
चोरी होते पासवर्ड्स की बढ़ती समस्या ने टेक्नोलॉजी कंपनीज और ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर्स को अल्टरनेटिव सिक्योरिटी ऑथेंटिकेशन मेथड्स ढूंढने व अपनाने पर मजबूर किया है। इसी कड़ी में गूगल अब एंड्रॉइड यूजर्स के लिए मोबाइल वेब के जरिए खुद को ऑथेंटिकेट करने का प्रोसेस आसान बना रहा है। यूजर्स अपने फिंगरप्रिंट्स की मदद से बिना पासवर्ड डाले ऐसा कर पाएंगे। फिलहाल यह सुविधा गूगल के पासवर्ड मैनेजर के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है जिसे बाद में कंपनी की अन्य सर्विसेज के लिए भी इंट्रोड्यूस किया जाएगा।
श्याओमी, ओप्पो और वीवो ला रही हैं फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल
चीन की तीन सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनीज, श्याओमी, ओप्पो और वीवो साथ मिलकर एक नए वायरलेस फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल पर काम कर रही हैं जो इन तीनों के डिवाइसेज पर काम करेगा। यह प्रोटोकॉल, डिवाइसेज पेयर करने के लिए ब्लूटूथ का उपयोग करेगा और इसकी ट्रांसफर स्पीड 20 मेगाबाइट्स पर सेकंड तक होगी। शाओमी के अनुसार, कुछ ही दिनों में इसका बीटा वर्जन जारी हो जाएगा। इसके अलावा अन्य स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स भी इन तीनों कंपनीज को जॉइन करने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
अब वीडियो चैटिंग एप गूगल डुओ पर लो-लाइट मोड
गूगल ने अपने वीडियो चैटिंग एप डुओ पर लो-लाइट मोड इंट्रोड्यूस करने की घोषणा की है जो रोशनी कम होने पर अपने आप पिक्चर को एडजस्ट कर फ्रेम में यूजर के चेहरे को इल्युमिनेट कर देगा। गूगल के अनुसार, यह मोड बिजली की बचत करने वाले और लगातार पावर आउटेज से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले यूजर्स के लिए फायदेमंद होगा। यह उस परिस्थिति में भी काम आ सकता है जब ये दोनों तरह के यूजर्स कई टाइम जोन्स में दूर रहते हों और उनमें से एक के यहां रात का समय हो। खास बात यह है कि गूगल ने यूजर्स के फोन कैमराज के इस मोड पर पड़ने वाले असर के बारे में कुछ नहीं कहा है। जल्द ही इस मोड के आईओएस व एंड्रॉइड यूजर्स के लिए जारी होने की संभावना है।