
नगर थाना क्षेत्र के गंडक विभाग के चीफ इंजीनियर मुरली धर सिंह के आवास पर गुरुवार की दोपहर ठेकेदार रामाशंकर सिंह को जला कर मार दिया गया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि भुगतान के लिए चीफ इंजीनियर 15 लाख रुपए मांग रहे थे। घटना स्थल से केरोसीन तेल का गैलन और कई सामान बरामद हुए हैं। पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है।
वारदात के बाद से चीफ इंजीनियर फरार हैं। चीफ इंजीनियर के आवास में गुरुवार को ठेकेदार रामाशंकर सिंह अपने भुगतान को लेकर गए हुए थे। जहां उनको जला दिया गया। गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से डॉक्टरों ने गोरखपुर रेफर कर दिया, जहां उनकी मौत हो गई।
ठेकेदार व इंजीनियर के बीच भुगतान को लेकर विवाद था
गोपालगंज एसपी राशिद जमां ने बताया कि जांच में जो बाते सामने आई है उससे यह पता चला है कि ठेकेदार व जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर के बीच रुपए के भुगतान को लेकर विवाद चल रहा था। ठेकेदार कैसे जले है यह सब जांच के बाद स्पष्ट होगा।
सवाल: क्या तेल का डिब्बा साथ लेकर गए थे या पहले से वहां था
ठेकेदार के परिजनों ने जला कर मारने का आरोप लगाया है। घटना के संबंध में एसपी ने बताया कि वह लगभग एक बजे के आसपास चीफ इंजीनियर से मिलने उनके आवास पर गए थे। अब सवाल यह उठता है कि क्या ठेकेदार आत्म हत्या करने के उद्देश्य से तेल का गैलन और माचिस लेकर गए थे या पहले से उन्हें मारने की प्लान किया गया था। घटना के बाद से चौकीदार समेत सभी लोग फरार हैं।
गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
वारदात के बाद से ही चीफ इंजीनियर का पूरा परिवार और चौकीदार फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रहीं हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा । वहीं पूरे घटना क्रम की कई बिंदुओं पर जांच हो रही है।
मर्डर के एंगल से भी हो रही जांच
पुलिस ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच मर्डर के एंगल से भी हो रहीं हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट में जो कुछ सामने आएगा उस आधार पर आगे की कार्रवाई होगी ।
एसआईटी से जांच कराने की मांग
ठेकेदार रामांशकर सिंह को जलाकर मारने के मामले को लेकर जदयू नेता एवं पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह ने हत्या के आरोपर मुख्य अभियंता को गिरफ्तार करने, हत्या कांड को एसआईटी से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि डुमरिया से सल्लेपुर सारण तटबांध में एन्टी रोजन के तहत कराये जा रहे कार्य में करोड़ों रुपए का गड़बड़ बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा किया गया है।