मसरूफियत भरी जिंदगी का सबसे ज्यादा असर हमारी याददाश्त पर पड़ रहा है। घर, ऑफिस और जिम्मेदारियों के बोझ ने हमारी याददाश्क को कमजोर कर दिया है। दिमाग पर काम-काज का इतना दबाव रहता है कि हम जरूरी लेन-देन और खास दिनों को भी भूलने लगते हैं। साथ ही उम्र बढ़ने का याददाश्त पर भी असर होता है ये हम सभी जानते हैं। मेडिकल भाषा में वैज्ञानिको का कहना है कि याददाश्त तब कम होती है जब दिमाग में एमिलॉयट बीटा नामक प्रोटीन का स्तर बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित रखना जरूरी है। यह प्रोटीन बढ़ती उम्र के साथ बढ़ता है।
लेकिन कम उम्र में याददाश्त का कमजोर होना परेशानी का सबब है। आप भी सामान रख कर भूल जाते है? जरूरी काम याद नहीं रहते? बच्चे का बर्थडे भूल जाते है? तो समझ जाइए आपकी याददाश्त प्रभावित हो रही है। याददाश्त को दुरुस्त रखने के लिए आपका वर्कआउट और आपकी डाइट दोनों जिम्मेदार है। आइए जानते हैं कि डाइट में किन चीजों को शामिल करें कि याददाश्त दुरुस्त रहे।
पालक को करें डाइट में शामिल
पालक में आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो याददाश्त बढ़ाने और आपके सीखने की क्षमता बढ़ाता है। पालक में विटामिन बी 6, ई और फोलेट भी होता है। फोलेट अल्जाइमर और याददाशत कमजोर होने से बचाता है।
मछली करेगी याददाश्त दुरुस्त
लोग अक्सर मशविरा देते हैं कि याददाश्त तेज करना है तो मछली खाएं, वैज्ञानिकों ने भी इस बात को साबित कर दिया है कि मछली याददाश्त को बढ़ाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक फिश ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो बच्चों के दिमाग और आंखों के विकास में मददगार है। फैटी फिश में ओमेगा-3 की मात्रा सबसे ज्यादा होती है इसे खाने से दिमाग तेज़ होता है।
कॉफी बढ़ाए याददाश्त
दिमाग को हेल्दी और मजबूत रखने के लिए डाइट पर भी ध्यान देना जरूरी है। कॉफी में कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो याददाश्त को मजबूत करता है। यह कॉन्संट्रेशन भी बढ़ाता है, दिमाग को ज़्यादा सतर्क और केंद्रित बनाता है। अगर आप नियामित रूप से और सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन करेंगे तो आपकी याददाश्त तेज होगी साथ ही न्यूरोलॉजिकल डिसीज से भी महफूज रहेंगे।
डार्क चॉकलेट का करें सेवन
चॉकलेट खाने का शौक हर इनसान को होता है। चॉकलेट मूड को प्रभावित करती है साथ ही याददाश्त को भी बढ़ाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोको में फ्लैवोनॉयड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट्स होता है जो मस्तिष्क को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करता है। इसे खाने से याददाश्त मजबूत होती है।
हरी सब्जियों का करें सेवन
हरी सब्ज़ियों में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इनमें कैरोटेनॉय्ड्स नामक तत्व होता है जो मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स याददाश्त बढ़ाने के लिए ब्रोकली, पत्तागोभी और अंकुरित सब्जियों का सेवन करने की सलाह देते हैं।
कद्दू के बीज
इसमें मैगनीशियम, आयरन और ज़िंक होता है जो आपके मस्तिष्क को सेहतमंद रखने के लिए ज़रूरी है। इसमें पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होता है जो आपके शरीर और मस्तिष्क को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाता है। इसमें मौजूद मैगनीशियम याददाशत और सीखने की क्षमता बढ़ाता है।
दूध बढ़ाए याददाश्त
दूध न सिर्फ हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए ज़रूरी है, बल्कि यह याददाश्त बढ़ाने में भी लाभदायक है। दूध में विटामिन बी 6, बी 12, कैल्शियम, मैग्निशियम और पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह सारी चीज़ें याददाश्त बढ़ाने में मदद करती है।
ब्लैकबेरी
