भिलाई 03 जुलाई 2025। सुपेला का पंडित लाल बहादुर शासकीय चकित्सालय 5 लाख लोगों के लिए के लिए वरदान साबित हो रहा है। सर्व सुविधा युक्त चिकित्सालय 100 बिस्तर होने का बाट जोह रहा है। कई प्रयास किए गए लेकिन क्या कमी है यह जमीन के गर्त में है।
लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय 15 सितंबर 1984 को आम जनता की मांग पर खोला गया था। चिकित्सालय पूर्व में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के बस स्टैंड में अस्थाई रूप से संचालित कया गया। 30 बिस्तर से शुरू हुआ यह चकित्सालय आज 80 बिस्तर का सर्व सुविधा युक्त चिकित्सालय बन गया है। भिलाई क्षेत्र की बढ़ती आबादी को देखते हुए इसे 100 बिस्तर का करने की मांग लगातार उठ रही है। इसके लिए विधायक, सांसद, मंत्री एवं महापौर तक गंभीर रूप से प्रयासरत है। स्वास्थ्य मंत्री भी घोषणा कर चुके हैं लेकिन दिक्कत कहां पर है यह समझ से परे है। रोजाना सैकड़ो मरीजों का यहां इलाज किया जाता है।
आंकड़ों में देखें तो प्रतिदिन 450 मरीजों का ओपीडी में इलाज किया जाता है। मौसमी बमारियों को देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा “स्टॉप डायरिया” का कैंपेन लगतार श्रमिक बस्तियों में चलाया जा रहा है। घर-घर में ओ आर एस का घोल और जिंक पैकेट बांटे जा रहे हैं।इस 80 बिस्तर के अस्पताल में कुम्हारी से लेकर नेहरू नगर और अहिवारा, मुरमुंदा, खेदामारा, जामुल तथा भिलाई तक के मरीजो का इलाज किया जता है। लगभग 5 लाख की आबादी के क्षेत्र में लोगों के इलाज के लिए यह वरदान साबित हो रहा है।
एमएलसी और पोस्टमार्टम की सुविधाएं डॉक्टरो के टीम के द्वारा तत्काल प्रदान की जाती है।
डॉक्टरों की विशेष टीम 24 घंटे आम जनमानस को सेवा में हाजिर हैं। एक नजर में देखें तो यहां हड्डी रोग, हृदय रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, दंत रोग, सहित सभी अन्य प्रकार के रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टरो की टीम कार्य करती है, प्रभारी को मिलाकर कुल 15 डॉक्टर, 22 नर्स, 10 वार्डबॉय और 06 आया बाई चिकित्सालय में कार्यरत है। दवाई की उपलब्धता को देखें तो बरसात के मौसमी बीमारियों की दवाओं के अलावा एंटी वेनम वैक्सीन, एंटी रेबीज वैक्सीन, सर्दी, डायरिया, वायरल फीवर, सहित लगभग सभी दवाइयां का उपलब्धता है।
सर्व सुविधायक्त अस्पताल में कोई कमी नहीं है, कमी सिर्फ 100 बिस्तर के अस्पताल के रूप में विस्तार करने की है। ताकि आम जनता को और अधिक लाभ मिल सके।प्रभारी डॉ पियाम सिंह।