भिलाई। 05 नवंबर, 2025, (सीजी संदेश) : नगर पालिका निगम भिलाई के महापौर परिषद के प्रभारी सदस्य व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश महामंत्री सीजू एन्थोनी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र को निजी हाथो मे सौंपने के उद्देश्य से दिल्ली के व्यापारिक प्रतिष्ठान से 2000 करोड़ रुपए के चिकित्सालय का आंकलन करने के लिए कंसल्टेंसी फर्म को निमंत्रण देने की कार्यवाही के प्रति गंभीर चिंता प्रकट की है, सीजू एन्थोनी ने कहा है कि भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन कर्मचारी स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए भारत मे कार्यरत कई चिकित्सा संस्थान है जैसे सी एम सी वैलुर, सत्य साईं हार्ट क्लीनिक नया रायपुर, बंगला साहिब गुरुद्वारा नई दिल्ली जहाँ बहुत ही कम पैसे मे उत्तम इलाज होता है ऐसे अस्पतालो के कंसलटेंट को निमत्रित कर भिलाई इस्पात संयंत्र के अस्पतालो मे चिकित्सा व्यवस्था की बेहतरी के प्रयास करते ना कि किसी पेशेवर व्यापारिक संस्थान को. भारत के कुछ प्रसिद्ध अस्पताल हैं जो निशुल्क या कम दर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं:
श्री सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल, नया रायपुर: यह अस्पताल जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यहाँ पर सभी सेवाएं पूर्णतः निशुल्क हैं।
अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद: यह अस्पताल गरीब और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यहाँ पर मरीजों के लिए दवाइयों की व्यवस्था भी निशुल्क की जाती है।
व्यदेही कैंसर सेंटर, बंगलुरु: यह अस्पताल कैंसर रोगियों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यहाँ पर 30% बेड जरूरतमंद मरीजों के लिए आरक्षित हैं।
– बंगला साहिब गुरुद्वारा मे किडनी के मरीजों का मुफ्त मे डायलिसिस किया जाता है
इन अस्पतालों में निशुल्क या कम दर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यहाँ पर मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं, ऐसे अस्पतालो के कंसलटेंट को आमंत्रित कर भिलाई के अस्पताल मे अन्य बेहतर चिकित्सा के उपाय किए जाने थे ना कि व्यापारिक प्रतिष्ठान के कंसलटेंट को बुलाना था. सीजू एन्थोनी ने बी एस पी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है कि भिलाई संयंत्र प्रबंधन को किसी भी सूरत मे चिकित्सा सेवा का निजीकरण नहीं करने देंगे, जिसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.क्योंकि यह अस्पताल छत्तीसगढ़ का एकमात्र सभी सुविधा युक्त एक मात्र अस्पताल है जहाँ पर भिलाई की तीन पीढ़ियों का इलाज होता आया है, भिलाई की जनता के साथ कुछ चंद सिक्कों के लिए केंद्र की सरकार निजीकरण की राह पर चल रही है, सरकार को और यहां के जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि इस अस्पताल मे विषय विशेषज्ञ चिकिसको की कमी को पूरा किया जाय और जिस प्रकार भिलाई और आस पास के भूतपूर्व कर्मचारीयो, वर्तमान कार्यरत कर्मचारियों, ठेका श्रमिकों और जिले के अन्य निवासरत नागरिकों को सस्ती, बेहतर चिकित्सा सुविधा अनवरत मिलती रहे अन्यथा भिलाई का यह शान अन्य निजी चिकित्सा केंद्र की तरह लूटमार का केंद्र बन जाएगा जहाँ पर गरीबो का आयुष्मान कार्ड केवल पंजीयन और भर्ती नियम शर्तो मे ही समाप्त हो जाता है।
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