जशपुर। 17 सितंबर, 2024, (सीजी संदेश) : श्रीनदी के जंगल में मिले सिर कटी लाश के मामले में युवक की हत्या का जशपुर पुलिस ने चंद दिनों में ही खुलासा करते हुए मृतक के 03 चचेरे भाइयों के साथ एक अन्य 01 पड़ोसी कुल 04 आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने कबूल किया कि जमीन विवाद एवं रोज-रोज के झगड़ा से परेशान होकर अपने भाई की हत्या कर दी थी। आरोपियों ने क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या करने की साजिश रची लेकिन पुलिस के चुंगल से बच नहीं पाए। पुलिस ने आरोपियों से घटना में प्रयुक्त मारूती वेन वाहन, मृतक का मोबाईल सेट व अन्य वस्तु जप्त कर आरोपियों के विरुद्ध थाना कुनकुरी में अपराध कमांक 136/2024 धारा 103(1),238,61(1) भारतीय न्याय संहिता का अपराध दर्ज किया है। घटना का खुलासा करने में सम्मिलित पुलिस टीम को एसपी द्वारा नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया।
मामले का संक्षिपा विवरण इस प्रकार है कि 12 सितंबर को सुबह करीब 10.00 बजे गणेश बारीक ने पुलिस को सूचना दिया कि कुनकुरी – तपकरा जाने वाले मेन रोड श्री टोली गांव के चुरहागडा जंगल में एक एक व्यक्ति का शव सिर धड़ से अलग है सूचना पर मौके पर जाकर तस्दीक करने पर अज्ञात पुरुष उम्र करीब 30-35 वर्ष की हत्या की गई है, उसके सिर एवं अन्य भाग घने जंगल में अलग अलग कुछ दूरी पर पड़ा है। घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह को दिये जाने पर उनके द्वारा तत्काल अति पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी एवं उप पुलिस अधीक्षक विजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में मृतक की पहचान में आरोपी की पतासाजी हेतु कई टीमें बनायी गई। प्रार्थी गणेश बारीक उम्र 43 वर्ष निवासी खारीझरिया थाना कुनकुरी के रिपोर्ट पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना स्थल पर मृतक का गले से कटा हुआ सिर एक बाजू नाइलोन की रस्सी तथा एक जोडी चप्पल एक साथ पड़ा था तथा धड़ को कटे सिर से करीब 50 मीटर दूर झाडियों में छिपा कर रखा गया था मृत्तक के चेहरा एवं हांथ में बने टेटू एवं गोदना से “अभी” लिखा होना पाया गया जिसके आधार पर मौके पर बशारा मृतक के पहचान हेतु हर सम्भव कोशिश किया जाने लगा डॉग स्क्वायड एफएसएल अधिकारी, सायबर सेल के स्टाफ को तत्काल मौकों पर भेजा गया जिनके द्वारा छानबीन शुरू की गई। अज्ञात मृतक का फोटो जिले एवं ओडिशा, झारखंड राज्य के पुलिस अधिकारी व आमलोगों के ग्रुप में व्हाटसअप से भेजा गया आस-पास के क्षेत्र एवं झारखंड ओडिशा बार्डर रोड में लगे सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला गया अज्ञात मृतक का कोई पता नहीं चला। अज्ञात मृतक के शव को पंचनामा बाद पीएम कराया गया तथा घटना स्थल से भौतिक साक्ष्य एवं कटा सिर के पास पढ़ा हुआ नायलोन रस्सी एवं एक लोहे का पटटीदार चाकू एवं एक जोड़ा हवाई चप्पल जप्त किया गया।शव को पहचान कार्यवाही हेतु मरचुरी में सुरक्षित रखवाया गया। पुलिस के लिये प्रारंभिक चुनौती यह थी कि किसी भी तरह अज्ञात मृतक पुरुष की पहचान की जाए। मृतक की पहचान एवं आरोपी पतासाजी हेतु वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बनाई गई कुल चार टीमों को मृतक के पहचान, आरोपी की पतासाजी, संदेहियों से पूछताछ, घटना स्थल घने जंगल का निरीक्षण तथा सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट करने अलग अलग कार्य में लगाया गया।
