चांद लगा देंगी।
खिड़कियों को ऐसे सजाएं : रंग-बिरंगे फूलों को धागे में पिरोकर झालर बना लें और इस झालर को खिड़की पर लगा दें। लाइट कलर के रूम में डार्क फूल और डार्क कलर की दीवारों पर हल्के रंग के फ्लावर्स का इस्तेमाल करें।
बालकनी में लालटेन : बालकनी में कलरफुल लालटेंस एक साथ लटकाने से एक अलग इफेक्ट देखने को मिलता है।
इन वस्तुओं को घर से करें दूर : दिवाली से पहले घर में उपस्थित पुरानी और बेकार वस्तुएं जो उपयोग ना हो उन्हें हटा दें। पुराने खराब हो चुके फूल, पुराना पड़ा कबाड़ का सामान, अखबार की रद्दी, टूटे शीशे और खराब जूते चप्प्ल। ये सभी चीजें दिवाली से पहले घर से हटा देनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पुरानी पड़ी कबाड़ चीजों से एक प्रकार की नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है और ये धन आगमन के रास्ते में रूकावट उत्पन्न करती हैं। इसलिए इन्हें दिवाली की सफाई में हटा देना ही उचित है।
मुख्य द्वार को ऐसे करें तैयार : दीपावली पर सफाई करते समय मुख्य द्वार की अच्छे से साफ सफाई करें। अगर मुख्य द्वार पर दरवाजा आवाज करता है तो उसे सही करवा लें। दरवाजे में से किसी प्रकार का आवाज आना अशुभ माना जाता है। मुख्य द्वार पर चांदी का स्वास्तिक लगाएं और प्रवेश द्वार पर लक्ष्मीजी के चिह्न लगाएं। दरवाजे को सजाने के लिए आम के पत्ते के बना बंदनबार लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का प्रवेश आपके घर में होगा।
ईशान कोण को साफ रखें : घर में पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं उस स्थान को ईशान दिशा कहते हैं। और वास्तु के अनुसार घर में इस स्थान को ईशान कोण कहते हैं। भगवान शिव का एक नाम ईशान भी है। इसीलिए इस दिशा को ईशान कोण कहा जाता है। दीपावली से पहले ईशान कोण की ठीक से साफ-सफाई कर लें। ध्यान रखें कि ईशान कोण देव स्थान होता है, इसलिए इस स्थान का साफ-सुथरा और खाली होना बहुत जरूरी होता है। ईशान कोण में कोई भी फालतू सामान न रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और आपके घर से बिना आशीर्वाद के लौट जाती हैं।
घर का ब्रह्म स्थान : ईशान कोण के बाद घर का सबसे अहम हिस्सा होता है ब्रह्म स्थान। ब्रह्म स्थान हर घर के बीचोंबीच का हिस्सा होता है। इस स्थान का खुला होना, साफ-सुथरा होना और खाली होना सबसे जरूरी होता है। इस स्थान को ठीक से साफ कर लें और यदि यहां कोई भारी फर्नीचर रखा है तो उसे हटा दें और कोई बिना प्रयोग का सामान यहां न रखें।
अपने प्रियजनों को दें सेहत का उपहार
दिवाली का त्योहार यानी उपहारों और खुशियों का आदान-प्रदान। मिलने-जुलने और खुशियां बांटने के इस अवसर पर उपहार बांटने की परंपरा सालों पुरानी है। ऐसे में क्यों न इस दिवाली आप अपने परिचितों को हेल्दी गिफ्ट्स भेंट करके खुश करें। तो चलिए, हम आपको बताते हैं कि मिठाई के बजाय आपके लिए हेल्दी उपहार क्या हो सकते हैं।
