आरोपी दुकान के कर्मचारी निकले
चोरी की रकम बरामद

महासमुंद। जिला के बागबाहरा थाना क्षेत्र में शासकीय शराब दुकान मुनगासोर में हुई लाखों की चोरी का मामला का पर्दाफाश पुलिस ने आज कर दिया। चोरी करने वाले कोई और नहीं बल्कि दुकान में कार्यरत तीन कर्मचारी निकले है पिछले 9 माह से वेतन नहीं मिलने से परेशान होकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों से चोरी की रकम बरामद कर ली है।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने आज इस चोरी का खुलासा करते हुए बताया कि 17-18 अगस्त की दरम्यानी रात शराब दुकान में चोरी होने की सूचना दुकान में कार्यरत सुपरवाइजर प्रतिमा लहरे ने बागबाहरा पुलिस को दी थी। पुलिस ने जब इस घटना के बाद वारदात स्थल का मुआयना किया, तो वहां चोरी की घटना में कई संदेहास्पद तथ्य मिले। जिसके बाद पुलिस ने मामले में शराब दुकान के चौकीदार से लेकर वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों से पूछताछ की। संदेह के आधार पर इस मामले में सुपरवाइजर लहरे से जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। उसने पुलिस को बताया कि वो और उसके अलावा दुकान में कार्यरत सेल्समेन दुर्गेश साहू एवं विजय चक्रधारी ने मिलकर इस चोरी की योजना बनाई। उसने बताया कि दुकान में दो दिन की शराब बिक्री की 7 लाख से अधिक रकम दुकान में ही रखी हुई थी जिसे देखकर सुपरवाईजर की नियत खराब हो गई और उसने अन्य दोनों कर्मचारी के साथ मिलकर रकम को चोरी करने की पूरी योजना बनाई। आरोपियों ने योजना के तहत दुकान बंद होने के बाद 703150 रुपये में से आरोपियों ने 6,79,250 रुपये अपने पास रख लिए और शेष 23 हजार रुपये गल्ला में छोड़ दिया। ताकि पुलिस को लगे कि चोर हड़बड़ी में पूरी रकम लेकर नहीं भागे। हालांकि पुलिस ने इसके बावजूद आरोपियों तक जा पहुंची। आरोपियों के पास से चोरी की पूरी रकम बरामद कर लिया है। आरोपियों ने यह भी बताया कि पिछले 9 माह से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है, जिसके चलते वे पैसों को लेकर काफी परेशान थे और इसी परेशानी को दूर करने के लिए तीनों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया।