भिलाई। 30 जुलाई, 2025, (सीजी संदेश) : अखिल भारतीय समग्र शिक्षा कार्यक्रम 2025 के अंतर्गत देशभर में स्थापित 644 पीएमश्री विद्यालयों का वर्चुअल उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा दिल्ली के भारत मंडपम से भव्य समारोह में किया गया। इस अवसर पर दुर्ग स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय का भी लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण विद्यालय परिसर में अतिथियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, अभिभावकों और विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों द्वारा देखा गया। स्थानीय स्तर पर आयोजित लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि विधायक श्री गजेंद्र यादव (दुर्ग शहर) एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती रजनी विजय बघेल सम्मिलित हुईं। इस अवसर पर केवीएस रायपुर संभाग के सहायक आयुक्त श्री रवींद्र कुमार तथा विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे। समारोह की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन से हुई। विद्यालय प्राचार्य उमाशंकर मिश्र ने सभी अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत किया। मंच संचालन डॉ. अजय आर्य, बिंदु शिवराजन एवं उषा शर्मा ने किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय ज्ञान परंपरा, नवाचार, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को समाहित करती है। पीएम विद्यालयों की गतिविधियां छात्रों को आत्मनिर्भर, खोजपरक एवं समाजोपयोगी बनाएंगी। उन्होंने कहा कि आज छात्र एआई, मशीन लर्निंग, ड्रोन तकनीक, किचन गार्डन जैसी व्यावहारिक गतिविधियों से जुड़कर बहुआयामी विकास की ओर अग्रसर हैं। श्रीमती रजनी विजय बघेल ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय दुर्ग के छात्र भविष्य में समाज का गौरवशाली इतिहास रचेंगे। यह विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा के मापदंडों को छूते हुए स्थानीयता और भारतीयता को भी समाहित करता है। सहायक आयुक्त रवींद्र कुमार ने नई शिक्षा नीति को व्यवहारिक और आवश्यकताओं के अनुरूप बताते हुए कहा कि अब शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि कौशल और नवाचार का माध्यम बन गई है।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्राचार्य उमाशंकर मिश्र ने आभार ज्ञापित किया। एनसीसी कलर पार्टी ने अतिथियों का स्वागत एवं एस्कॉर्ट की भूमिका निभाई। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यगण, अभिभावक, छात्र-छात्राएं तथा अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिनमें पुष्पा बड़ा, संजीव भदौरिया, प्रकाश देवांगन, डॉ. अजय आर्य, रचना पाल, गीता माली, तोशन लाल साहू, नीता दास, एमके भारद्वाज, अमरनाथ सिंह, बिंदु शिवराजन, उषा शर्मा, एमके बोरकर प्रमुख रहे।