
नई दिल्ली. लाेकसभा और राज्यसभा में विभिन्न विभागाें की संसद की कुछ स्थाई समितियाें का पुनर्गठन कर दिया गया है। लाेकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लंबे समय के इंतजार के बाद शुक्रवार शाम काे इसे मंजूरी दी। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भी राज्यसभा में स्थाई समितियाें के पुनर्गठन काे मंजूरी दी।
राज्यसभा की समितियाें में डाॅ. मनमाेहन सिंह के लिए जगह खाली रखी गई है। कांग्रेस की ओर से नाम भेजे जाने पर उन्हें शामिल कर लिया जाएगा। महत्वपूर्ण वित्त तथा विदेश मामलाें की समितियाें से कांग्रेस की अध्यक्षता छिन गई है। राहुल गांधी काे विदेश मामलाें की समिति से हटाकर रक्षा मामलाें की स्थाई समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष साेनिया गांधी पहले की तरह ही किसी भी समिति में शामिल नहीं हैं। विदेश मामलाें की समिति के अध्यक्ष पद से कांग्रेस के शशि थरूर काे हटाकर उनकी जगह पीपी चाैधरी काे नियुक्त किया गया है। गृह मामलाें की स्थाई समिति के अध्यक्ष रहे पी चिदंबरम काे अब विदेश मामलाें की समिति में सदस्य बनाया गया है।
लाेकसभा की 24 स्थाई समितियाें में से 13 के अध्यक्ष भाजपा के हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष तीन समितियाें में ही रह गए हैं। पिछली लाेकसभा में चार स्थाई समितियाें में कांग्रेस के अध्यक्ष थे। राज्यसभा की विभिन्न मंत्रालयों से संबंधित आठ स्थाई समितियाें का गठन किया गया है। इसमें 5 के अध्यक्ष विपक्षी दलों के सदस्यों को बनाया गया है और 3 की अध्यक्षता सत्तारूढ़ भाजपा को मिली है। सभापति ने लोकसभा की 16 स्थाई समितियों में राज्यसभा के सांसदाें के नामों को भी मंजूरी दे दी है। स्थाई संसदीय समितियां अपने विभागाें के कामकाज की समीक्षा करती हैं और उसकी रिपाेर्ट सदन में रखती हैं।