
भिलाई। न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति सेक्टर-2 अपने भव्य पंडाल विशाल मूर्ति आकर्षक साज-सज्जा व मनोरंजक के लिए जाना जाता है। पूरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है। अपनी इसी परम्परा को कायम रखते हुए आयोजन समिति ने इस वर्ष जयपुर के विश्व प्रसिद्ध अलबर्ट हाल म्यूजियम को बनाने का निर्णय लिया है। सन् 1887 में अंग्रेज आर्टिटेक्ट सर सैम्युल स्विटन जैकप ने इसे बनाया था। यह भारत अरबी शैली में बना हुआ है। इसके पूर्व भी यहां होटल ताज पैलेस, अक्षरधाम मंदिर दिल्ली और गुजरात, हवा महल, बाहुबली फिल्म का सेट, कम्बोडिया का विश्व प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर सहित अनेक प्रसिद्ध स्थलों को पंडाल के रुप में यहां दर्शाया गया है।
कलाकार नव हलधर के देखरेख में पिछले 45 दिनों से कलकत्ता से आए कलाकार 18 से 20 घंटे प्रतिदिन इस पंडाल को बनाने में लगे हुए हैं और अब यह अंतिम चरण में है। न्यू आजाद गणेश उत्सव समिति के अध्यक्ष पी श्रीनिवास राव ने बताया कि पिछले 35 वर्षों से यहां गणेश उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हमारे सीनियर लोगों ने जो परम्परा शुरु की थी हम उसे ही आगे बढ़ा रहे हैं और प्रतिवर्ष और ज्यादा भव्य आयोजन करने की कोशिश करते हैं। 2010 से लगातार पंडाल, मूर्ति व साज-सज्जा के क्षेत्र में हमारी समिति प्रथम स्थान प्राप्त कर रही है। उन्होंने बताया कि यहां साक्षात्कार भगवान विराजमान हैं। इन 9 दिनों में कोई भी व्यक्ति सच्चे दिल से जो भी मन्नत मांगता है वह पूरी होती है। ऐसे कई लोग हैं जिनके जीवन में यह चमत्कार हुआ है। यह सब बप्पा के आशीर्वाद का ही परिणाम है कि हम इतना बड़ा आयोजन कर पाते हैं। हमारे समिति के सभी सदस्यों के साल भर के कठिन परिश्रम व लगन की बदौलत ही हम इतना भव्य आयोजन कर पाते हैं।