
अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ के सरगुजा की वादियों से निकल कर दुनिया के बड़े मंच तक पहुंचे अंबिकापुर के दो युवा संगीतकार सौरव गुप्ता और वैभव सिंह सेंगर ने अंतरराष्ट्रीय आईफा अवॉर्ड का विजेता होने का गौरव प्राप्त कर लिया है।आईफा के संगीत श्रेणी में इन दोनों होनहार युवा संगीतकारों ने फिल्म ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ में दिए गए अपने संगीत के कारण यह सम्मान प्राप्त किया है।
युवा संगीतकार सौरव गुप्ता यूं तो अच्छे क्रिकेटर थे। एक विकेट कीपर बल्लेबाज के तौर पर कॅरियर बनाना चाहते थे लेकिन अच्छी आवाज और शौकिया गायकी को दोस्तों ने सराहा और प्रोत्साहित किया तो वे संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ पहुंच गए। खैरागढ़ में विधिवत संगीत की पढ़ाई के साथ साधना में जुट गए फिर म्यूजिक से एमए कर लिया। इधर अंबिकापुर के ही वैभव सिंह संगीत की नैसर्गिक प्रक्रिया के साथ में रमे रहते थे।
पिता शहर के स्थापित चिकित्सक हैं और वे अपने बेटे को भी चिकित्सक बनाना चाहते थे, लेकिन होना तो कुछ और था। सौरव और वैभव मिले और संगीत का एक नया सफर शुरू हुआ। वर्ष 2008 में पुणे-मुंबई में संघर्ष के दिन साथ-साथ बिताए।
वर्ष 2012 में संगीत की दुनिया में कामयाबी का पहला स्वाद चखा जब गुरविंदर चड्ढा की फिल्म में बैंड इट लाइक बैखम में बतौर म्यूजिक डायरेक्टर काम मिला। तब से सफर जारी है मेलबॉर्न फिल्म सिटी अवार्ड म्यूजिक मिर्ची अवार्ड हासिल करने के बाद अब दोनों युवा संगीतकारों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर उपलब्धि हासिल की।