भिलाई। 23 सितंबर : ऐक्टू समेत तमाम केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 23 सितंबर को ऐक्टू द्वारा सेक्टर 6, भिलाई मे 4 लेबर कोड बिलों व 3 कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर प्रदर्शन किया गया. यह कानून मजदूरों व किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने वाला कानून है। मजदूरों के तमाम अधिकारों को छीना जा रहा है। मोदी सरकार पूंजीपतियों को लूट की छूट देना चाहती है। मोदी सरकार ने संसद बुलाकर बिना विपक्ष के मजदूरों व किसानों के बिल पास कर रही है, न किसानों की राय, न मजदूरों की राय और बिल पास। क्योंकि ये बिल मजदूरों के लिए नहीं, कंपनी मालिकों के लिए है। ये सरकार हमारी जिदंगी से खिलवाड़ कर रही है। सरकार हमें कोरोना का भय दिखाकर घरों में कैद करके रख रही है और हमारे भय फायदा उठाकर मजदूर कोड बिल पास कर दे रही है। प्रदर्शन में मांग किया गया कि मजदूरों व किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने वाला काला कानून वापस लिया जाय बेरोजगारों को 10000/- महिना भत्ता दिया जाय। संविदा व ठेका प्रथा बंद किया जाय। कार्य से निकाले गए तमाम मजदूरों को रोजगार दिया जाय। सरकारी क्षेत्रों तथा पब्लिक सेक्टर के नीजिकरण करने की नीति को बंद किया जाय। ऐक्टू ने आम जनता से अपील की है कि मोदी सरकार की मजदूर विरोधी तथा किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करें.मोदी सरकार ने आम जनता पर हमले का बिगुल फूंक दिया है। इस विनाशकारी मोदीशाही को एकताबद्ध होकर ही जवाब दे सकते हैं। प्रदर्शन में बृजेन्द्र तिवारी, ए. शेखर राव, श्यामलाल साहू, अशोक मिरी, गौतमदास साहू, विनोद कुमार, शिव कुमार प्रसाद मुख्य रूप से शामिल थे।