कई बार ऐसा होता है कि आपको भूख नहीं होती लेकिन फिर भी किसी खाद्य पदार्थ को देखकर या उसके बारे में सोचकर आप खुद को उसे खाने से रोक ही नहीं पाते। इसे ही फूड क्रेविंग कहा जाता है। जब व्यक्ति को फूड क्रेविंग होती है तो वह इतनी तीव्र होती है कि जब तक वह उस चीज को खा न लें, तब तक उसे शांति नहीं मिलती। बहुत से लोग मानते हैं कि इस फूड क्रेविंग को कंट्रोल करना संभव नहीं है।आमतौर पर लोगों को फूड क्रेविंग तब ज्यादा होती है, जब वो खाली बैठे बोर हो रहे होते हैं या फिर रात को देर तक जागते हैं. मगर फूड क्रेविंग सिर्फ आपके जीभ की एक तलब से बहुत ज्यादा होती है, तो आइए आज हम आपको फूड क्रेविंग्स से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं.
फूड क्रेविंग्स किस बात का संकेत होते हैं?
अगर आपको किसी आहार को देखकर उसको खाने का मन करता है, तो ये मनोवैज्ञानिक असर की वजह से होता है, जिसमें आहार की फोटो देखते ही आपको उसका टेस्ट याद आता है और उसे खाने की इच्छा करने लगती है. लेकिन अगर ऐसे ही अचानक आपको किसी खास चीज को खाने का मन करे, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में कुछ तत्वों की कमी है, जिनको पूरा करने के लिए आपका शरीर उससे संबंधित आहार का सेवन करने की डिमांड कर रहा है। इसलिए हम आपको ऐसी क्रेविंग्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपको यह बताती हैं कि आपके शरीर को किस चीज की आवश्यकता है। अगर आप भी क्रेविंग की समस्या से जूझ रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।
फूड क्रेविंग्स किन स्थितियों में होती हैं?
-जब आपकी नींद पूरी नहीं होती है और शरीर में ऊर्जा की कमी होती है. विशेषकर देर रात तक जागने की वजह से क्रेविंग होती है।
-जब आपके शरीर में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स की कमी होती है।
-जब आपका पेट खराब हो या तबीयत ठीक न हो।
-शरीर में पानी की कमी के कारण।
-जब आप किसी इमोशनल दौर से गुजर रहे होते हैं जैसे- बहुत खुश होना, बहुत रोना, डिप्रेशन या टेंशन।
किसी खास फूड की क्रेविंग होने पर क्या करें?
मीठी चीज की क्रेविंग
मीठी चीज खाने का मन होने का मतलब है कि आपके शरीर में शुगर का स्तर कम हो गया है. ऐसे में डोनट्स, सोडा, कोल्ड ड्रिंक, केक खाने की बजाय आप थोड़ी सी किशमिश, कोई फल, फलों का जूस, गुड़ का टुकड़ा या खजूर का सेवन करें. आपकी क्रेविंग थोड़ी देर में शांत हो जाएगी।
नमक वाली चीज की क्रेविंग
जब आपको नमक वाली चीज खाने की क्रेविंग होती है तो ऐसे में चिप्स, मिक्सरचर्स, नमकीन, फ्राइड पफ्स आदि की ही याद आती है. ऐसे में आप सबसे पहले आधा ग्लास पानी का सेवन करें, फिर भुने हुए चने, सॉल्टेड काजू, रोस्टेड बादाम या सीड्स का सेवन करें, इससे आपकी क्रेविंग शांत हो जाती है।
ऑयली फूड्स की क्रेविंग
जब आपको ऑयली फूड्स या जंक फूड्स खाने की क्रेविंग हो, तो ऐसे में आप सैलेड सैंडविच, पोहा, मसाला छाछ, दही-जीरा और नमक, एवोकाडो और नट्स आदि का सेवन करें इससे आपकी क्रेविंग शांत हो जाती है।
जंक फूड्स या कार्बोहाइड्रेट फूड्स की क्रेविंग
जंक फूड्स और कार्बोहाइड्रेट्स फूड्स का सेवन करने का मन तब करता है, जब आपके ब्लड में शुगर की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में आप मैग्नीशियम से भरी हुई चीजों का सेवन कर क्रेविंग को शांत कर सकते हैं. इसके लिए आप केला, सेब, सलाद, चावल, ब्रोकली, पालक आदि का सेवन कर सकते हैं।
