
भोपाल. राज्य में बुधवार को सुबह से बादल छाए हुए थे, जो दोपहर बाद बरसने लगे। राजधानी भोपाल में 2 बजे के बाद जोरदार बारिश हुई, जिससे शहर तरबतर हो गया। बारिश इतनी तेज थी कि सड़कों में थोड़ी देर के लिए अंधेरा छा गया। बारिश का दौर रुक-रुककर जारी है। राज्य के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। इधर, गुना के रुठियाई में चौपेट नदी के रपटे को पार करते समय युवक पानी में बह गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
गुना में अचानक नदी के पानी का बहाव तेज होने के कारण युवक बह गया, गांव वालों ने युवक को बचाने कोशिश की, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। बाद में लोगों ने युवक के शव को बाहर निकाला।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दवाब का क्षेत्र बना हुआ है, इसके अलावा अन्य मौसमी गतिविधियों के चलते राज्य में बादल छाए हुए हैं और सामान्य से भारी बारिश के आसार बने हैं। बीते 24 घंटों के दौरान भी राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश या बौछारें पड़ सकती हैं।
कभी रिमझिम फुहारें, कभी तेज बारिश
शहर में बारिश का यह सिलसिला पिछले 39 दिन जारी है। इस बीच सिर्फ एक या दाे दिन माैसम खुला रहा। माैसम वैज्ञानिक कहते हैं कि इसकी वजह यह है कि 25 जुलाई से अब तक 41 दिनाें में 11 मानसूनी सिस्टम बने। मतलब यह कि हर चाैथे दिन बने सिस्टम की वजह से बारिश के दाैर थम नहीं रहे हैं। यदि इन सिस्टमाें के बनने की फ्रिक्वेंसी यही रही ताे सितंबर में भी माैसम का यह मिजाज बरकरार रह सकता है। शहर में 28 जून का मानसून ने दस्तक दी थी।
वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि 25 जुलाई से फिर माैसम के तेवर बदले जाे अब तक बरकरार हैं। इस वजह से अब तक 126.51 सेमी बारिश हाे चुकी है। यह अब तक की सामान्य बारिश 82.1 सेमी से 54 फीसदी ज्यादा है।
सीजन में जुलाई में सबसे ज्यादा रही बारिश की तीव्रता
इस सीजन में जुलाई में बारिश की तीव्रता जून और अगस्त की तुलना में ज्यादा रही। 28 जून काे मानसून पहुंचने के बाद जून के 3 दिन और अगस्त के 31 दिन मिलाकर कुल 34 दिनाें में 59.43 सेमी बारिश हुई। जबकि जुलाई के 16 दिनाें में ही 64.19 सेमी बारिश हाे गई थी। इसमें हुई 4.7 सेमी का अंतर है।