मृतक का चेहरा, हाथ में बने टैटू के आधार पर उसकी पहचान हेतु लगातार कोशिस की जाती रही की तभी पुलिस को सूचना मिली कि मृतक अभिषेक लकड़ा निवासी बरजोर दुमरटोली थाना कासांबेल का लग रहा है कि सूचना तस्दीक की गई मृतक के पिता खिस्तोफर लकडा निवासी बरजोर कांसाबेल एवं पत्नी अर्पिता तिर्की निवासी केरसई से पूछताछ कर 15 सितंबर को जिला अस्पताल जशपुर के मरचुरी ले जाकर मृतक शव को दिखाकर मृतक को अभिषेक लकड़ा का होना पहचान किये। पहचान बाद शव को परिजनों को सौंपा गया।
प्रकरण में मृतक की पहचान होने पर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी की जाती रही कि तभी पुलिस टीम को जानकारी मिली कि घटना के दो दिन पूर्व मृतक का उसके भाई से झगडा मारपीट हुआ था उसके बाद से मृतक गायब हुआ है कि संदेह के आधार पर मृतक के मौसेरे भाई अभय एक्का, संदीप एक्का, पड़ोसी निर्दोश तिर्की निवासी बरजोर बूमरटोली कासाबेल को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया तथा घटना के बारे में अति. पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी एवं टीम के अधिकारियों द्वारा बारीकी से पुस्ताछ किया गया तो पहले तो पुलिस को गुमराह करते रहे लगातार पूछताछ पर अभय ने घटना का राज खोलते हुये बताया की अभिषेक लकड़ा इसके मौसेरा भाई है जो अक्सर शराब पीकर नशे में घर में झगडा मारपीट करता रहता था जो जमीन को भी गिरवी रख देता था कि 10 सितंबर को शाम करीब 06-7 बजे अभिषेक लकड़ा नशे में गाली गलौज हल्ला करते घर आया तब अभय एक्का उसे लकड़ी के फाड़ा से हाथ पैर में मारा चोट दाहिने पैर में लगकर पैर टूट गया था, अभिषेक की मारपीट किया था अस्पताल ले जाने से पुलिस केश होने का डर होने से ईलाज नहीं कराया तथा हमेशा के लिये भाई अभिषेक को रास्ते से हटाने के लिये प्लान बनाया और दिनाक 11 सितंबर को रात में अपने भाई संदीप एक्का, अनुप लकड़ा एवं पड़ोसी निर्दोष तिर्की से मिलकर घटना को अंजाम देने के बारे में चर्चा किया और भाई अभिषेक रोज रोज परेशान करता है उसको हमेशा के लिये खत्म कर देते है, कोई नहीं जानेगा। मम्मी, पापा को बतायेंगे की ईलाज के लिये वैध के पास ले जाएंगे, और कहीं ले जाकर निपटा देंगे तब तीनों साथ देने के लिये तैयार हो गये फिर रात करीब 02:00 बजे सभी भारी मिलकर अभिषेक लकड़ा को उठाये और बोले की तुम्हारे पैर में ज्यादा दर्द है, चलो बंदरचुआ वाले वैध से ईलाज कराएंगे, घटना को अंजाम देने लिये अभय अपने पास घर से एक नायलीन की रस्सी एवं लोहे का पट्टीदार लकड़ी का बेट लगा चाकू रख लिया था। अभिषेक को अभय के मारुति वेन कमांक MP 05 BA 1729 साथ में लेकर चौगरीबहार रोड तरफ मेन रोड़ तक तरफ से बाये फिर गाड़ी को बैक करके श्रीटोली के पास रोड किनारे धने जंगल के पास रोके और मारुती के वेन का गेट