
जशपुर । छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर हाथी-मानव द्वंद्व का असर अब दोनों राज्यों के ग्रामीणों के बीच तनाव का कारण भी बनने लगा है। शुक्रवार की रात हाथी खदेड़ने को लेकर दोनों राज्यों के ग्रामीणों के बीच पत्थरबाजी भी हुई। दरअसल फरसाबहार ब्लॉक के तपकरा वन परिक्षेत्र में शुक्रवार सुबह से देर रात तक ओडिशा क्षेत्र से आए 22 हाथियों के दल ने भेजरीडांड़ मुख्य सड़क के किनारे डेरा जमा लिया था। हाथियों के आतंक को देखते हुए सर्करा व आसपास के ग्रामीण गुलेल, टॉर्च और ढोल की मदद से हाथियों के झुुंड को ओडिशा के पेरवांआरा की ओर खदेड़ने लगे।
इधर हाथियों का दल जैसे ही ओडिशा के केंदूडीह गांव की ओर बढ़ना शुरू किया, वहां के ग्रामीणों ने भी हाथियों को रोकने की तैयारी कर ली थी। ओडिशा के ग्रामीण गांव की ओर से हाथियों को छत्तीसगढ़ की सीमा में धकेलने को लेकर पत्थरबाजी करने लगे।
ओडिशा के ग्रामीणों का आरोप था कि छत्तीसगढ़ की ओर से जबरन हाथियों को उनके गांव की ओर धकेल दिया जाता है, जिससे हाथी बौखला जाते हैं और गांव में जमकर तबाही मचाते हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों ने कहा कि ओडिशा की ओर से आए हाथियों ने पूरे पुरसाबहार क्षेत्र को तबाह कर दिया है। आए दिन लोग जान गवां रहे हैं। तकरीबन घंटे भर चले इस तकरार के बीच 12 हाथियों का दल नदी पार कर ओडिशा के जंगल में प्रवेश कर गया। तब जाकर दोनों पक्ष के ग्रामीण अपने-अपने घर लौटे।