ब्लड शुगर का स्तर जब शरीर में अनियंत्रित हो जाता है, तो डायबिटीज का खतरा अधिक हो जाता है। ये ऐसी बीमारी है जिसके गंभीर होने पर शरीर के दूसरे हिस्से भी इससे प्रभावित होने लगते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक भारत में 9.8 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज के घेरे में होंगे। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अच्छी जीवनशैली का न होना और जेनेटिक कारणों से लोग इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। डायबिटीज के लक्षणों के सामने आने से पहले ही ये बीमारी शरीर पर धावा बोल देता है। इसी वजह से इसे साइलेंट किलर कहा जाता है। हालांकि, सुबह उठने के साथ अगर आपको कुछ खास परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो ये डायबिटीज की चेतावनी हो सकती है।
आंखों में सूजन या आंसू : हाल में ही ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन के मुताबिक आंखों में सूजन या फिर लगातार पानी निकलना डायबिटीज टाइप 2 के शिकार हो सकते हैं। माना जाता है कि क्रॉनिक डायबिटीज के मरीज कई बार ‘डायबिटिक आई सिंड्रोम’ से पीड़ित हो जाते हैं। इसके कारण आंखों में जलन, सूजन व पानी निकलने की शिकायत हो सकती है। यही नहीं, इनमें ग्लूकोमा व मोतियाबिंद की चपेट में आने का खतरा भी बढ़ जाता है।
थकान : मधुमेह रोगियों के शरीर में कार्ब्स ठीक तरीके से ब्रेकडाउन नहीं हो पाते हैं, इस वजह से उनमें ऊर्जा की कमी हो जाती है। बता दें कि शरीर को एनर्जेटिक रखने का कार्य कार्बोहाइड्रेट्स का ही होता है। कम ऊर्जा के कारण इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को थकान की परेशानी हो सकती है। ऐसे में नींद पूरी होने के बाद भी अगर लोग थका-थका महसूस करते हैं तो उन्हें ब्लड शुगर जांच लेना चाहिए।
गला सूखना : पानी पीने के बावजूद गला सूखा रह जाने की शिकायत कई लोगों को होती है। मगर सुबह उठते ही अगर आपका मुंह और गला सूखा हो तो ये डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
मुंह से बदबू आना : अध्ययन के मुताबिक मुंह से गंदी बदबू आने की एक वजह टाइप 2 डायबिटीज भी हो सकती है। इस स्टडी के अनुसार मरीजों के सिर्फ ब्लड में ही नहीं मुंह में भी ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है। ऐसे में मुंह में मौजूद बैक्टीरिया इस ग्लूकोज को अपना आहार बनाते हैं, जिससे कि मसूड़ों और दांत के बीच इन बैक्टीरिया की अधिकता हो जाती है। इस कारण रोगियों के मुंह से बदबू आने लगती है।
धुंधलापन : माना जाता है इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की आंखें भी प्रभावित होती हैं। ब्लड शुगर के अनियमित होने पर लोगों को धुंधला दिखने की शिकायत होती है। इसके अलावा, आंखों में पीला धब्बा दिखना या फिर रेटिना में छोटे-छोटे आंसू निकले तो ये भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
फोड़े : ब्लिस्टर्स यानी कि फोड़े निकलना आम बात हैं मगर कुछ ही दिनों के अंतराल पर अगर आपको बार-बार ये परेशानी हो रही हो तो चौकन्ना हो जाएं। ऐसे में लोगों को अपना ब्लड शुगर का स्तर जांच करवाना चाहिए। मधुमेह के कारण मरीजों के हाथ-पैर पर फोड़े निकल आते हैं। हालांकि, माना जाता है कि ब्लड शुगर बढ़ने के कारण होने वाले इन फोड़ों में दर्द नहीं होता है लेकिन दिखने में ये फोड़े किसी जले हुए निशान की तरह लगते हैं।
मसूड़ों में सूजन : बार-बार मुंह में छाले व घाव निकलने पर भी डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाती है। ये हाई ब्लड शुगर का एक लक्षण हो सकता है। मसूड़ों में लालीपन और सूजन भी मधुमेह का लक्षण है।
एथलीट फुट : पैरों में सूजन, जलन, दर्द, घाव और इंफेक्शन भी ब्लड शुगर बढ़ने का एक लक्षण माना जाता है। इसके अलावा, इन मरीजों में मौजूद ग्लूकोज की अधिक मात्रा, फंगल इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है। एथलीट्स फुट यानी पैरों में दाद फंगस के द्वारा होने वाला इंफेक्शन है। इसके कारण खुजली होती है और स्किन की परतें निकलने लगती हैं।