खोलकर सभी नीचे उतरे, फिर अभय एक्का, अभिषेक के गले में अचानक नायलोन रस्सी फंसाकर दबाकर गाड़ी के बाहर निकाला, 10-12 मीटर रोड से नीचे जंगल में ले जाकर नायलोन रस्सी से उसका गला घोट दिया अभिषेक शांत हो गया तब अपने पास रखे चाकू से जमीन में बैठ कर अभिषेक का गला धीरे धीरे काट दिया हड्डी नहीं कट रहा था तो लात से मारा तो सिर धड़ से अलग हो गया उसके बाद दोनों हाथ को सटा कर उसी नायलोन रस्सी से बांध कर पकड़ कर धड़ वाले भाग को घसीट कर धीरे धीरे जंगल में अंदर तक ले गया साथ में सिर को भी उठाकर घड़ को रखकर ले जा रहा था कुछ दूर घना जंगल में जाने यो बाद अभिषेक का कटा हुआ सर को जमीन में रखा और वहीं पर बाजू और गायलोन रस्सी एवं उसका सामान जो पैर से निकला था उसे भी वहीं लाकर रख दिया उसके बाद अभिषेक के धड़ को खीचते हुये करीब 10 मीटर दूर ले जाकर झाडियों के बीच छिपा दिया फिर सिर को लेने आया और 01 घंटा खोजने पर भी अभिषेक का कटा सिर उसे घना जंगल अंधेरे में नहीं मिला सिर रहा। स्थान भूल गया था फिर भोर होने को हो गई तो कोई देख लेगा सोच सभी के साथ मारुती वेन से घर चले गये घरवालों को बताये कि अभिषेक वैध के पास से अपने पापा के पास उदयपुर चला गया है। आरोपी अभय एवका ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया किया कि ऐसे खौफनाक घटना को अंजाम देकर बच जाने की तरकीब उसे काईम पेट्रोल देखने से दिमाग में आई थी। प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपी अनय एक्का द्वारा मृतक से पैर में मारकर चोट पहुंचाया गया लकडी फाड़ा, पहने लोवर में खून लगा कपडा, आरोपी का घटना समय पहना कपडा एवं परिवहन में उपयोग किया मारूती ओमनी वाहन जप्त किया गया है। आरोपी संदीप एकका से मृतक का मोबाईल एवं उसका मोबाईल जिससे घटना दिनांक को टॉर्च के रूप में इस्तेमाल करने के लिये रखा था जप्त किया गया। प्रकरण में आरोपी 1. अभय एक्का उम्र 30 वर्ष, 2. संदीप एक्का उम्र 41 वर्ष 3. निर्दोष तिर्की उम्र 35 वर्ष 4 अनुप लकड़ा उम्र 30 वर्ष सभी निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कासांबेल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। मामले का पर्दाफाश करने में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में एवं अति. पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी, उप.पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत, उप पुलिस अधीक्षक भावेश समरथ के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव पाण्डेय थाना कासांबेल, थाना प्रभारी कुनकुरी उप. निरी. सुनील सिंह, उप. निरी. सतोष तिवारी, सउनि ईश्वर प्रसाद वारले सायबर टीम उप. निरी. नसरूद्दीन अंसारी एवं उनकी टीम एवं प्रधान आरक्षक मोहन बंजारे थाना दुलदुला, आरक्षक गणेश यादव, नंदलाल यादव, जितेन्द्र गुप्ता, चन्द्रशेखर बंजारे एवं अन्य अधिकारी / कर्मचारियों की सराहनीय भूमिका रही।
आरोपीगण
1. अभय एक्का उम्र 30 वर्ष,
2. संदीप एक्का उम्र 41 वर्ष
3.निर्दोष तिर्की उम्र 35 वर्ष
4.अनुप लकड़ा उम्र 30 वर्ष सभी निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कासांबेल।