
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रायपुर रेल मंडल मे दुर्ग से छुटने वाली एल एच बी कोच वाली ट्रेनों मे हेड ऑन जनरेशन सिस्टम HOG (एचओजी) प्रणाली शुरू की है। इनमें छतीसगढ़ सम्पर्क क्रांति एक्स्प्रेस, दुर्ग-निज़ामुद्दीन हमसफ़र एक्स्प्रेस, दुर्ग-जम्मूतवी एक्स्प्रेस और दुर्ग-फिरोजपुर अंत्योदय एक्स्प्रेस शामिल है । HOG (एचओजी) इंजन से सीधे इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पावर केबल की शक्ति का उपयोग करके पंखे,लाइट और एयर कंडीशनिंग के लिए कोचों को पवार सप्लाई प्रदान करने की एक प्रणाली है । इससे पहले प्रत्येक एलएचबी गाड़ियों पर कोचों को शक्ति प्रदान करने के लिए डीजल इंजन ले जाने वाली पावर कार के 02 सेट होते थे, इसे (EOG – End on generation) ईओजी कहा जाता था । हेड ऑन जनरेशन सिस्टम HOG (एचओजी)प्रणाली शुरू होने से अब इनकी आवश्यकता नहीं होगी ।
ट्रेनों में HOG (एचओजी) प्रणाली के निम्नलिखित लाभ हैं-
• डीजल की नगण्य खपत के परिणाम स्वरूप 4.5 करोड़ रुपये तक डीजल की वार्षिक बचत ।
• डीजल जलने से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विद्युत परिवहन व्यवस्था की ओर अग्रसर ।
• ट्रेनों में उच्च क्षमता वाले डीजल जनरेटर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण का उन्मूलन कर इस प्रकार यात्रियों की सुविधा में वृद्धि करता है।
• बैठने की क्षमता में वृद्धि, रेलवे ने छोटे इंजन वाले नए प्रकार की पावर कारों का निर्माण शुरू कर दिया है (डीजल की न्यूनतम खपत के कारण संभव) इसमे जो स्थान पहले भारी इंजनों के लिए आरक्षित था वह सामान्य वर्ग के बैठने के लिए उपयोग होगा, इस प्रकार ट्रेनों में यात्रियों के लिए बैठने की क्षमता में वृद्धि होगी ।
• डीजल जनरेटर से तेल और जनरेटर के अन्य खतरनाक ज्वलनशील उपकरणों को पृथक करने के कारण आग के खतरों मे कमी होगी ।
• रायपुर संभाग द्वारा शुरू की गई HOG (एचओजी) प्रणाली के उपर्युक्त लाभों को ध्यान में रखते हुए, भारत में स्वच्छ, शांत और सुविधाजनक रेल परिवहन के लिए एक सराहनीय पहल है ।