
रवि शास्त्री के भारतीय टीम का कोच चुने जाने पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पहली बार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से रवि ने बेहतरीन काम किया है। मुझे उम्मीद हैं कि वे आगे भी बेहतर करेंगे। गांगुली ने कहा, ‘उनके चयन के दौरान रिकॉर्ड को ध्यान में रखा गया होगा।’ 16 अगस्त को कपिलदेव की अगुआई में क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने शास्त्री को कोच चुना था। टॉम मूडी, रॉबिन सिंह, माइक हेसन और लालचंद राजपूत ने भी इंटरव्यू दिया था।
खेल पत्रिका स्पोर्ट्सस्टार को दिए इंटरव्यू में गांगुली ने कहा, ‘आशा है कि भारतीय टीम अब आने वाले दो बड़े टूर्नामेंट (टी-20 वर्ल्ड कप 2020 और 2021) में बेहतरीन प्रदर्शन करे।’ पिछली बार जब शास्त्री को कोच चुना गया था, तब गांगुली खुश नहीं थे।
‘2000 के दशक में बदलाव के विदेशी कोच जरूरी थे’
गांगुली ने कहा, ‘मैं भारतीय कोचों का बड़ा समर्थक हूं। वे खिलाड़ियों से अच्छी तरह बात करते हैं। वे मानसिकता को समझते हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि विदेशी कोच अलग होते हैं। 2000 के दशक में बदलाव के दौरान हमें युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देने और आगे बढ़ने के लिए विदेशी कोचों की जरूरत थी, लेकिन मुझे बेहद खुशी है कि हमारे देश के कोच को प्राथमिकता दी जाती है। यह सही है, क्योंकि उन्होंने बहुत प्रयास किए हैं।’
पुराने सपोर्ट स्टाफ में सिर्फ बांगर को हटाया गया
भारतीय टीम के मुख्य कोच और सपोर्ट स्टाफ का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो गया था। इसके बाद वेस्टइंडीज दौरे को ध्यान में रखते हुए सबका अनुबंध 45 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। शास्त्री को बाद में कोच चुन लिया गया। वहीं, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर. श्रीधर को भी टीम के साथ रखा गया। हालांकि, संजय बांगर को बल्लेबाजी कोच पद से हटा दिया गया। उनकी जगह विक्रम राठौर ने ली।