अध्ययन के मुताबिक, ब्लैकबेरी खाने से याददाश्त बढ़ती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि आपको शॉर्ट टर्म मेमरी लॉस की शिकायत है तो ब्लैकबेरी का सेवन फायदेमंद साबित होगा। दरअसल, इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो ब्रेन सेल की हिफाजत करते हैं और यह मस्तिष्क की कोशिकाओं के विकास में भी मदद करता है।
सेब बढ़ाए याददाश्त
सेब में क्यूरसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि मस्तिष्क की कोशिकाओं काे नुकसान से बचाता है। अगर इन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचे तो बौद्धिक क्षमता में भारी गिरावट आ सकती है। सेब पार्किंसन और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने की शक्ति रखता है।
ब्राहृमी बढ़ाए याददाश्त
याददाश्त बढ़ाने और बौद्धिक क्षमता में सुधार लाने के लिए ब्राह्मी सबसे बेहतरीन जड़ी बूटियों में से एक है। इसमें बैकोसाइड और सिटग्मास्टेरोल जैसे कई बायोएक्टिव तत्व मौजूद हैं जो न सिर्फ याददाश्त में सुधार लाते हैं बल्कि मस्तिष्क के कार्य को भी ठीक करते है।
जिनसेंग बढ़ाए याददाश्त
ये न सिर्फ एक एंटी-एजिंग जड़ी बूटी है बल्कि इसमें जिनसेनोसाइड नामक एक्टिव तत्व होता है जो कि नूट्रोपिक प्रभाव (याददाश्त और बौद्धिक क्षमता बढ़ाने वाले) देने के लिए जाना जाता है। जिनसेंग खासतौर पर मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संकेत भेजने में मदद करता है जिससे आप चीजों को आसानी से याद रख सकते हैं।
शंखपुष्पी बढ़ाए याददाश्त
ये जड़ी बूटी भी नूट्रोपिक प्रभावित देती है। इसका इस्तेमाल तनाव, अनिद्रा और एंग्जायटी के इलाज में किया जाता है। पशुओं पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि शंखपुष्पी मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संबंध को बढ़ाती है जिससे मस्तिष्क के कार्य में सुधार आता है। इसके अलावा इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट यौगिक होते हैं जो मस्तिष्क को स्वास्थ्य संबंधित स्थितियों और उम्र की वजह से याददाश्त कमजोर होने की समस्या से बचाते हैं।
मेडिटेशन
मेडिटेशन तनाव को कम करने और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है। साइकोलॉजी के 293 छात्रों को माइंडफुलनेस ट्रेनिंग दी गई जिससे इनकी चीजों को याद रखने की क्षमता में सुधार आए। अध्ययन में पाया गया कि जिन छात्रों को ट्रेनिंग नहीं दी गई थी उनकी तुलना में ट्रेनिंग लेने वाले छात्रों की याददाश्त में सुधार आया है।
एक्सरसाइज
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। रिसर्च में सामने आया है कि एक्सरसाइज से सभी उम्र के लोगों की याददाश्त में सुधार आने में मदद मिल सकती है। वहीं कई अध्ययनों में एक्सरसाइज से न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रोटीन के स्राव में बढ़ोत्तरी हो सकती है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने वाले न्यूरोंस के विकास में भी सुधार आता है।
हल्दी बढ़ाए याददाश्त
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो कि शरीर में एंटी-इंफ्लामेट्री प्रभाव देता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी होता है। पशुओं पर किए गए कई अध्ययनों में पाया गया कि करक्यूमिन मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव डैमेज और सूजन को कम करने में मदद करता है।
भरपूर नींद लेना
याददाश्त बढ़ाने और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए नींद भी बहुत जरूरी होती है। वयस्कों को प्रतिदिन सात से नौ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।
शराब से दूर रहें
शराब का अधिक सेवन कई तरह से याददाश्त को प्रभावित करता है। 155 कॉलेज के छात्रों पर की गई स्टडी में पाया गया कि जो छात्र कम समय में ही (हफ्ते या महीने में) 6 या इससे ज्यादा ड्रिंक लेते हैं तो उन्हें चीजों को याद रखने में ड्रिंक न करने वाले लोगों की तुलना में दिक्कत होती है।
याददाश्त कमजोर हो तो कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, घरेलू नुस्खों की मदद से आप दिमाग को तेज कर सकते हैं।