भिलाई, 29 दिसंबर 2025 ।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा साल के अंतिम रविवार “आओ मन से पुरानी बातों को विदाई दें “ताकि नए वर्ष में स्व परिवर्तन कर सकें । नव वर्ष जनवरी मास में नई शक्ति स्वयं में धारण करने हेतु विशेष प्रोजेक्ट का उद्घाटन सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में प्रातः राजयोग सत्र के पश्चात् भिलाई की सभी ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेंद्र की वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी दीदियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।भिलाई सेवा केंद्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदीजी ने “आओ मन से पुरानी बातों को विदाई दें” प्रोजेक्ट के बारे में बताया कि कारण शब्द को निवारण में परिवर्तन करना है, इस नए वर्ष में हमें हर एक में कमियां दिखाई देगी यह भी ऐसा है, यह भी ऐसी है लेकिन हमें इन्हीं कारणों को निवारण में परिवर्तन करना है, ये कितने अच्छे हैं, यह परमात्मा की श्रेष्ठ रचना है, हर एक में अच्छाई को देखकर कारण शब्द का निवारण कर हमें नए वर्ष में श्रेष्ठ स्व परिवर्तन करना है।आपने बताया कि संतुष्टता दुआओं को बढ़ाती है, संकल्प बोल और कर्म में स्वयं भी संतुष्ट और सर्व भी संतुष्ट रहे।हमें बैंक का खाता नहीं बल्कि जीवन में पुण्य और दुआओं का खाता बढ़ाना है।
वही रिसाली मैत्री कुंज स्थित प्रभु प्राप्ति भवन में हर रविवार को आयोजित कक्षा आठवीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों के लिए मन की शक्ति से विजय कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी पूजा दीदी ने बच्चों को बताया कि निगेटिव और व्यर्थ विचार हमारे मन बुद्धि के लिए वायरस है जो हमें थकाती है, जिससे बचने के लिए हमें श्रेष्ठ विचारों की उत्पत्ति करना है जैसे कुछ खरीदने से पहले हम नेट में चेक करते हैं दूसरों से पूछते हैं ठीक वैसे ही अपने विचारों को भी हमें स्वयं ही चेक करना है जिससे हमारी रचनात्मकता और शक्ति बढ़ती है।राजयोग मेडिटेशन ही हमारे मन में आने वाले व्यर्थ विचारों का एंटीवायरस है।आपने सभी बच्चों को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करवाया कि जितना जितना स्पष्ट चित्र होगा हमारे भविष्य का उतना हम लक्ष्य को अपने जीवन में साकार होते देखेंगे, हमें बस मेहनत करना है और व्यर्थ से बचना है। श्रेष्ठ संकल्प की कलम से अपना श्रेष्ठ भविष्य का चित्र अभी-अभी अपने सामने लाओ ऐसे छोटे-छोटे राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा सभी बच्चे उमंग उत्साह से तनावमुक्त होकर से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।



