
रायपुर। प्रदेश के 27 जिले में से 23 में औसत या उससे अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। सिर्फ चार जिले हैं, जिनके आसमान में बादलों ने डेरा तो जमाया, लेकिन वहां बरसे कम। हालांकि पूरे प्रदेश के आंकड़ों की बात करें तो स्थिति बहुत अच्छी हो चुकी है। प्रदेश में अब तक 1077 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से छह फीसद अधिक है। अभी भी मानसून द्रोणिका, चक्रवात का प्रभाव बना हुआ है। कुछ-कुछ स्थानों पर हल्की या मध्यम बारिश हो सकती है। 31अगस्त से प्रदेश में यलो अलर्ट रहा। पांच-छह सितंबर को यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया गया था। 36 घंटे में पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश हुई। पूरे हफ्ते की बारिश ने आंकड़ों को सुधार दिया।
राजधानी रायपुर में सोमवार की सुबह बादल छा रहे। दोपहर में एक-दो बार धूप खिली, लेकिन फिर बादलों का डेरा आ गया। हालांकि ये बरसे नहीं। मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि अब बहुत ज्यादा वर्षा नहीं होगी। एक सिस्टम जरूर बनता दिख रहा है, लेकिन कितना प्रभावी होगा, इसका पूर्वानुमान अभी नहीं दिया जा सकता है।
अब चार जिले जहां औसत से कम बारिश- जशपुर (-36), कोरबा (-23), मुंगेली (-20), सरगुजा (-43)। जांजगीर जिला रविवार तक कम बारिश वाली इसी सूची में शामिल था, जो रात में हुई बरसात के बाद बाहर हो गया।
जिले- तापमान- बारिश के आंकड़े
रायपुर- 31.9- 6.2
बिलासपुर- 29.2- 1.0
पेंड्रा- 29.0- 0.8
अंबिकापुर- 27.5- 2.8
जगदलपुर- 29.1- 26.9
दुर्ग- 29.8- 38.0
राजनांदगांव- 31.0- 0.0
(आंकड़े मिमी में)
पूर्वानुमान- उत्तर पूर्व मध्यप्रदेश पर निम्न दाब क्षेत्र और संबंधित चक्रवाती घेरा के साथ आसपास माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। समुद्र तल से मानसून द्रोणिका डायमंड हार्बर से होकर गुजरता हुआ पूर्व दिशा में आगे जाते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तारित है।