भिलाई। 07 मार्च, 2025, (सीजी संदेश) : निक्षय निरामय 100 दिवसीय पहचान उपचार कार्यक्रम अंतिम चरण में सर्वेक्षण उपरांत टी बी के शंकास्पद ए सिमटोमेटिक लक्षणों के व्यक्तियों को आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में हैंडल एक्स-रे मशीन द्वारा एक्स रे करके तत्काल परिणाम बताया गया बी ई ईटीओ व स्वास्थ्य सुपरवाइजर सैय्यद असलम ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज दानी एंव जिला क्षय एंव कुष्ठ अधिकारी डॉ अभिषेक श्रीवास्तव खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ भुनेश्वर कठौतिया के निर्देश पर केंद्र ओर राज्य सरकार की महत्पूर्ण योजना के तहत इस कार्यक्रम में पहले चरण में सर्वेक्षण उसके उपरांत स्क्रीनिंग आन लाइन एंट्री लक्षणों युक्त हितग्राहियों का नाट टेस्ट हेतु स्पूटम कलेक्शन करके, पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय भिलाई, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन झीट भेजा गया है सर्वेक्षण में वनरेबल समूह असुरक्षित समूह गैर लक्षणों एसिमटोमेटिक का जिसमें स्मोकिंग, एल्कोहोल के सेवन, तंबाकू सेवन ओर 60प्लस में बी पी शुगर जैसे बीमारी से ग्रसित हो का स्पाट पर एक्स रे करके कही ए लोग टी बी रोग से ग्रस्त तो नहीं है अथवा फेफड़ों की अन्य बीमारी से ग्रसित तो नहीं है इस तरह इस कार्यक्रम में चमड़ी पर दाग धब्बों वाले को ओर दाग में सून पन ,हाथ पैर में झनझनाहट को शंकास्पद कुष्ठ रोगी की श्रेणी में रखकर उनका सत्यापन किया जा रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 में 102 लोगों की जांच किया गया जिसमें 2 व्यक्ति का एब्नार्मल रिपोर्ट आया है शेष निगेटिव है टी बी एच बी राहुल यादव ने बताया कि अटल आवास भिलाई 3, चरोदा बस्ती, औंधी, पचपेड़ी,पहंडोर, उम्दा, शांति नगर, हथखोज, इंदिरा नगर चरोदा,गतवा पारा भिलाई 3 ओर बाजार पारा, एकता नगर, इंदिरा पारा भिलाई 3 लोग उपस्थित हुए ओर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3 के प्रशिक्षण हाल सभागार में सभी का निश्चय निरामय अभियान अंतर्गत निशुल्क हैंडल एक्स-रे जांच किया गया कार्यक्रम में शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम चरोदा भिलाई 3 बी ई ईटीओ सैय्यद असलम,एक्स-रे टैक्नीशियन जितेन्द्र सिंहा ओर टी बी एच बी राहुल यादव,एल एच व्ही श्रीमती आर विश्वास , श्रीमती सुनीता बिनिया श्रीमती उषा वर्मा श्रीमती पी स्वामी श्रीमती थानेशवरी साहू श्रीमती सोनसीर देशलहरे यशवंत साहू जितेन्द्र पटेल कुमेश साहू , नारायण साहू, चम्पा कली,मीरा साहू क्षेत्रीय मितानिन प्रेरकों व मितानिनों का बडा सहयोग रहा।