
नई दिल्ली. एटीएम से दो विड्रॉल के बीच 6-12 घंटे के अंतराल का नियम बनाने पर विचार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 बैंकों के प्रतिनिधियों की पिछले हफ्ते हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई। दिल्ली की राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी ने धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के लिए यह सुझाव दिया। कमेटी का कहना है कि फ्रॉड के ज्यादातर मामले मध्यरात्रि से सुबह के बीच होते हैं। एक तय समय के दौरान लेन-देन पर रोक लगने से धोखाधड़ी को कम किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में एक साल में एटीएम फ्रॉड के सबसे ज्यादा 233 मामले
बीते वित्त वर्ष (2018-19) में दिल्ली में एटीएम फ्रॉड के 179 मामले सामने आए। इस मामले में दिल्ली का देशभर में दूसरा नंबर रहा। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 233 केस दर्ज किए गए। देशभर में कुल 980 घटनाएं सामने आईं। 2017-18 में यह संख्या 911 थी। पिछले कुछ महीनों में विदेशी ठगों द्वारा कार्ड क्लोनिंग के मामले बढ़े हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंक अधिकारियों ने पिछले हफ्ते की बैठक में कई और सुझाव भी दिए। इनमें विड्रॉल के लिए वन-टाइम पासवर्ड का प्रस्ताव भी था ताकि खाताधारकों को फ्रॉड की स्थिति में अलर्ट मिल सके। एटीएम के लिए दो-तरफा संवाद की केंद्रीयकृत निगरानी व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है।