भिलाई। 18नवम्बर, 2024, (सीजी संदेश) : चंद्रपुर महाराष्ट्र से गोंदिया दुर्ग बिलासपुर होते हुए हावड़ा तक ट्रेन शुरु करने की मांग छत्तीसगढ़ बंगाली मित्र समाज के प्रदेशाध्यक्ष सुमन शील ने समाज की ओर से केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर की है। छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र चंद्रपुर एवं गढ़चिरौली से लगे क्षेत्र में रहने वाले लोगों की बढ़ती मांग तथा चंद्रपुर जिले में बड़ी संख्या में बंगाली समाज के लोग सालों से रह रहे हैं, रिश्तेदारी और बिजनेस के सिलसिले में रोजाना हजारों लोग हावड़ा एवं चंद्रपुर आते जाते हैं। मुसाफिरों का कहना है कि अगर इस रुट पर सीधे चंद्रपुर हावड़ा तक ट्रेन चलने लगे तो लोगों की बड़ी मुश्किल आसान हो जाएगी। चंद्रपुर से हावड़ा जाने के लिए एक भी ट्रेन न होने के चलते लोगो को 160 किलोमीटर नागपुर जाकर ट्रेन पकड़ना पड़ता है, जिसके कारण से अधिक वक्त लगता है तथा हावड़ा रोड के लिए चेन्नई बिलासपुर ट्रेन में सफर करना पड़ता है , सीधे हावड़ा तक ट्रेन चलने लगेगी तो लोग दो दिन में चाहें तो हावड़ा से अपना काम कर वापस चन्द्रपुर लौट सकते हैं । केंद्रीय बजट जब पेश किया जा रहा था तब लोगों को उम्मीद थी कि हावड़ा से चद्रपुर की ओर जाने के लिए नई ट्रेन की घोषणा होगी l बजट में जब ट्रेन को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली तो इस रुट पर सफर करने वाले मुसाफिर निराश हुए। वर्तमान में चंद्रपुर एवं चन्द्रपुर शहर गाँव के लोग चेन्नई से बिलासपुर तक जाने वाली ट्रेन की फेरा को हावड़ा तक बढ़ा दिए जाने की मांग जोर-जोर से की जा रही है। जिसके लिए महाराष्ट्र चंद्रपुर जिले के गॉव गॉव में आंदोलन भी होने लगे हैं तथा चंद्रपुर से हावड़ा ट्रेन की मांग को लेकर दिसंबर माह में बंगाली समाज द्वारा बड़े आंदोलन करने की तैयारी चल रही है जिसमें छत्तीसगढ़ में रहने वाले बंगाली समाज के लोग भी शामिल होंगे | इस रूट पर चलने वाले यात्रियों का कहना है कि नागपुर से होकर कई ट्रेनें बंगाल जाती हैं लेकिन भीड़ भाड़ होने के चलते कंफर्म टिकट किसी में नहीं मिलता, बंगाली समाज के लोग बड़ी संख्या में हर साल दुर्गा पूजा और नवरात्रि में पश्चिम बंगाल जाते हैं और चंद्रपुर आते हैं, त्योहार के मौके पर किसी भी ट्रेन में रिजर्वेशन मिलना मुश्किल होता है । कई बार शादी और समारोह में शामिल होने के लिए जाते हैं पर कंफर्म टिकट नहीं मिलता, परिवार के साथ आने जाने में और मुश्किल होती है। छत्तीसगढ़ में रहने वाले लोग भी चंद्रपुर में बड़ी संख्या में कारोबारी के रुप मे आना जाना करते हैं, महाराष्ट्र चंद्रपुर जिले में सोने चांदी के काम करने वाले कारीगर भी बड़ी संख्या में हैं जो बंगाली समाज से आते हैं, टेंट कर्मचारी और जेवरात बनाने वाले कारीगर हमेशा बंगाल जाते रहते हैं, ट्रेनों में भीड़ और टिकट नहीं मिलने से उनको काफी परेशानी होती है । काले सोने के शहर से ट्रेन शुरु हो जाए तो हजारों लोगों को इससे फायदा होगा एवं रेलवे को भी कई गुना राजस्व की वृद्धि होगी ।