भिलाई। 14 फरवरी : राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का धौंस दिखा कर स्मृति नगर कोऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष राजीव चौबे को ब्लैकमेल करने के आरोप में सुपेला थाने में स्मृति नगर निवासी डॉ. राकेश मिश्रा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सुपेला पुलिस के मुताबिक आरोपी राकेश मिश्रा पिछले 4 वर्षों से राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के दस्तावेज और प्रतीक चिन्ह का उपयोग कर कई सहकारी संस्थाओं के अधिकारियों को धमका रहा था। तथा उन सभी के खिलाफ लगातार अलग-अलग स्तर पर शिकायत कर रहा था। आरोपी ने उप पंजीयक के खिलाफ भी शिकायत की थी, इसके बाद राजीव चौबे ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सेक्रेटरी मिनिस्ट्री आफ कंज्यूमर अफेयर्स फूड एंड पब्लिक डिसटीब्यूशन डिपार्टमेंट को शिकायत की, राजीव चौबे का शिकायत पत्र वरिष्ठ कार्यालय से पत्र क्रमाक पुमानि/दुर्ग रेंज/एम/3420 का थाना सुपेला मे जाच किया गया जाच पर आवेदक राजीव चौबे का कथन लेख किया गया। जिसके मुताबिक अनावेदक डा. राकेश मिश्रा ने स्मृति नगर स्थित अपने घर के सामने सडक भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है अतिक्रमण हटाने हेतु कहने पर कई समाचार पत्रो मे झूठी बाते प्रकाशित करवाकर 04 सालो से अवैध रूप से 20000/-रू प्रतिमाह की मांग कर धमकी दिया। पैसा नही दोगे तो प्रकाशन कराता रहूगा एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के नाम और प्रतीक चिन्हो का फर्जी रूप से बनाकर दुरूपयोग किये जाने पर उन पत्रो के माध्यम से उपपंजीयक कार्यालय दुर्ग और मंत्रालय मे कई जगह पर आवेदक के विरूद् शिकायत किया है। जांच के बाद पुलिस में शुक्रवार राकेश के खिलाफ धारा 384, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है जल्द ही उसकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। राजीव चौबे ने पुलिस को बताया कि स्मृति नगर निवासी राकेश मिश्रा को राज्य मानव अधिकार आयोग का अध्यक्ष बताता था वह अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार न्यायिक महासंघ के नाम के साथ भारत शासन का भी उपयोग करके ब्लैकमेल करता था उसकी शिकायत झूठी होने पर उसके खिलाफ मानहानि का केस लगाया है आरोपी उस पर मनमाफिक काम करने का दबाव बना रहा था वह कई राज्यों में मानव अधिकार आयोग के लोगों का इस्तेमाल कर रहा था पुलिस ने पुलिस के मुताबिक अवर सचिव राज्य शासन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं संरक्षण विभाग से पता चला कि राकेश मिश्रा कई महीनों से मानव अधिकार प्रमाण पत्र वितरित कर रहा है।