मिठाइयों से क्या है नुकसान : परपैक्ड मिठाइयों में अधिक मात्रा में फ्रक्टोस कॉर्न सिरप और कन्सन्ट्रेटेड मैपल सिरप मिलाया जाता है जिससे उसका आकार बरकरार रहे जिससे तेजी से कैलोरी बढ़ती है। ऐसे में उपहार के रूप में मिठाइयां देना समझदारी नहीं, आप इसके बदले कई सेहतमंद उपहार चुन सकते हैं।’
ड्राइ फ्रूट्स और ग्रेन बास्केट : आप चाहें तो दिवाली पर उपहार के रूप में बादाम, अंजीर आदि ड्राइ फ्रूट्स के साथ ब्राउन राइस, रागी, सूप के पैकेट आदि मिलाकर बेहतरीन दिवाली गिफ्ट तैयार कर सकते हैं। यह सेहतमंद तो है ही और दिवाली के कई दिनों बाद तक इसका सेवन किया जा सकता है।
बनाएं अपनी हेल्थ बास्केट
हेल्दी बास्केट हर उम्र के लोगों के हिसाब से बनाई जा सकती है। मसलन, आप इसमें डार्क चॉकलेट्स, ओट्स कुकीज और खिलौने सजाकर बच्चों के लिए गिफ्ट बास्केट तैयार कर सकते हैं। वहीं फलों और नट्स के साथ भी गिफ्ट बास्केट तैयार कर सकते हैं जिसे फूलों और दियों से सजाने पर वह परफेक्ट गिफ्ट पैक लगेंगे।
आपके पेट के स्वास्थ्य का रखें ख्याल
डिटॉक्स ड्रिंक्स: सुबह उठकर गर्म नींबू पानी पीना बहुत फायदेमंद होता है। नींबू न केवल डिटॉक्स करने में सहायक होते हैं, वे विटामिन सी और कैल्शियम और पोटेशियम जैसे खनिजों से भी भरे होते हैं। गर्म नींबू पानी पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलेगी। यह पाचन में सुधार कर सकता है और पेट की चर्बी को दूर करने में भी मदद कर सकता है। आप अपने नियमित पानी में नींबू और पुदीना भी मिला सकते हैं। यदि आप नींबू के अलावा अन्य विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, तो आप एक अच्छा डिटॉक्स ड्रिंक तैयार करने के लिए अपने गिलास में पुदीने की पत्तियों के साथ तरबूज के लगभग दो टुकड़े मिला सकते हैं। इस पानी को समय-समय पर पीने से आपको सूजन से निपटने और वजन घटाने में मदद मिलेगी।
सादा खाएं, जंक से बचें: स्वच्छ कार्ब्स का चुनाव करना एक अच्छा विचार है। तले हुए आलू के चिप्स खाने के बजाय पके हुए शकरकंद के वेज खाएं। ब्राउन राइस को सफेद चावल से बदला जा सकता है। ओट्स और कद्दू को डाइट में शामिल करना भी एक बढ़िया विकल्प है। जंक, मसालेदार, तैलीय, डिब्बाबंद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचना आपके लिए आवश्यक होगा। कोला, सोडा और फलों के रस को ना कहें। धूम्रपान और शराब से भी सख्ती से बचें। शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए जितना हो सके उतना पानी पिएं।
रोजाना व्यायाम करें: शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और रोजाना व्यायाम करना पाचन संबंधी समस्याओं में मदद करता है। योग करना भी टोटका कर सकता है। दौड़ने, जॉगिंग, वॉकिंग, एरोबिक्स, स्विमिंग, वेट ट्रेनिंग से लेकर साइकिलिंग तक अपनी पसंद की फिजिकल एक्टिविटी चुनें। अपने सिस्टम को फिर से जीवंत करने के लिए पर्याप्त आराम करें। सूजन से निपटने, प्रोटीन को तोड़ने और आंत के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए ब्रोमेलैन और पपैन जैसे एंजाइम युक्त अनानास और पपीता खाएं। यहां तक कि नारियल पानी भी आहार में एक अच्छा अतिरिक्त हो सकता है।