मीट और हैम्बर्गर्स
अगर आपको अचानक हैम्बर्गर खाने की क्रेविंग होती है। तो ऐसे में यह सोचें कि वास्तव में उन्हें क्या चाहिए। यह शायद रेड मीट हो सकता है। रेड मीट में बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है, इसलिए हो सकता है कि आपके शरीर में इसकी कमी हो। वहीं, रेड मीट में आयरन, जिंक और विटामिन-बी होता है। इसके अलावा, एक अध्ययन में यह भी सुझाव दिया गया है कि उच्च-प्रोटीन वाले आहार का सेवन करने से आपको अधिक स्नैकिंग और मोटापे से बचने में मदद मिल सकती है।
पैस्ट्रीज
पेस्ट्री में कार्बोहाइड्रेट बहुत अधिक होता है। पेस्ट्री के एक पीस को खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होने लगता है। क्योंकि इतनी सारी कैलोरी आपको जल्दी से बहुत सारी ऊर्जा प्रदान कर सकती हैं।
शोध में यह पाया गया है कि यूनिवर्सल कार्ब क्रेविंग का समय, रोजाना 3.30 बजे से 5 बजे के बीच होता है। ऐसे में अगर आप विशेष डाइट को फॉलो कर रही हैं, तो इस समय के दौरान अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
जब आपके शरीर को ब्रेड, केक, या पास्ता की भूख लगती है। तो आपके शरीर में क्रोमियम या नाइट्रोजन की कमी हो सकती है। कुछ शोधकर्ता बुरे मूड और तनाव के साथ भी कार्बोहाइड्रेट खाने की इच्छा को जोड़ते हैं। केक खाने से सेरोटोनिन नामक खुशी के हार्मोन का स्राव होता है।
बर्फ
बर्फ चबाने की इच्छा होना, अक्सर शरीर में आयरन की कमी का संकेत है। ऐसा एनीमिया की समस्या होने पर भी हो सकता है। हालांकि क्रेविंग का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह सुझाव दिया जाता है कि अगर आपके शरीर में आयरन की कमी है, या आपको एनीमिया की समस्या है, तो बर्फ चबाना सतर्कता को बढ़ा सकता है।
पीनट बटर
आमतौर पर, पीनट बटर पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें एक घटक होता है जिसका उपयोग दवाओं को बनाने के लिए किया जाता है, मूल रूप से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण आपको पीनट बटर के सेवन को लेकर क्रेविंग हो सकती है। यह उत्पाद प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट, फैट, आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत
डार्क चॉकलेट
कुछ डार्क चॉकलेट में कोला की कैन से भी ज्यादा कैफीन होता है। यह घटक आपके जागने की क्षमता और ऊर्जा को बढ़ाता है क्योंकि यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है। इसलिए जब आप अधिक थकान महसूस करते हैं या आपको बहुत नींद आती है, तो ऐसे में कैंडीबार या चॉकलेट खाना की इच्छा होना बहुत सामान्य है। साथ ही आपको डार्क चॉकलेट अधिक क्यों पसंद है, इसकी एक वजह यह भी है कि आपके शरीर को मैग्नीशियम की आवश्यकता है।हालांकि, शोधकर्ता इस पर पूरी तरह से श्योर नहीं हैं कि सिर्फ चॉकलेट की ही क्रेविंग क्यों होती है, जबकि मैग्नीशियम तो अखरोट में भी होता है।
डोंट वरी, आपको अपने बारे में पता होना ज्यादा जरूरी है। साथ ही हेल्दी रहने के लिए क्रेविंग को कंट्रोल कर हेल्दी विकल्प चुनना भी जरूरी है। निश्चित ही ये जानकारी आपको इसमें मदद करेगी।