भिलाई 17 अक्टूबर 2025।दीपावली का बाजार सज गया है। चारों तरफ रौनक ही रौनक है। इस रौनक के बीच में कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके चेहरों पर उदासी है। और यदि हम चाहे तो इस उदासी को दूर कर सकते हैं। यह चेहरे हैं मार्केट में दीया, बाती, रंगोली बेचने वाले स्थनीय दुकानदारों के। मार्केट में सड़क किनारे यह पसरा लगाकर बैठे देखे जा सकते हैं। इस वर्ष केएच ग्रुप ऑफ सकूल्स ने यह जिम्मेदारी नन्हे बच्चों को दी।क्लास वन से फाइव तक के बच्चे खुशी से झूमते हुए अपने टीचर्स के साथ पावर हाउस मार्केट निकले इन पसरा वालों से खरीदारी करने। सड़क किनारे बैठे पसरा लगाने वाले छोटे दुकानदारों ने जब इन बच्चों को देखा तो उनके चेहरों पर मुस्कुराहट आ गई। उन्होंने बच्चों को दीया ,बाती ,रंगोली और अन्य सजावट की वस्तुओं के बारे में बताया। बच्चों ने इन दुकानदारों से खरीदारी भी की। जिससे दुकानदार और उनके परिवार के लोग काफी खुश हुए। बच्चों को बाजार जाने और खरीददारी करने का एक अनुभव भी मिला। बच्चों के सवालों का दुकानदारों ने खुशी-खुशी जवाब दिया। फिर बच्चों ने दुकानदारों को चॉकलेट बांटा।स्थानीय दुकानदारों ने बच्चों की इस पहल पर बहुत प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लगा। बच्चे देश की परम्परा और समाज की भलाई के लिए इतना सुंदर कार्य कर रहे हैं। बच्चों की यह पहल सभी के लिए प्रेरणादायक है।प्रिंसिपल मेडम का कहना था कि हमारी दीपावली की तरह उनकी दीपावली भी रोशनी वाली बन जाए। इस उद्देश्य को लेकर यह पहल की गई। बच्चों ने खरीदारी की और दुकानदारों के चेहरे पर जो खुशी दिखी वह ही हमारे लिए दीपावली का असली तोहफा है।
छोटे दुकानदारों की दीपावली में भी हमारी तरह रोशनी हो, इसलिए इस तरह की पहल जरूरी : विभा झा

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