
सीएसए (क्रिकेट साउथ अफ्रीका) ने भारत के खिलाफ होने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए मुंबई के पूर्व बल्लेबाज अमोल मजूमदार को दक्षिण अफ्रीकी टीम का अंतरिम बल्लेबाजी कोच बनाया है। इस सीरीज का पहला मैच 2 अक्टूबर से विशाखापट्टनम में खेला जाएगा। 44 साल के मजूमदार ने अपने क्रिकेट करियर में 171 प्रथम श्रेणी के मैच खेले हैं। हालांकि उन्होंने एक भी अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। वे टीवी कमेंट्री करने के अलावा कई अन्य टीमों के कोच भी रह चुके हैं।
साल 1994 में मुंबई की टीम से प्रथम श्रेणी डेब्यू करने वाले मजूमदार का रिकॉर्ड घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त रहा है। अपने 20 साल लंबे करियर में उन्होंने 171 फर्स्ट क्लास मैचों में 48.13 की औसत से 11167 रन बनाए हैं। वे रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच नवंबर 2013 में आंध्र टीम की ओर से महाराष्ट्र के खिलाफ खेला था और सितंबर 2014 में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लिया। इसके बाद वे कोचिंग देने लगे और तब से अबतक कई टीमों के कोच रह चुके हैं। उन्हें बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा ‘हाई परफॉर्मेंस कोचिंग सर्टिफिकेट’ प्राप्त है। वे भारत की अंडर-19 और अंडर-23 टीमों के अलावा IPL में राजस्थान रॉयल्स टीम के कोच भी रह चुके हैं। दिसंबर 2013 में वे नीदरलैंड्स टीम के कोच भी बने थे।
मजूमदार हमारे लिए बिल्कुल फिट हैं: जील
मजूमदार की नियुक्ति को लेकर सीएसए के कार्यकारी निदेशक कोरी बेन जील ने कहा, ‘अमोल हमारे लिए बिल्कुल फिट हैं। उनके पास भारतीय खेल परिस्थितियों और हमारे बल्लेबाजों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बहुत गहरा ज्ञान है। उन्होंने हाल ही में भारत में आयोजित हमारे स्पिन गेंदबाजी शिविर में भी हमारी मदद की थी और इस तरह एडन मार्कराम, टेंबा बवुमा और जुबेर हमजा के साथ उनके पहले ही अच्छे संबंध बन चुके हैं।’ भारत टूर के दौरान मजूमदार टीम के डायरेक्टर एनोक न्कवे के कोचिंग स्टाफ के साथ काम करेंगे। जिनमें विंसेंट बार्न्स (असिस्टेंट बॉलिंग कोच) और जस्टिन ऑन्टोंग (असिस्टेंट फील्डिंग कोच) शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अनुभव कोई मायने नहीं रखता
अपनी नियुक्ति के बारे में बताते हुए मजूमदार ने कहा, ‘मेरे अंदर क्रिकेट हमेशा से रहा है और आगे भी रहेगा। एक खिलाड़ी के रूप में पिच पर 25 साल बिताने के बाद, अगले 25 दिन मैं क्रिकेट के मैदान पर प्रतिभा को निकालने और निखारने का इरादा रखता हूं। मैं अपने कोचिंग करियर के इस नए अध्याय को लेकर बहुत उत्साहित हूं।’ वहीं बिना अंतर्राष्ट्रीय अनुभव के उच्च स्तर पर कोचिंग देने के बारे में पूछे जाने पर मजूमदार ने कहा, ‘ये एक मिथक है जिसे लोग भारत में लेकर चलते हैं और मैं इसे तोड़ना चाहूंगा। अगर आप अपने विषय को अच्छे से जानते हैं तो मुझे नहीं लगता कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव मायने रखता है। मैं सभी स्तरों की बल्लेबाजी से डील कर रहा हूं, जो कि मेरे लिए एक विषय है। और अगर आप अपने विषय को अच्छी तरह से जानते हैं तो अनुभव और अन्य सभी चीजें कोई मायने नहीं रखतीं।’
दक्षिण अफ्रीकी टीम का भारत दौरा (टी20 और टेस्ट सीरीज)
कब | मैच | कहां |
15 सितंबर (रविवार) | पहला टी-20 | धर्मशाला |
18 सितंबर (बुधवार) | दूसरा टी-20 | मोहाली |
22 सितंबर (रविवार) | तीसरा टी-20 | बेंगलुरु |
2 से 6 अक्टूबर | पहला टेस्ट | विशाखापट्टनम |
10 से 14 अक्टूबर | दूसरा टेस्ट | रांची |
19 से 23 अक्टूबर | तीसरा टेस्ट | पुणे |