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ओडिशा में शिक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने अनूठी पहल की है। अध्यापक समय पर स्कूल आ रहे हैं या नहीं और कक्षा में उनकी परफॉर्मेंस कैसी है, ये स्कूल के छात्र तय करेंगे। छात्र शिक्षकों को रेटिंग देंगे जिसके आधार पर ही उनका इंक्रीमेंट (वेतन वृद्धि) तय होगा। शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास के मुताबिक, सभी कक्षाओं में एक रजिस्टर होगा। इसमें शिक्षकों को आने-जाने का समय और पढ़ाए गए विषय के बारे में बताना होगा।
कक्षा में क्या पढ़ाया, छात्रों को बताना होगा
- ओडिशा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के वेतनमान बढ़ाने से पहले छात्रों से फीडबैक लिया जाएगा। फीडबैक 10 अंकों का होगा। जिसमें उनसे शिक्षक की परफॉर्मेंस से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। ओडिशा के शिक्षा विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह नियम राज्य के कुछ स्कूलों में लागू कर दिया है। जिसके परिणाम सामने आने पर पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
- शिक्षा मंत्री समीर रंजन के मुताबिक, शिक्षक को कक्षा से जुड़ी हर जानकारी रजिस्टर में दर्ज करनी होगी। इससे शिक्षा का स्तर बेहतर होगा साथ ही कक्षा में किस विषय पर चर्चा हुई और कितने छात्र मौजूद रहे, यह भी शिक्षक को रजिस्टर में दर्ज होगा।
- शिक्षा मंत्री समीर रंजन का कहना है, हर कक्षा के बाद स्टूडेंट्स अपने शिक्षक के बारे में फीडबैक देते हैं। पढ़ाई के दौरान छात्रों को अगर किसी तरह की कठिनाई होती है या विषय समझ नहीं आता है, तो इसकी जानकारी भी वे फीडबैक में दे सकते हैं। इस फीडबैक के बाद शिक्षक अपने पढ़ाने के तरीकों को और भी सुधारेंगे।
- छात्र और शिक्षक के बीच बेहतर तालमेल बने इसके लिए शिक्षा विभाग कक्षा में मोबाइल बैन करने की योजना बना रहा है। पढ़ाते समय शिक्षक को मोबाइल उठाने पर प्रतिबंध लग सकता है। ऐसा न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की योजना भी तैयार की जा रही है।